भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को अपनाने में कई शहरों की राज्य सरकार भारी योगदान दे रही हैं। इसके लिए राज्य सरकारों ने अपनी बस-आधारित परिवहन सिस्टम को इलेक्ट्रिक में बदला है। कंपनी ने कहा कि भारत सरकार के भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के तेजी से अपनाने और विनिर्माण (FAME) फेज- II स्कीम द्वारा इसे और तेज किया गया है।
GreenCell Mobility राज्य में 12-मीटर बसों के साथ ‘ग्रीन रूट’ बनाएगी। कंपनी ने जानकारी दी कि एक अवधि में, पुणे और औरंगाबाद के बीच पुणे-अहमदनगर मार्ग के विस्तार के रूप में 10 बसें चलेंगी, जबकि 12 बसें चलेंगी पुणे-कोल्हापुर मार्ग पर चलाई जाएंगी।
इसके अलावा, पुणे और नासिक के बीच 18 बसें चलेंगी और अन्य 10 कोच पुणे-सोलापुर इंटरसिटी रूट पर तैनात होंगी। कंपनी ने यह भी कहा कि इन बसों के लाइफटाइम में टेलपाइप एमिशन से कुल 3,743 टन CO2 से बचा जाएगा।
प्रैस रिलीज के अनुसार, ग्रीनसेल ई-मोबिलिटी-एस-ए-सर्विस (eMaaS) प्रदान करने के लिए एक प्लेटफॉर्म बना कर रहा है, जिसके लिए कंपनी शुरू में इलेक्ट्रिक बसों का इस्तेमाल कर रही है और सस्ते ऑन-डिमांड शेयर्ड परिवहन, चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, और ई-मोबिलिटी के लिए प्रोडक्ट मुहैया कराने का प्रयास कर रही है।