नेशनल अवॉर्ड विनिंग एक्टर-डायरेक्टर प्रताप पोथेन का निधन, फ्लैट में पाए गए मृत


मशहूर एक्टर और फिल्ममेकर प्रताप पोथेन का चेन्नई में निधन हो गया है। 70 साल के प्रताप को किलपॉक स्थित अपार्टमेंट में मृत पाया गया। अपने 30 से ज्यादा लंबे करियर में प्रताप ने अलग-अलग भाषाओं की 100 से ज्यादा फिल्मों में काम किया था और कुछ फिल्मों का डायरेक्शन भी किया था। प्रताप को हाल में ‘तुगलक दरबार’ और ‘सीबीआई 5: द ब्रेन’ जैसी फिल्मों में देखा गया था। शुरूआती रिपोर्ट्स के मुताबिक उनकी मौत प्राकृतिक है।

सिलेब्रिटीज ने दी श्रद्धांजलि
प्रताप अपने पीछे अपनी एक बेटी केया पोथेन छोड़कर गए हैं। प्रताप के निधन के बाद कई सिलेब्रिटीज ने सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दी है। पृथ्वीराज सुकुमारन ने लिखा, ‘रेस्ट इन पीस अंकल। मैं आपको मिस करूंगा।’ पार्वती नायर ने लिखा, ‘आखिर क्यों…प्रताप पोथेन सर? मेरे दोस्त होने के लिए शुक्रिया, एक शुभचिंतक जो मुझे सफल होते हुए देखना चाहते थे। हम आपको हमेशा याद करेंगे। रेस्ट इन पीस।’

शानदार रहा प्रताप का करियर
प्रताप ने अपना एक्टिंग डेब्यू 1978 में मलयालम फिल्म ‘आरवम’ से किया था। इसके बाद उन्होंने कई मलयालम फिल्मों में काम किया जिसमें ‘ठाकरा’, ‘लॉरी’ और ‘चामरम’ जैसी फिल्में शामिल थीं। इसके बाद 1980 के दशक में प्रताप ने तमिल सिनेमा का रुख किया और ‘मूडुपानी’, ‘वारुमायिन नीरम सिगप्पु’, ‘पन्नर पुष्पंगल’ जैसी कुछ मशहूर फिल्मों में काम कर पॉप्युलर हो गए। पूरे 80 के दशक में वह तमिल सिनेमा में एक्टिव रहे।

पहली ही फिल्म को मिला नेशनल अवॉर्ड
साल 1985 में तमिल फिल्म ‘मीदुम ओरु काडल कडई’ से डायरेक्टर के तौर पर डेब्यू किया। यह फिल्म मानसिक रूप से कमजोर कपल के बारे में थी और इसे नेशनल अवॉर्ड मिला था। उनकी अन्य मशहूर फिल्में ‘जीवा’, ‘वेत्री विझा’ और ‘लकी मैन’ थीं। प्रताप ने लगभग 12 फिल्मों का डायरेक्शन किया था। उन्होंने ‘ऋतुभेदम’, ‘डेजी’ और ‘ओरु यात्रमोजी’ जैसी मलयालम फिल्मों का भी डायरेक्शन किया था।

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