LIC IPO : अगर 10 फीसदी प्रीमियम पर भी लिस्ट हुआ तो निवेशकों की हो जाएगी चांदी, जानिए कैसे?


नई दिल्ली. 9 मई को एलआईसी के आईपीओ के लिए बोली लगाने का आखिरी दिन था. अब निवेशकों को अलॉटमेंट और शेयरों के लिस्ट होने का इंतजार है. ग्रे मार्केट प्राइस में गिरावट से संभव है कि निवेशक इसकी बेहतर लिस्टिंग को लेकर संशय में होंगे. स्टॉक मार्केट की मौजूदा स्थिति को देखकर बहुत अधिक प्रीमियम की उम्मीद करना ठीक नहीं होगा.

एलआईसी का जीएमपी फिलहाल 40 रुपये के आसपास है जो इसके शुरुआती जीएमपी से करीब 60 रुपये नीचे हैं. फिर भी मार्केट के जानकारों का मानना है कि ये 10-12 फीसदी के प्रीमियम पर लिस्ट हो सकता है. अगर ऐसा होता है तो 17 मई (लिस्टिंग की संभावित तिथि) करोड़ों निवेशकों के लिए त्योहार का दिन होगा.

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कैसा रहा रिस्पॉन्स

एलआईसी के आईपीओ को रिटेल निवेशकों और पॉलिसीधारकों से अच्छा रिस्पॉन्स मिला है. पॉलिसीधारकों के लिए आरक्षित श्रेणी में ये आईपीओ 6 गुना अधिक सब्सक्राइब हुआ है. मार्केट के जानकारों का कहना है कि कंपनी अपने पॉलिसीधारकों को अनुपातिक आधार पर शेयर देगी यानी उनको कुछ न कुछ शेयर जरुर मिलेंगे. अनुपातिक आधार पर शेयर अलॉटमेंट का अभिप्राय उस स्थिति से है जब कंपनी अधिक बोलने लगाने वालों को अधिक और कम बोली लगाने वाले निवेशकों को कम शेयर आवंटित करती है. अगर पॉलिसीधारकों को 10 शेयर भी मिले तो भी उन्हें 1500 से अधिक का मुनाफा हो जाएगा.

10 फीसदी के प्रीमियम पर कितने का मुनाफा

वैसे तो इसका जीएमपी 40 रुपये के करीब है लेकिन अगर हम एक्सपर्ट्स की राय मानें और उम्मीद करें कि ये 10 फीसदी के प्रीमियम पर लिस्ट हो रहा है तो इश्यू प्राइस ऊपरी छोर के अनुसार, एक शेयर पर निवेशक को 94 रुपये का लाभ मिलेगा. अब पॉलिसीधारकों को पहले से शेयरों पर 60 रुपये का डिस्काउंट है यानी ये 60 रुपये मिलाकर उन्हें प्रति शेयर 154 रुपये का लाभ होगा. जानकारों का कहना है कि अगर इसके शेयर घाटे का साथ लिस्ट होते हैं तो इसमें लंबी अवधि के लिए इन्वेस्ट करें.

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आत्मनिर्भर भारत का उदाहरण

सरकार के विनिवेश विभाग दीपक के सचिव तुहिन कांता पांडेय ने कहा है कि एलआईसी का आईपीओ आत्मनिर्भर भारत का उदाहरण है. उन्होंने कहा कि इससे साबित हुआ कि भारतीय बाजार को चलाने के लिए विदेशी निवेश की आवश्यकता नहीं है. दरअसल, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने एलआईसी के आईपीओ में कोई खास रुचि नहीं दिखाई है जिसके बाद उनका ये बयान सामने आया है.

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