Kuortane Games: नीरज चोपड़ा ने फिनलैंड में लहराया तिरंगा, 86.69 मीटर के थ्रो के साथ जीता स्वर्ण


स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, कुआर्ताने
Published by: शक्तिराज सिंह
Updated Sat, 18 Jun 2022 11:02 PM IST

ख़बर सुनें

टोक्यो ओलंपिक के गोल्डन ब्वाय नीरज चोपड़ा एक बार फिर अपना जलवा दिखाया है। उन्होंने कुआर्ताने गेम्स से स्वर्ण पदक जीतकर फिनलैंड में तिरंगा लहरा दिया है। वो यह प्रतियोगिता जीतने वाले पहले भारतीय हैं। इस प्रतियोगिता में नीरज ने अपने पहले ही प्रयास में 86.69 मीटर दूर भाला फेंका, जो कि निर्णायक साबित हुआ। इस प्रतियोगिता में शामिल कोई भी दूसरा खिलाड़ी इतनी दूर भाला नहीं फेंक पाया। ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद नीरज दूसरी प्रतियोगिता में शामिल हुए थे और उन्होंने एक बार फिर स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। इससे पहले वो पावो नुरमी गेम्स में शामिल हुए थे, जहां उन्होंने 89.30 मीटर दूर भाला फेंककर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा था और सबसे दूर भाला फेंकने का नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया था।

भारत के लिए सबसे दूर भाला फेंकने का रिकॉर्ड इससे पहले भी नीरज के ही नाम था, जिन्होंने टोक्यो ओलंपिक में 87.58 मीटर का थ्रो किया था। हालांकि, पावो नुरमी गेम्स में नीरज स्वर्ण पदक नहीं जीत पाए थे। उन्हें रजत पदक के साथ संतोष करना पड़ा था। फिनलैंड के हेलांडेर ने 89.93 मीटर के साथ इस प्रतियोगिता में शीर्ष स्थान हासिल किया था।

दूसरा थ्रो नहीं कर पाए नीरज
कुआर्ताने गेम्स में अपने पहले ही प्रयास में 86.69 मीटर की दूरी तय करने के बाद नीरज कोई सफल प्रयास नहीं कर पाए। उनका दूसरा और तीसरा थ्रो अमान्य रहा और चोटिल होने के बाद वो बाकी थ्रो नहीं कर पाए। बारिश वाले हालातों में नीरज ने अपने पहले प्रयास में शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन उनका दूसरा प्रयास अमान्य रहा और तीसरे प्रयास में वो फिसल गए। इसके बाद उन्होंने कोई प्रयास नहीं किया। 

विस्तार

टोक्यो ओलंपिक के गोल्डन ब्वाय नीरज चोपड़ा एक बार फिर अपना जलवा दिखाया है। उन्होंने कुआर्ताने गेम्स से स्वर्ण पदक जीतकर फिनलैंड में तिरंगा लहरा दिया है। वो यह प्रतियोगिता जीतने वाले पहले भारतीय हैं। इस प्रतियोगिता में नीरज ने अपने पहले ही प्रयास में 86.69 मीटर दूर भाला फेंका, जो कि निर्णायक साबित हुआ। इस प्रतियोगिता में शामिल कोई भी दूसरा खिलाड़ी इतनी दूर भाला नहीं फेंक पाया। ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद नीरज दूसरी प्रतियोगिता में शामिल हुए थे और उन्होंने एक बार फिर स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। इससे पहले वो पावो नुरमी गेम्स में शामिल हुए थे, जहां उन्होंने 89.30 मीटर दूर भाला फेंककर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा था और सबसे दूर भाला फेंकने का नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया था।

भारत के लिए सबसे दूर भाला फेंकने का रिकॉर्ड इससे पहले भी नीरज के ही नाम था, जिन्होंने टोक्यो ओलंपिक में 87.58 मीटर का थ्रो किया था। हालांकि, पावो नुरमी गेम्स में नीरज स्वर्ण पदक नहीं जीत पाए थे। उन्हें रजत पदक के साथ संतोष करना पड़ा था। फिनलैंड के हेलांडेर ने 89.93 मीटर के साथ इस प्रतियोगिता में शीर्ष स्थान हासिल किया था।

दूसरा थ्रो नहीं कर पाए नीरज

कुआर्ताने गेम्स में अपने पहले ही प्रयास में 86.69 मीटर की दूरी तय करने के बाद नीरज कोई सफल प्रयास नहीं कर पाए। उनका दूसरा और तीसरा थ्रो अमान्य रहा और चोटिल होने के बाद वो बाकी थ्रो नहीं कर पाए। बारिश वाले हालातों में नीरज ने अपने पहले प्रयास में शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन उनका दूसरा प्रयास अमान्य रहा और तीसरे प्रयास में वो फिसल गए। इसके बाद उन्होंने कोई प्रयास नहीं किया। 



Source link

Enable Notifications OK No thanks