वर्ल्ड न्यूज, अमर उजाला, वाशिंगटन
Published by: कुमार संभव
Updated Fri, 20 May 2022 06:56 PM IST
सार
मई की शुरुआत से अब तक मंकीपॉक्स के मामले कई देशों में मिल चुके हैं। इन देशों में यूनाइटेड किंगडम, स्पेन, बेल्जियम, इटली, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा शामिल हैं।
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विस्तार
दुनिया के कई देशों में मंकीपॉक्स के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने आपात बैठक बुलाने का फैसला किया है। रूसी मीडिया ने बताया कि डब्ल्यूएचओ मंकीपॉक्स वायरस को लेकर काफी चिंतित है। माना जा रहा है कि बैठक में मुख्य रूप से वायरस के ट्रांसमिशन के तरीकों पर चर्चा की जाएगी। साथ ही, समलैंगिक और उभयलिंग लोगों में इसके प्रसार के अलावा वैक्सीन को लेकर भी बातचीत की जाएगी। यह जानकारी स्पूतनिक न्यूज एजेंसी ने शुक्रवार (20 मई) को दी।
कई देशों में मिले मामले
बता दें कि मई की शुरुआत से अब तक मंकीपॉक्स के मामले कई देशों में मिल चुके हैं। इन देशों में यूनाइटेड किंगडम, स्पेन, बेल्जियम, इटली, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा शामिल हैं। सात मई को इंग्लैंड में भी मंकीपॉक्स के मामले की पुष्टि हुई थी। बताया गया था कि पीड़ित शख्स हाल ही में नाइजीरिया से लौटा था।
अमेरिका में मिल चुका है मामला
18 मई को अमेरिका के मैसाचुसेट्स के स्वास्थ्य विभाग ने मंकीपॉक्स का पहला मामला मिलने की पुष्टि की। पीड़ित शख्स कुछ समय पहले ही कनाडा से लौटा था। विदेशी मीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक, इन मामलों से फिलहाल कोई खतरा नहीं है। संक्रमित शख्स को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और वह ठीक है।
इन लक्षणों से पीड़ित हो रहे लोग
जानकारी के मुताबिक, मंकीपॉक्स बेहद दुर्लभ, लेकिन काफी गंभीर वायरस है, जिसके शुरुआती लक्षण फ्लू जैसे होते हैं। साथ ही, चेहरे और शरीर पर चकत्ते पड़ जाते हैं। पिछले दो-चार सप्ताह के दौरान मरीजों में इसी तरह के लक्षण देखे गए हैं। अफ्रीका के पश्चिमी और मध्य इलाकों में भी मंकीपॉक्स के मामले मिले हैं। माना जा रहा है कि पीड़ित लोग बंदर आदि जानवरों के संपर्क में आए, जिसके चलते उनके शरीर पर काटने और खरोंच के निशान पाए गए।