एनालिसिस: कोहली-मैक्सवेल पर भारी पड़े तेवतिया-मिलर, पिछले तीन मैचों से नहीं चला दिनेश कार्तिक का बल्ला


सार

इस सीजन के शुरुआती सात मैचों में दिनेश कार्तिक छह बार नाबाद रहे थे और 210 रन बनाए थे। वहीं, पिछले तीन मैचों में उन्होंने आठ रन बनाए हैं और तीनों मैच में जल्दी आउट हो गए। बैंगलोर की हार का यह भी एक मुख्य कारण रहा है।

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आईपीएल 2022 के 43वें मैच में गुजरात टाइटंस (जीटी) ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) को छह विकेट से हरा दिया। इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए बैंगलोर ने 20 ओवर में छह विकेट गंवाकर 170 रन बनाए थे। जवाब में गुजरात ने 19.3 ओवर में चार विकेट गंवाकर 174 रन बनाकर मैच जीत लिया। यह गुजरात की इस सीजन में नौ मैचों में आठवीं जीत रही। वहीं, बैंगलोर की यह 10 में से पांचवीं हार रही।

इस मैच में विराट कोहली ने सीजन का अपना पहला अर्धशतक लगाया। उन्होंने 53 गेंदों पर 58 रन की पारी खेली। वहीं, रजत पाटीदार ने 32 गेंदों पर 52 रन और ग्लेन मैक्सवेल ने 18 गेंदों पर 33 रन की आक्रामक पारी खेली। हालांकि, इनकी पारियों पर राहुल तेवतिया और डेविड मिलर ने पानी फेर दिया। दोनों ने 40 गेंदों पर 79 रन की नाबाद साझेदारी कर गुजरात को जीत दिलाई। 
मैच के टर्निंग प्वाइंट
1. डुप्लेसिस का जल्दी आउट होना: पिछले दो मैचों से कोहली और बैंगलोर के कप्तान फाफ डुप्लेसिस ओपनिंग के लिए आ रहे हैं। हालांकि, पिछले मैच में कोहली जल्दी आउट हुए थे और इस मैच में डुप्लेसिस जल्दी आउट हो गए। बैंगलोर के कप्तान खाता भी नहीं खोल सके और शून्य पर आउट हुए। 11 पर बैंगलोर ने अपना पहला विकेट गंवा दिया था। इस सीजन के शुरुआती चार मैचों में बैंगलोर के लिए तीन ओपनिंग अर्धशतकीय साझेदारी हुई थी, लेकिन पिछले छह मैचों में बैंगलोर के लिए सर्वश्रेष्ठ ओपनिंग साझेदारी 14 रन की हुई है।

2. कार्तिक फिर हुए फेल: इस सीजन के शुरुआती सात मैचों में दिनेश कार्तिक छह बार नाबाद रहे थे और 210 रन बनाए थे। वहीं, पिछले तीन मैचों में उन्होंने आठ रन बनाए हैं और तीनों मैच में जल्दी आउट हो गए। कार्तिक का नहीं चल पाना बैंगलोर के लिए चिंता का विषय है।

3. सांगवान की शानदार गेंदबाजी: बाएं हाथ के तेज गेंदबाज प्रदीप सांगवान करीब तीन-चार साल बाद आईपीएल खेल रहे थे, लेकिन ऐसा लगा ही नहीं कि वह इतने लंबे समय बाद लीग खेल रहे हैं। सांगवान ने बेहतरीन गेंदबाजी की और चार ओवर में सिर्फ 19 रन देकर दो विकेट झटके। 

4. साहा का फॉर्म में लौटना: गुजरात की टीम ने शुरुआती कुछ मैचों में मैथ्यू वेड को मौका दिया था, लेकिन वेड कुछ खास फॉर्म में नहीं दिखे। इसके बाद कप्तान हार्दिक पांड्या ने ऋद्धिमान साहा को प्लेइंग-11 में शामिल किया और उनका यह फैसला सही साबित हुआ। राजस्थान रॉयल्स के बाद बैंगलोर के खिलाफ भी साहा ने छोटी मगर बेहतरीन पारी खेली। उन्होंने टीम को अच्छी शुरुआत दिलाने में मदद की।

5. मिलर-तेवतिया की फिनिशिंग: गुजरात के लिए जो इस सीजन सबसे बढ़िया चीज रही है, वह है राहुल तेवतिया और डेविड मिलर की शानदार फिनिशिंग स्किल्स। इन दोनों और राशिद खान ने मिलकर इस सीजन गुजरात को आखिर में कुछ बेहद ही करीबी मैच जिताए हैं। आखिरी पांच ओवर में 40 रन चाहिए हो या 60 रन, तेवतिया के साथ मिलर और राशिद ने गुजरात के लिए जीत आसान बना दी है।
दोनों कप्तानों का प्रदर्शन
बैंगलोर के कप्तान फाफ डुप्लेसिस पूरी तरह से फ्लॉप रहे। बल्लेबाजी में शून्य पर आउट होने के बाद कप्तानी में भी वह औसत दिखे। डुप्लेसिस के नहीं चलने की वजह से बैंगलोर 20 से 30 रन कम बना सकी। डुप्लेसिस को प्रदीप सांगवान ने विकेटकीपर साहा के हाथों कैच कराया।

वहीं, गुजरात के कप्तान हार्दिक पांड्या ने इस मैच में भी गेंदबाजी नहीं की। बल्लेबाजी में भी उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। यह हार्दिक का 100वां आईपीएल मैच था और इसमें भी वह कुछ खास नहीं कर सके। हार्दिक पांच गेंदों पर तीन रन बनाकर आउट हुए। उन्हें शाहबाज अहमद ने महिपाल लोमरोर के हाथों कैच कराया।
बैंगलोर के लिए मैच में क्या कुछ रहा खास
सकारात्मक पक्ष: विराट कोहली फॉर्म में लौट चुके हैं। पिछले कुछ मैचों में फ्लॉप रहने के बाद उन्होंने सीजन का पहला अर्धशतक जमाया। विराट ने 53 गेंदों पर छह चौके और एक छक्के की मदद से 58 रन की पारी खेली। वहीं, रजत पाटीदार ने भी उनका बेहतरीन साथ निभाया। पाटीदार ने भी आईपीएल करियर का पहला अर्धशतक लगाया। पाटीदार ने 52 रन की पारी खेल बता दिया कि टीम मैनेजमेंट तीसरे नंबर पर उन पर भरोसा जता सकता है। गेंदबाजी में शाहबाज अहमद और वनिंदु हसरंगा ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए दो-दो विकेट झटके।

नकारात्मक पक्ष: डुप्लेसिस और कोहली को मिलकर टीम को अच्छी शुरुआत दिलानी होगी। वहीं, कार्तिक को फॉर्म में वापस लौटकर आखिर में बैंगलोर को बड़े टोटल तक पहुंचाना होगा, जो कि पिछले कुछ मैचों से नदारद रहा है। गेंदबाजी में मोहम्मद सिराज का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है और वह विकेट को तरस रहे हैं। साथ ही वह रन भी खूब लुटा रहे हैं। हर्षल पटेल और जोश हेजलवुड का इस मैच में विकेट नहीं ले पाना भी हार की बड़ी वजह रही।
गुजरात के लिए मैच में क्या कुछ खास रहा
सकारात्मक पक्ष: सांगवान ने अपने अनुभव का फायदा उठाते हुए बैंगलोर के बल्लेबाजों को फंसाए रखा। उन्होंने सिर्फ 4.80 की इकोनॉमी से रन लुटाए और दो विकेट भी लिए। बाकी गेंदबाजों ने भी एक-एक विकेट लिए। बल्लेबाजी में साहा ने 22 गेंदों पर 29 रन और शुभमन 28 गेंदों पर 31 रन की पारी खेली। साथ ही मिलर 24 गेंदों पर 39 रन और राहुल तेवतिया 25 गेंदों पर 43 रन बनाकर नाबाद रहे। गुजरात की गेंदबाजी टूर्नामेंट के बाकी टीमों की तुलना में सबसे ज्यादा मजबूत है और टीम के बल्लेबाजों का चलना इस टीम के लिए बोनस है।

नकारात्मक पक्ष: कप्तान हार्दिक पांड्या पिछले कुछ मैचों से कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। वह फिलहाल गेंदबाजी नहीं कर रहे, ऐसे में टीम को अपने बल्ले से मैच जिताना होगा। हालांकि, उनके नहीं चलने पर बाकी बल्लेबाज यह काम आसानी से कर रहे। पांड्या का बल्ला चलता है तो टीम और मजबूत हो जाएगी।

विस्तार

आईपीएल 2022 के 43वें मैच में गुजरात टाइटंस (जीटी) ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) को छह विकेट से हरा दिया। इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए बैंगलोर ने 20 ओवर में छह विकेट गंवाकर 170 रन बनाए थे। जवाब में गुजरात ने 19.3 ओवर में चार विकेट गंवाकर 174 रन बनाकर मैच जीत लिया। यह गुजरात की इस सीजन में नौ मैचों में आठवीं जीत रही। वहीं, बैंगलोर की यह 10 में से पांचवीं हार रही।

इस मैच में विराट कोहली ने सीजन का अपना पहला अर्धशतक लगाया। उन्होंने 53 गेंदों पर 58 रन की पारी खेली। वहीं, रजत पाटीदार ने 32 गेंदों पर 52 रन और ग्लेन मैक्सवेल ने 18 गेंदों पर 33 रन की आक्रामक पारी खेली। हालांकि, इनकी पारियों पर राहुल तेवतिया और डेविड मिलर ने पानी फेर दिया। दोनों ने 40 गेंदों पर 79 रन की नाबाद साझेदारी कर गुजरात को जीत दिलाई। 



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