एनालिसिस: कुलदीप की वजह से हारी कोलकाता, छह मैचों में फ्लॉप रहने के बाद फॉर्म में लौटे पॉवेल, अक्षर गेंद और बल्ले से दिखा रहे कमाल


सार

पिछले कुछ मैचों में फिनिशर का रोल देने के बाद कप्तान श्रेयस अय्यर और टीम मैनेजमेंट ने वेंकटेश अय्यर को दिल्ली के खिलाफ अचानक से ओपनिंग का रोल दे दिया। किसी भी बल्लेबाज को मैच में स्थिरता चाहिए होती है। लगातार बैटिंग पोजिशन बदलने से वेंकटेश की बल्लेबाजी पर असर दिख रहा है।

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आईपीएल 2022 के 41वें मैच में दिल्ली कैपिटल्स (डीसी) ने कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) को चार विकेट से हरा दिया। कोलकाता ने पहले बैटिंग करते हुए 20 ओवर में नौ विकेट गंवाकर 146 रन बनाए। जवाब में दिल्ली की टीम ने छह विकेट गंवाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। कोलकाता की यह लगातार पांचवीं और ओवरऑल छठी हार रही। केकेआर के बल्लेबाजों ने मैच में निराश किया।

सिर्फ तीन खिलाड़ी ही दहाई का आंकड़ा छू सके। बाकी नौ खिलाड़ी दहाई का आंकड़ा नहीं छू सके। पांच खिलाड़ियों ने तो शून्य का स्कोर बनाया। इसके अलावा चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव भी फॉर्म में लौट चुके हैं। उन्होंने चार विकेट झटके। दिल्ली के लिए रोवमन पॉवेल का फॉर्म में वापस आना भी अच्छी खबर है। शुरुआती छह मैचों में पॉवेल का बल्ला नहीं चला था। वहीं, अक्षर पटेल गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी कमाल दिखा रहे हैं।
मैच का टर्निंग प्वाइंट
वेंकटेश का लगातार बैटिंग पोजिशन बदलना: पिछले कुछ मैचों में फिनिशर का रोल देने के बाद कप्तान श्रेयस अय्यर और टीम मैनेजमेंट ने वेंकटेश अय्यर को दिल्ली के खिलाफ अचानक से ओपनिंग का रोल दे दिया। किसी भी बल्लेबाज को मैच में स्थिरता चाहिए होती है। लगातार बैटिंग पोजिशन बदलने से वेंकटेश की बल्लेबाजी पर असर दिख रहा है। वह पिछले साल वाला कमाल नहीं दिखा पा रहे हैं। इस मैच में भी वह सिर्फ छह रन बनाकर आउट हुए।

लगातार टीम में बदलाव: पिछले मैच में टीम मैनेजमेंट ने विकेटकीपर बल्लेबाज सैम बिलिंग्स को प्लेइंग-11 में शामिल किया था। इस मैच में बिलिंग्स को बाहर कर एरॉन फिंच को शामिल किया। वहीं, बाबा इंद्रजीत विकेटकीपर के तौर पर टीम में शामिल किए गए। फिंच ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ बेहतरीन अर्धशतक जमाया था। इसके बाद अगले मैच में टीम ने उन्हें ड्रॉप कर बिलिंग्स को शामिल किया और फिर अगले मैच में फिंच की वापसी कराई। इससे उनके लय पर असर पड़ा और वह टीम को अच्छी शुरुआत देने में नाकाम रहे। फिंच तीन रन बनाकर आउट हुए।

लोअर ऑर्डर पूरी तरह फेल: बाबा इंद्रजीत छह रन, सुनील नरेन और आंद्रे रसेल शून्य पर आउट हुए। इन तीन खिलाड़ियों से लोअर ऑर्डर में टीम को काफी उम्मीदें थीं, लेकिन ये नाकाम रहे। कप्तान श्रेयस अय्यर ने जरूर 42 रन, नीतीश राणा ने 57 रन और रिंकू सिंह ने 23 रन की पारी खेली, लेकिन यह टीम को बड़े टोटल तक पहुंचाने के लिए काफी नहीं था।

कुलदीप की घातक गेंदबाजी: कुलदीप यादव ने मैच में बेहतरीन प्रदर्शन किया। वह इस साल लीग में शानदार फॉर्म में दिख रहे हैं और अब तक आठ मैचों में 17 विकेट ले चुके हैं। पर्पल कैप की रेस में कुलदीप युजवेंद्र चहल (18 विकेट) के बाद दूसरे नंबर पर हैं। कोलकाता के खिलाफ तीन ओवर में उन्होंने 14 रन देकर चार विकेट झटके। इसमें कप्तान श्रेयस, इंद्रजीत, नरेन और रसेल जैसे खिलाड़ियों का विकेट शामिल है। 
कैसा रहा दोनों कप्तानों का प्रदर्शन
इस मैच में केकेआर के कप्तान श्रेयस ने अच्छी बल्लेबाजी की और 37 गेंदों पर 42 रन बनाए। श्रेयस आने वाले समय के बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक हैं और टीम को जब उनकी जरूरत थी, तब उन्होंने परफॉर्म करके दिखाया है। 22 पर दो विकेट गिर जाने के बाद श्रेयस ने संभलकर खेला और नीतीश राणा के साथ पांचवें विकेट के लिए 48 रन की साझेदारी भी निभाई। अपनी पारी में श्रेयस ने चार चौके भी लगाए।

वहीं, दूसरी तरफ ऋषभ पंत का खराब फॉर्म जारी है। वह पिछले कुछ मैचों में अच्छी शुरुआत मिलने के बाद उसे बड़ी पारी में तब्दील करने में नाकाम रहे थे। केकेआर के खिलाफ मैच में भी वह सिर्फ दो रन बना सके। पिछली पांच पारियों में पंत ने 2 (केकेआर), 44 (राजस्थान), 34 (आरसीबी), 27 (केकेआर) और 39* (लखनऊ) रन बनाए हैं। पंत के आउट होने के बाद मैच फंस गया था, लेकिन रोवमन पॉवेल और अक्षर पटेल ने टीम को मुश्किल से निकाला। 
कोलकाता के लिए मैच में क्या-क्या हुआ?
सकारात्मक पक्ष: कप्तान श्रेयस लगातार बल्लेबाजी से कमाल दिखा रहे हैं। पिछली पांच पारियों में उन्होंने- 42, 12, 85,28 और 54 रन बनाए हैं। वहीं, पिछले कुछ मैचों में आउट ऑफ फॉर्म चल रहे नीतीश राणा ने भी वापसी की और इस सीजन का अपना पहला अर्धशतक जड़ा। उन्होंने 34 गेंदों पर 57 रन की पारी खेली। रिंकू सिंह ने पिछले मैच के बाद इस मैच में अच्छी बल्लेबाजी की। गेंदबाजी में उमेश यादव ने घातक गेंदबाजी की और तीन विकेट चटकाए। चार ओवर में उन्होंने सिर्फ 24 रन लुटाए।

नकरात्मक पक्ष: टीम के आठ बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू सके। पांच बल्लेबाज खाता भी नहीं खोल सके। यह केकेआर के लिए चिंता का विषय है। टूर्नामेंट अब अपने आखिरी स्टेज पर है। केकेआर को अगर प्लेऑफ में जगह बनानी है तो यहां से सभी मैच जीतने होंगे। इसके लिए बल्लेबाजों को परफॉर्म करना ही होगा। इसके साथ ही गेंदबाजों को भी अच्छा प्रदर्शन करना होगा। दिल्ली के खिलाफ कप्तान श्रेयस ने आठ गेंदबाजों से गेंदबाजी करवाई, लेकिन मैच नहीं जीत सके। 
दिल्ली के लिए मैच में क्या-क्या हुआ?
सकारात्मक पक्ष: दिल्ली के गेंदबाजों ने राजस्थान के खिलाफ पिछले मैच में खूब रन खाने के बाद इस मैच में वापसी की। कुलदीप ने तीन ओवर में मात्र 14 रन देकर चार विकेट झटके। वहीं, मुस्तफिजुर रहमान ने भी तीन विकेट चटकाए। चेतन साकरिया ने इस सीजन का अपना पहला मैच खेला और सभी को प्रभावित किया। उन्होंने तीन ओवर में 17 रन देकर एक विकेट लिया। बल्लेबाजी में डेविड वॉर्नर के आने से टीम पर दबाव कम दिख रहा है। उन्होंने 42 रन की पारी खेली। इसके अलावा ललित यादव भी लगातार बल्ले से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने 22 रन बनाए। रोवमन पॉवेल ने आखिर में 16 गेंदों पर एक चौका और तीन छक्कों की मदद से ताबड़तोड़ 33 रन की पारी खेली। अक्षर ने 17 गेंदों पर 24 रन बनाए।

नकारात्मक पक्ष: शार्दुल ठाकुर लगातार महंगे साबित हो रहे हैं। पिछले कुछ मैचों से गेंदबाजी में उन्होंने कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया है। पिछले साल चेन्नई सुपर किंग्स से खेलते हुए शार्दुल ने गेंद के साथ-साथ बल्लेबाजी में भी कमाल किया था। वह पिछले सीजन हाईएस्ट विकेट टेकर्स में से एक रहे थे। केकेआर के खिलाफ शार्दुल ने तीन ओवर में 32 रन खर्च किए और उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला। पृथ्वी शॉ को कंसिस्टेंसी दिखानी होगी। वह एक मैच में रन बनाते हैं और फिर अगले मैच में जल्दी विकेट गंवा देते हैं। केकेआर के खिलाफ वह शून्य पर आउट हुए। मिचेल मार्श ने कोरोना से उबरने के बाद टीम में वापसी की, लेकिन उन्हें बल्ले से और बेहतर प्रदर्शन करना होगा। वह सात गेंदों पर 13 रन ही बना सके। 

विस्तार

आईपीएल 2022 के 41वें मैच में दिल्ली कैपिटल्स (डीसी) ने कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) को चार विकेट से हरा दिया। कोलकाता ने पहले बैटिंग करते हुए 20 ओवर में नौ विकेट गंवाकर 146 रन बनाए। जवाब में दिल्ली की टीम ने छह विकेट गंवाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। कोलकाता की यह लगातार पांचवीं और ओवरऑल छठी हार रही। केकेआर के बल्लेबाजों ने मैच में निराश किया।

सिर्फ तीन खिलाड़ी ही दहाई का आंकड़ा छू सके। बाकी नौ खिलाड़ी दहाई का आंकड़ा नहीं छू सके। पांच खिलाड़ियों ने तो शून्य का स्कोर बनाया। इसके अलावा चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव भी फॉर्म में लौट चुके हैं। उन्होंने चार विकेट झटके। दिल्ली के लिए रोवमन पॉवेल का फॉर्म में वापस आना भी अच्छी खबर है। शुरुआती छह मैचों में पॉवेल का बल्ला नहीं चला था। वहीं, अक्षर पटेल गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी कमाल दिखा रहे हैं।



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