आईपीएल 2022 के पहले और एकमात्र एलिमिनेटर में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) ने लखनऊ सुपर जाएंट्स (एलएसजी) को रोमांचक मुकाबले में 14 रन से हरा दिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए बैंगलोर ने 20 ओवर में चार विकेट गंवाकर 207 रन बनाए। जवाब में लखनऊ की टीम 20 ओवर में छह विकेट पर 193 रन ही बना सकी।
लखनऊ ने मैच में कई कैच छोड़े और इसकी कीमत ही टीम को चुकानी पड़ी। लखनऊ की टीम ने कुल मिलाकर तीन कैच छोड़े। इसमें तीन रजत पाटीदार के दो और एक दिनेश कार्तिक का कैच छूटा। बैंगलोर की टीम को रजत पाटीदार के रूप में नया स्टार भी मिला। पाटीदार ने प्लेऑफ जैसे अहम मैच में शतक जड़ा। उन्होंने 54 गेंदों पर 12 चौके और सात छक्के की मदद से 112 रन की पारी खेली।
मैच के टर्निंग प्वाइंट्स
1. पहले ही ओवर में डुप्लेसिस आउट: बैंगलोर के कप्तान फाफ डुप्लेसिस पहले ही ओवर में आउट हो गए। उन्हें मोहसिन खान ने पहले ओवर की पांचवीं गेंद पर विकेटकीपर क्विंटन डिकॉक के हाथों कैच कराया। डुप्लेसिस इस सीजन दूसरी बार गोल्डन डक का शिकार हुए और दोनों बार उन्हें बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने पवेलियन भेजा है। पिछली बार डुप्लेसिस गुजरात टाइटंस के खिलाफ प्रदीप सांगवान की गेंद पर विकेटकीपर साहा को कैच थमा बैठे थे। उनके आउट होते ही लगा कि बैंगलोर की पारी जल्दी सिमट जाएगी।
2. पाटीदार और कोहली की साझेदारी: पहला विकेट गिरने के बाद विराट कोहली ने रजत पाटीदार के साथ मिलकर 46 गेंदों पर 66 रन की साझेदारी निभाई। दोनों ने मिलकर पारी संभाली। कोहली 24 गेंदों पर 25 रन बनाकर आउट हुए। ग्लेन मैक्सवेल नौ रन और महिपाल लोमरोर 14 रन बनाकर आउट हुए और कुछ खास नहीं कर सके।
मोहसिन खान ने डुप्लेसिस को पवेलियन भेजा
3. लखनऊ के खिलाड़ियों ने तीन कैच छोड़ा: लखनऊ की टीम ने तीन कैच छोड़े। सबसे पहले 14.5 ओवर में मोहसिन खान की गेंद पर केएल राहुल ने दिनेश कार्तिक का आसान कैच छोड़ा। तब कार्तिक दो रन पर थे। इसके बाद 15.3 ओवर में रवि बिश्नोई की गेंद पर दीपक हुड्डा ने रजत पाटीदार का आसान कैच छोड़ा। तब रजत 72 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे। वहीं, 17.3 ओवर में मोहसिन खान की गेंद पर रजत का कैच छूटा। उनका कैच मनन वोहरा ने छोड़ा। तब रजत 93 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे।
4. दिनेश कार्तिक की तूफानी पारी: दिनेश कार्तिक ने एक बार फिर शानदार पारी खेली। उन्होंने 23 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्के की मदद से 37 रन बनाए और नाबाद रहे। कार्तिक ने पाटीदार के साथ मिलकर 41 गेंदों पर नाबाद 92 रन की साझेदारी निभाई। बैंगलोर ने आखिरी पांच ओवर में 84 रन बनाए और एक भी विकेट नहीं गंवाया।
रजत पाटीदार और दिनेश कार्तिक
5. रजत पाटीदार का शानदार शतक: रजत पाटीदार ने अकेले दम पर बैंगलोर को 207 के स्कोर तक पहुंचाया। रजत ने 54 गेंदों पर 112 रन की पारी खेली। बैंगलोर के लिए इस सीजन वह एक रिप्लेसमेंट के तौर पर जुड़े थे। उन्हें लवनीत सिसोदिया की जगह टीम में शामिल किया गया था। ऑक्शन में रजत को किसी टीम ने नहीं खरीदा था। अब उन्होंने शतक लगाकर खुद की अहमियत साबित की।
6. राहुल और हुड्डा की साझेदारी: 41 रन पर लखनऊ की टीम ने दो विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद केएल राहुल और दीपक हुड्डा ने 96 रन की साझेदारी निभाई और लखनऊ को जीत के करीब ले गए। दीपक हुड्डा 26 गेंदों पर एक चौका और चार छक्के की मदद से 45 रन बनाकर आउट हुए।
जोश हेजलवुड
7. हेजलवुड का 19वां ओवर: लखनऊ को आखिरी दो ओवर में 33 रन की जरूरत थी। तब एविन लुईस और केएल राहुल क्रीज पर थे। 19वें ओवर में जोश हेजलवुड गेंदबाजी के लिए आए और उन्होंने राहुल और क्रुणाल पांड्या को लगातार दो गेंदों पर पवेलियन भेजा। राहुल 58 गेंदों पर तीन चौके और पांच छक्के की मदद से 79 रन बनाकर आउट हुए। राहुल की पारी बेकार गई। वहीं, क्रुणाल शून्य पर पवेलियन लौटे। इस ओवर में हेजलवुड ने दो विकेट लेने के साथ-साथ सिर्फ नौ रन दिए और यहीं से मैच बैंगलोर की पकड़ में आ गया। आखिरी ओवर में 24 रन चाहिए थे और लखनऊ की टीम नौ ही रन बना सकी।
दोनों कप्तानों का प्रदर्शन
बैंगलोर के कप्तान फाफ डुप्लेसिस कुछ खास नहीं कर सके और शून्य पर आउट हुए। हालांकि, उन्होंने गेंदबाजी में अच्छे बदलाव किए। उन्होंने टीम में एक बदलाव किया और सिराज को प्लेइंग-11 में लेकर आए। सिराज ने पहले ही ओवर में क्विंटन डिकॉक को पवेलियन भेजा। वहीं, हसरंगा ने दीपक हुड्डा को पवेलियन भेज महत्वपूर्ण सफलता दिलाई। हर्षल पटेल को डुप्लेलिस ने डेथ ओवर्स के लिए बचा कर रखा और हर्षल ने 18वें ओवर में मार्कस स्टोइनिस को पवेलियन भेजा।
वहीं, लखनऊ के कप्तान राहुल ने शानदार बल्लेबाजी तो की, लेकिन उनकी पारी धीमी रही। राहुल ने 79 रन तो बनाए, लेकिन इसके लिए 58 गेंदें खेलीं। बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए यह पारी काफी धीमी थी। राहुल ने मैच में होल्डर की जगह दुष्मंथा चमीरा को मौका दिया और चमीरा बेहद महंगे साबित हुए। चमीरा ने चार ओवर में 54 रन लुटाए। होल्डर गेंदबाजी के साथ-साथ लोअर ऑर्डर में लखनऊ के लिए बल्लेबाजी भी कर सकते थे।
बैंगलोर के लिए मैच में क्या कुछ खास रहा
सकारात्मक पक्ष: कोहली ने छोटी पारी खेली, लेकिन उनके शॉट बेहतरीन थे। बैंगलोर को रजत के रूप में एक नया मैच विनर मिला। रजत का शतक टीम के लिए कीमती साबित हुआ। फाइनल से पहले कोहली और रजत का फॉर्म में आना बेहद जरूरी था। आखिरी में कार्तिक ने हमेशा की तरह आक्रामक पारी खेली और टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाया। इसके अलावा जोश हेजलवुड ने तीन विकेट लिए और बैंगलोर को मैच जिताया।
नकारात्मक पक्ष: डुप्लेसिस पिछले दो मैचों से कुछ रन नहीं बना पाए हैं। बैंगलोर को अगले मैच में मजबूत राजस्थान के खिलाफ खेलना है। ऐसे में डुप्लेसिस को रन बनाने ही होंगे। ग्लेन मैक्सवेल लगातार खराब शॉट खेलकर विकेट गंवा रहे हैं। ऐसे में उन्हें मध्यक्रम की जिम्मेदारी लेनी होगी और रन बनाने होंगे। गेंदबाजी में हसरंगा और सिराज ने विकेट जरूर लिए, लेकिन वह महंगे साबित हुए। ऐसे में राजस्थान की मजबूत बैटिंग लाइन अप के आगे उनकी जरा सी चूक टीम के लिए घातक साबित हो सकती है।
लखनऊ के लिए मैच में क्या कुछ खास रहा
सकारात्मक पक्ष: लखनऊ की टीम आईपीएल से बाहर हो चुकी है, लेकिन टीम ने इस सीजन शानदार खेल दिखाया। टीम की गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों मजबूत दिखीं। तेज गेंदबाज मोहसिन खान इस सीजन की खोज रहे हैं। उन्होंने 150 प्लस की स्पीड से गेंदबाजी की और गेंदों को स्विंग भी कराया। इस मैच में उन्होंने चार ओवर में सिर्फ 25 रन दिए और एक विकेट चटकाया। इसके अलावा कप्तान राहुल शानदार फॉर्म में रहे। राहुल ने इस सीजन 15 मैचों में 616 रन बनाए। इसके अलावा दीपक हुड्डा भी शानदार फॉर्म में रहे। उन्होंने 14 मैचों में 451 रन बनाए।
नकारात्मक पक्ष: लखनऊ की गेंदबाजी मैच में बेहद साधारण दिखी। मोहसिन के अलावा बाकी गेंदबाजों ने जमकर रन लुटाए। चमीर ने 54 रन, क्रुणाल ने 39 रन, आवेश ने 44 रन और रवि बिश्नोई ने 45 रन खर्च किए। वहीं, डिकॉक की खराब पारी भी लखनऊ के हार की मुख्य वजह रही। मनन वोहरा कुछ खास नहीं कर सके। मार्कस स्टोइनिस भी इस सीजन कुछ खास नहीं कर सके, न बल्ले से और न ही गेंद से। एविन लुईस बल्ले से खास कमाल नहीं दिखा सके। वहीं, लोअर ऑर्डर में एक अच्छे मैच फिनिशर की कमी भी टीम में दिखी।