देश में Electric Vehicle Boom से कौन-कौन से शेयर भागेंगे? जानिए


नई दिल्‍ली. भारत का इरादा वर्ष 2070 तक कार्बन इमिशन को शुन्‍य करना है. एक्सिलिरेटेड ई-मोबिलिटी रेवोल्‍यूशन फॉर इंडियाज ट्रांसपोर्टेशन पोर्टल ऑफ इंडिया (e-amrit) द्वारा किए गए एक शोध में सामने आया है कि भारत में दिसंबर 2021 तक 7,96,000  इलेक्ट्रिक व्हिकल रजिस्‍टर्ड थे. 1800 सार्वजनिक चार्जिंग स्‍टेशन (Electric Charging Station) भी बने थे. इस बार के बजट (Budget 2022) में भी सरकार ने ये साफ कर दिया कि इलेक्ट्रिक व्हिकल (Electric Vehicle) ही भविष्‍य के साधन हैं.

भारत ने इलेक्ट्रिक व्हिकल्‍स मामले में काफी प्रगति की है. लेकिन, उसे अभी ओर लंबा रास्‍ता तय करना है. सरकार के इलेक्ट्रिक व्हिकल को लेकर किए जा रहे प्रयासों और जनता में इनके प्रति बढ़ती दिलचस्‍पी से साफ है कि आने वाले समय में इलेक्ट्रिक व्हिकल बनाने वाली कंपनियों को खासा फायदा होगा. आइये जानते हैं कि इलेक्ट्रिक व्हिकल बूम (Electric Vehicle Boom) से किन कंपनियों के शेयरों (Company Share) को भविष्‍य में लग सकते हैं पंख.

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टाटा मोटर्स

इलेक्ट्रिक पैसेंजर व्हिकल सेक्‍टर में टाटा मोटर्स (Tata Motors) की हिस्‍सेदारी 90 फीसदी है. यही नहीं टाटा मोटर्स की टाटा नेक्‍सन (Tata Nexo EV) भारत में सबसे ज्‍यादा बिकने वाली कार है. टाटा मोटर्स की ईवी सेल पिछले 12 महीनों में ही छह गुणा बढ गई है. दिसंबर 2020 तक कंपनी ने 372 ईवी बेचे थे जबकि दिसंबर 2021 आते-आते यह आंकड़ा 2361 पर पहुंच गया. टाटा मोटर्स वित्‍तवर्ष 2023 में 50000 ईवी सालान बेचने का सपना संजोए है. ईवी बूम से टाटा मोटर्स को फायदा हो रहा है और इससे आगे इसके शेयरों में तेजी (Tata Motors Share Boom) देखने को मिल सकती है.

बजाज ऑटो

बजाज ऑटो (Bajaj Auto) भी इलेक्ट्रिक व्हिकल सेगमेंट को गंभीरता से ले रही है. उसने अपने पुणे स्थित ईवी प्‍लांट में 300 करोड़ का निवेश किया है. इस प्‍लांट की उत्‍पादन क्षमता 5 लाख ईवी सालाना की है. इस प्‍लांट से पहला इलेक्ट्रिक व्हिकल जून में 2022 में तैयार होने की उम्‍मीद है. ईवी का चलन बढ़ने से बजाज ऑटो को भी फायदा होगा.

टीवीएस मोटर्स

टीवीएस मोटर्स (TVS Motors) वर्तमान में आईक्‍यूब इलेक्ट्रिक स्‍कूटर (Icube Electric Scooter) बेच रही है. इसकी ईवी स्‍कूटर मार्केट में 4 फीसदी हिस्‍सेदारी है. इस वित्‍तवर्ष में कंपनी ने करीब 5 हजार आईक्‍यूब स्‍कूटर बेचे हैं. टीवीएस ने प्रति माह 10 हजार ईवी स्‍कूटर बनाने के लिए 1000 करोड़ रुपए का निवेश ईवी बिजनेस में किया है.

मिंडा इंडस्‍ट्रीज

मिंडा इंडस्‍ट्रीज (Minda Industries) इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली बड़ी कंपनियों को लैंप्‍स, स्विच, सीट  और एलॉय व्हिल सहित और भी बहुत से पार्ट उपलब्‍ध कराती हैं. इसे नए जमाने के ईवी मैन्‍यूफेक्‍चर्र से करीब 400 करोड़ रुपए के ऑर्डर मिले हैं. जर्मनी की चार्जिंज टेक्‍नोलॉजी कंपनी FRIWO के साथ एक ज्‍वाइंट वेंचर स्‍थापित करने के लिए समझौता किया है.

टाटा एलेक्‍सी

टाटा एलेक्‍सी  (TATA ELXSI) कनेक्टिड, आटोनोमस और इलेक्ट्रिक व्हिकल्‍स के लिए इंजीनियरिंग सर्विस और सॉल्‍युशन उपलब्‍ध कराती हैं. इसका 44 फीसदी बिजनेस ऑटोमोटिव मार्केट से आता है. टाटा मोटर्स इसका प्रमुख ग्राहक है.

ओलेक्‍ट्रा ग्रीनटेक

ओलेक्‍ट्रा ग्रीन टेक   (OLECTRA GREENTECH)  इलेक्ट्रिक बस (Electric Bus) बनाती हैं. कंपनी को मिले बंपर ऑर्डर के कारण ही इसका तीसरी तिमाही में बिजनेस में भारी उछाल आया. कंपनी ने जहां वित्‍तवर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में 103 बसों की आपूर्ति की वहीं 2021 की समान तिमाही में यह आंकड़ा 13 था.

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केपीआईटी टेक

वैश्विक स्‍तर पर KPIT TECH टॉप 15 ऑटो ओईएमएस में से 10 के साथ काम कर रही है. हाल ही में इसने लुसिड (Lucid), रिविआन (Rivian) और नियो (Nio) जैसे ईवी दिग्‍गजों के साथ एक पायलट प्रोजेक्‍ट शुरू किया है. कंपनी का 30 फीसदी रेवेन्‍यू इलेक्ट्रिक पावर ट्रेन बिजनेस से आता है. इसमें बैटरी चार्जिंग और मैनेजमेंट सिस्‍टम भी शामिल है.

Tags: Electric Vehicles, Stock market, Tata Motors

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