CESL ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से बीते बुधवार इस सूचना को आधिकारिक किया था। पोस्ट के अनुसार, आने वाली यह एप EV चार्जिंग स्टेशंस, चार्जर टाइप और चार्जिंग टैरिफ से संबंधत जानकारी उपलब्ध करवाएगी। यह यूजर्स को पास के स्टेशंस को बुक करने और बुकिंग से सम्बंधित बदलाव करने की सुविधा देगा। ET की एक रिपोर्ट के अनुसार, इसको Super App का नाम दिया जाएगा और यह आने वाले 4 से 6 हफ्तो में रिलीज की जा सकती है।
ऐसी ही एक और पहल में Niti Aayog ने E-AMRIT मोबाईल एप लॉन्च की थी। इस एप्लीकेशन को इलेक्ट्रिक मोबिलिटी से जुडी जानकारी साझा करने के लिए बनाया गया था। यह ऐप यूजर्स को इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के फायदे, इससे जुडी बचत और भारतीय इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्किट और इंडस्ट्री में होने वाली सारी जानकारी साझा करती है। यह गूगल प्ले स्टोर पर एंड्राइड डिवाइसेज के लिए उपलब्ध है।
भारतीय पैसेंजर व्हीकल निर्माताओं ने जुलाई में देखी डबल डिजिट में बढ़त: डिटेल्स
भारत में अब EV की तरह शिफ्ट होने की शुरुआत हो चुकी है। सरकार सब्सिडी और अन्य तरीकों के जरिये क्लीन मोबिलिटी विकल्पों की खोज कर रही है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में राज्य सभा को यह लिखित रिप्लाई किया था की भारत में 13 लाख से ज्यादा इलेक्ट्रिक व्हीकल्स रजिस्टर हैं।
CESL ने हाल ही में 810 इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशंस को सेट करने की योजना की घोषणा की है। यह प्लान 16 हाइवे और एक्सप्रेसवे यानी 10,275 किलोमीटर एरिया को कवर करेगा। इसमें मुंबई-पुणे हाइवे, अहमदाबाद-वड़ोदरा हाइवे, दिल्ली-आगरा यमुना एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे, हैदराबाद ORR एक्सप्रेसवे और आगरा-नागपुर हाइवे सम्मिलित हैं। यहां चार्जिंग स्टेशंस अगले 6 से 8 महीनों में आने की उम्मीद है।
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