Vice President Election: उपराष्ट्रपति पद के लिए राजग के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ आज करेंगे नामांकन


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उपराष्ट्रपति पद के लिए राजग के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ सोमवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। रविवार को उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भेंट की। रविवार को नवीन पटनायक के नेतृत्व वाले बीजू जनता दल ने धनखड़ की उम्मीदवारी को समर्थन देने की घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद पटनायक को फोन कर धनखड़ के लिए समर्थन मांगा। इसके बाद बीजद ने अपने फैसले की घोषणा की।

बता दें कि छह अगस्त को उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होना है। इसके लिए नामांकन की आखिरी तिथि 19 जुलाई है। धनखड़ राजस्थान के जाट समुदाय से आते हैं। किसान परिवार में जन्में धनखड़ को उम्मीदवार बनाकर भाजपा ने बड़ा दांव खेला है। राजस्थान के अलावा जाट समुदाय की संख्या पश्चिम उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली में काफी अधिक है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल में धनकड़ की पकड़ काफी मजबूत मानी जाती है।

राज्यपाल रहते हुए बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से उनके काफी टकराव हुए थे। धनखड़ बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में आम लोगों से सीधे मुलाकात करते थे। यही कारण है कि उन्हें बंगाल के लोग भी काफी पसंद करते हैं। इसका फायदा भाजपा को आने वाले चुनावों में मिल सकता है। 

जानें भाजपा कितनी मजबूत है?
भाजपा के खुद के आंकड़े पर्याप्त : मौजूदा समय में लोकसभा में भाजपा के 303 सदस्य हैं, जबकि राज्यसभा में 91 हैं। राज्यसभा में इन 91 के अलावा पांच नामित सदस्य भी भाजपा को वोट दे सकते हैं। इस तरह से भाजपा के पास मौजूदा समय 394 वोट आसानी से हो जाते हैं। इनमें पांच नामित सदस्यों के वोट जोड़ दें तो ये संख्या 399 हो जाती है। इसका मतलब साफ है कि भाजपा अपने उपराष्ट्रपति उम्मीदवार धनखड़ को खुद के बल पर आसानी से जीत दिला सकती है। 

सहयोगी दल बनाएंगे और मजबूत : अगर सहयोगी दलों को भी इसमें शामिल कर लें तो भाजपा और मजबूत हो जाएगी। अभी लोकसभा में 31 और राज्यसभा में 16 सांसदों का समर्थन भाजपा को मिला हुआ है। इनमें जेडीयू, आरपीआई, लोक जनशक्ति पार्टी, अपना दल, एआईएडीएमके, एनपीपी जैसी पार्टियां शामिल हैं। इनके वोट जोड़कर भाजपा के पास 446 वोट हो जाते हैं। जेडीयू, अपना दल, जन शक्ति पार्टी ने पहले ही धनखड़ को समर्थन देने का एलान कर दिया है। 

विपक्ष के कई दलों का भी मिल सकता है साथ : बीजद ने धनखड़ के समर्थन की घोषणा कर दी है। बीजद के पास अभी लोकसभा और राज्यसभा मिलाकर कुल 21 सदस्य हैं। इसके अलावा वाईएसआर कांग्रेस, बसपा, शिरोमणि अकाली दल जैसे कुछ और दलों ने राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार का समर्थन किया है। अगर ये दल उपराष्ट्रपति चुनाव में भी एनडीए उम्मीदवार का समर्थन करते हैं आंकड़ा और बड़ा हो जाएगा। 

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उपराष्ट्रपति पद के लिए राजग के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ सोमवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। रविवार को उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भेंट की। रविवार को नवीन पटनायक के नेतृत्व वाले बीजू जनता दल ने धनखड़ की उम्मीदवारी को समर्थन देने की घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद पटनायक को फोन कर धनखड़ के लिए समर्थन मांगा। इसके बाद बीजद ने अपने फैसले की घोषणा की।

बता दें कि छह अगस्त को उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होना है। इसके लिए नामांकन की आखिरी तिथि 19 जुलाई है। धनखड़ राजस्थान के जाट समुदाय से आते हैं। किसान परिवार में जन्में धनखड़ को उम्मीदवार बनाकर भाजपा ने बड़ा दांव खेला है। राजस्थान के अलावा जाट समुदाय की संख्या पश्चिम उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली में काफी अधिक है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल में धनकड़ की पकड़ काफी मजबूत मानी जाती है।

राज्यपाल रहते हुए बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से उनके काफी टकराव हुए थे। धनखड़ बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में आम लोगों से सीधे मुलाकात करते थे। यही कारण है कि उन्हें बंगाल के लोग भी काफी पसंद करते हैं। इसका फायदा भाजपा को आने वाले चुनावों में मिल सकता है। 

जानें भाजपा कितनी मजबूत है?

भाजपा के खुद के आंकड़े पर्याप्त : मौजूदा समय में लोकसभा में भाजपा के 303 सदस्य हैं, जबकि राज्यसभा में 91 हैं। राज्यसभा में इन 91 के अलावा पांच नामित सदस्य भी भाजपा को वोट दे सकते हैं। इस तरह से भाजपा के पास मौजूदा समय 394 वोट आसानी से हो जाते हैं। इनमें पांच नामित सदस्यों के वोट जोड़ दें तो ये संख्या 399 हो जाती है। इसका मतलब साफ है कि भाजपा अपने उपराष्ट्रपति उम्मीदवार धनखड़ को खुद के बल पर आसानी से जीत दिला सकती है। 

सहयोगी दल बनाएंगे और मजबूत : अगर सहयोगी दलों को भी इसमें शामिल कर लें तो भाजपा और मजबूत हो जाएगी। अभी लोकसभा में 31 और राज्यसभा में 16 सांसदों का समर्थन भाजपा को मिला हुआ है। इनमें जेडीयू, आरपीआई, लोक जनशक्ति पार्टी, अपना दल, एआईएडीएमके, एनपीपी जैसी पार्टियां शामिल हैं। इनके वोट जोड़कर भाजपा के पास 446 वोट हो जाते हैं। जेडीयू, अपना दल, जन शक्ति पार्टी ने पहले ही धनखड़ को समर्थन देने का एलान कर दिया है। 

विपक्ष के कई दलों का भी मिल सकता है साथ : बीजद ने धनखड़ के समर्थन की घोषणा कर दी है। बीजद के पास अभी लोकसभा और राज्यसभा मिलाकर कुल 21 सदस्य हैं। इसके अलावा वाईएसआर कांग्रेस, बसपा, शिरोमणि अकाली दल जैसे कुछ और दलों ने राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार का समर्थन किया है। अगर ये दल उपराष्ट्रपति चुनाव में भी एनडीए उम्मीदवार का समर्थन करते हैं आंकड़ा और बड़ा हो जाएगा। 



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