उन्होंने आगे कहा है, ‘जी हां ये सत्य है, स्वस्थ व्यक्ति अर्थव्यवस्था के लिए बिल्कुल सही नहीं है। क्योंकि वो दवाइयां नहीं खरीदता, उसको ज़रूरत ही नहीं पड़ती, वो अस्पताल या डॉक्टर के पास नहीं जाता। उसको ज़रूरत नहीं पड़ती, वो राष्ट्र की जीडीपी में कोई योगदान नहीं देता।’
अनुपम खेर ने यह भी बताया कि कैसे फास्ट फूड की दुकान नौकरियां पैदा करती हैं। उन्होंने कहा, ‘इसके विपरीत फास्ट फूड की दुकान 30 नौकरियां पैदा करती है। 10 ह्रदय चिकित्सक, 10 दंत चिकित्सक, 10 वजन घटाने वाले अलग-अलग किस्म के लोग, पर पैदल चलने वाला इससे भी ज़्यादा खतरनाक है। क्योंकि पैदल चलने वाला तो साइकिल भी नहीं खरीदता। जय हो।’
हालांकि, आखिर में अनुपम खेर ने अपने इस वीडियो का सच भी बताया है। उन्होंने कहा, ‘ये एक व्यंग था, आप में से कुछ लोग इसको ज़्यादा सीरियसली मत लेना और मुझे ये न बोलना शुरू कर देना कि साइकिल वालों का मजाक उड़ा रहा है, गरीबों का मज़ाक उड़ा रहा है। हड।’
यूजर्स को अनुपम खेर की यह कॉमिडी काफी पसंद आई है। अनुपम खेर इन दिनों अपनी हालिया फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ की सफलता को जमकर इंजॉय भी कर रहे हैं। कश्मीरी पंडितों के साथ कश्मीर में हुए आतंकियों के बर्बरता की इस कहानी को देश ही नहीं दुनिया भर से तारीफें मिल रही हैं।