मध्यप्रदेश: दीयों की रोशनी से जगमगा उठा उज्जैन, शिप्रा नदी के तट पर जलाए 11 लाख से ज्यादा दीये, गिनीज बुक में दर्ज हुआ रिकॉर्ड


धर्म नगरी उज्जैन महाशिवरात्रि पर लाखों दीपों से जगमदा उठी। 21 लाख से ज्यादा दीप जलाकर उज्जैन ने विश्व रिकॉर्ड बनाया। शिप्रा नदी के तट पर 11 लाख 71 हजार 78 दीप जलाए गए। पहला दीपक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जलाया। इस दौरान रंगारंग आतिशबाजी भी की गई। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम ने इसे दीपों का सबसे बड़ा प्रदर्शन बताकर उज्जैन का नाम दर्ज किया। 


मंगलवार को उज्जैन का हर नागरिक विश्व कीर्तिमान का साक्षी बना। जिस उत्सव की कल्पना बीतें दिनों की गई थी वह मंगलवार शाम को साकार हुआ और 21 लाख से ज्यादा दीप पूरे शहर में जलाए गए। इसके पहले अयोध्या में नौ लाख 41 हजार 551 दीप जलाकर रिकॉर्ड बनाया गया था लेकिन उज्जैन ने इस रिकॉर्ड को तोड़कर नया इतिहास रचा। शिव ज्योति अर्पणम महोत्सव के नाम से आयोजन हुआ जिसमें 20 हजार से अधिक लोग शामिल हुए।

इस दीपोत्सव का विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म समेत टीवी चैनलों पर प्रसारण किया गया। इतना ही नहीं कार्यक्रम खत्म होने के बाद खाली बोतलें और दीये नगर निगम की टीम ने एकत्र कर स्वच्छता का संदेश भी दिया। नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता ने विश्व का सबसे बड़ा जीरो वेस्ट कार्यक्रम होने का दावा किया और कहा कि उपयोग हुए सभी दीयों को रिसाइकल कर एक बड़ा दीया बनाया जाएगा। तेल की बोतलों से गमले, कुर्सियां बनाई जाएंगी। 

उज्जैन के पांच घाटों पर 11 लाख से अधिक दीप प्रज्वलित किए गए। 6222 ब्लॉक में दीये रखे गए थे। शाम 6.35 से 7 के बीच करीब 12 हजार से अधिक लोगों ने दीये जलाए। शाम 7 बजे क्षेत्र की लाइट बंद कर ड्रोन कैमरे से फोटोग्राफी-वीडियोग्राफी की गई।  फोटो-वीडियोग्राफी की गई।

सायरन बजने के बाद स्वयंसेवकों ने दीपक जलाना शुरू किए थे। सबसे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पत्नी साधना सिंह के साथ 11 दीपक जलाए। यहां पांच ड्रोन कैमरों से निगरानी की गई। रामघाट से लेकर भूखी माता घाट तक लोगों की भीड़ जमा रही। महज 10 मिनट में 11 लाख 71 हजार 78 दीये जलाए गए।  यहां गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की पांच सदस्यीय टीम भी मौजूद रही। कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम ने इसकी घोषणा भी कर दी है।



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