5जी की दुनिया में साइबर सिक्योरिटी को लेकर ज्यादा अलर्ट रहने की जरूरत- कुणाल बजाज


नई दिल्ली: हम तेजी से 5जी की दुनिया में कदम रख रहे हैं. तेजी से दौड़ती तकनीक की इस दुनिया में जहां हम सब कुछ पलक झपकते ही ही करने की चाह रखते हैं, वहीं उस स्पीड से इसके खतरे भी बढ़ेंगे. फास्ट और फास्ट होती दुनिया में साइबर सिक्योरिटी के सामने बहुत सारी चुनौतियां भी आ रही हैं. साइबर सिक्योरिटी से जुड़े तमाम पहलुओं पर हमने साइबर सिक्योरिटी से जुड़ी कंपनी ईसेक फोर्ट टेक्नोलॉजीज (eSec Forte Technologies) के प्रमुख कुणाल बजाज से लंबी बातचीत की. इस बातचीत में यह जानने की कोशिश की गई है कि साइबर सिक्योरिटी क्या है, इसके सामने चुनौतियां क्या-क्या हैं और इन चुनौतियों से निपटने के लिए क्या इंतजाम किए जा रहे हैं, ताकि एक यूजर खुद को (अपने डेटा को लेकर) सुरक्षित महसूस कर सके.

यूजर्स के डिवाइस, डेटा और गोपनीय जानकारी को महफूज रखने के लिए ईसेक फोर्ट टेक्नोलॉजीज (eSec Forte Technologies) बड़े स्तर पर काम कर रही है.

कुणाल बजाज ने बताया कि यूजर्स की निजी जानकारी को सुरक्षित रखना उनकी प्राथमिकता है. जिस गति से नई-नई तकनीकें आ रहे हैं, हैकर्स की तादाद भी बढ़ती जा रही है. ऐसे में साइबर सिक्योरिटी मुहैया कराने वाली एजेंसियों की जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाती है.

क्या है साइबर सिक्योरिटी
साइबर सुरक्षा में क्या-क्या शामिल है और यह कैसे काम करता है, के सवाल पर कुणाल बजाज बताते हैं कि साइबर सिक्योरिटी सेक्टर को कई हिस्सों में बांटा जा सकता है. इन तमाम हिस्सों को मिलाकर ही साइबर सिक्योरिटी का मजबूत तंत्र तैयार किया जाता है. इनमें एप्लीकेशन सिक्योरिटी, सूचना या डेटा की सुरक्षा, नेटवर्क सुरक्षा, क्लाउड सिक्योरिटी शामिल हैं.

यह भी पढ़ें- WhatsApp वेब पर आ रहा है Voice Note से जुड़ा खास फीचर, आपके आएगा काम…!!

लगातार विकसित हो रहे खतरे को देखते हुए साइबर सुरक्षा को बनाए रखना सभी संगठनों के लिए एक चुनौती है. बदलते सुरक्षा जोखिमों के साथ बने रहने के लिए पहले से ज्यादा अलर्ट और एक्टिव बने रहने की जरूरत है.

साइबर सिक्योरिटी की जरूरत
साइबर सिक्योरिटी की जरूरत के बारे में वह कहते हैं कि नई तकनीकों, सेफ्टी सिस्टम और खतरे की खुफिया जानकारी को बनाए रखने की प्रक्रिया एक चुनौतीपूर्ण काम है. सूचना और अन्य सिस्टम को साइबर खतरों से बचाने के लिए यह आवश्यक है कि तमाम तरह से खतरों को सिस्टम में शामिल करते रहना चाहिए.

क्या हैं साइबर खतरे
मैलवेयर सॉफ़्टवेयर का एक रूप है जिसमें किसी कंप्यूटर यूजर्स को नुकसान पहुंचाने के लिए किसी फाइल या प्रोग्राम का उपयोग किया जा सकता है. इसमें वर्म्स, वायरस, ट्रोजन और स्पाइवेयर शामिल हैं.

रैनसमवेयर एक अन्य प्रकार का मैलवेयर है. इसमें एक हमलावर शामिल होता है जो कंप्यूटर सिस्टम फाइलों को लॉक करता है. बाद में उन्हें डिक्रिप्ट और अनलॉक करने के लिए पेमेंट की मांग करता है.

सोशल इंजीनियरिंग एक ऐसा हमला है जो आमतौर पर संवेदनशील जानकारी हासिल करने के लिए यूजर्स को बरगलाने के लिए लोगों के संपर्क पर निर्भर करता है.

फिशिंग सोशल इंजीनियरिंग का एक रूप है जहां कपटपूर्ण ईमेल या टेक्स्ट मैसेज जो ज्ञात स्रोतों से मिलते-जुलते हैं, भेजे जाते हैं. इन संदेशों का इरादा संवेदनशील डेटा, जैसे क्रेडिट कार्ड या लॉगिन जानकारी चोरी करना होता है.

स्पीयर फिशिंग एक प्रकार का फिशिंग हमला है जिसका टारगेट यूजर्स, कोई संगठन या कोई व्यवसाय होता है.

डिस्ट्रिब्यूटेड डिनायल-ऑफ-सर्विस (DDoS) हमले वे हैं जिनमें कई सिस्टम टारगेट सिस्टम के ट्रैफिक को बाधित करते हैं, जैसे- सर्वर, वेबसाइट या अन्य नेटवर्क संसाधन. एकाएक बहुत सारे मैसेज, रिक्वेस्ट भेजकर हमलावर सिस्टम को धीमा कर सकते हैं या इसे क्रैश कर सकते हैं.

कुछ खतरे ऐसे होते हैं जिसमें एक हमलावर एक नेटवर्क में घुसपैठ करता है और डेटा चोरी करता है. लेकिन डेटा चोरी होने का लंबे समय तक पता ही नहीं चलता है.

मैन-इन-द-मिडिल (मिटम) हमले छिपकर किए जाने वाले अटैक होते हैं. इनमें एक हमलावर शामिल होता है जो दो पक्षों के बीच संदेशों को इंटरसेप्ट करता है और प्रसारित करता है और यूजर्स मानते हैं कि वे एक-दूसरे के साथ संवाद कर रहे हैं.

वर्क फ्रॉम होम
दुनियाभर में कोरोना महामारी के बाद से मुख्य ऑफिस से दूर रहकर काम करने वालों यानी वर्क फ्रॉम होम में इजाफा हुआ है. कई कंपनियां हाइब्रिड वर्किंग मॉडल अपना रही हैं. किसी भी सिस्टम के लिए दूर से काम करने के दौरान साइबर अटैक का जोखिम ज्यादा होता है. क्योंकि, घरेलू नेटवर्क का इस्तेमाल करने वाले कर्मचारियों के पास सुरक्षा उल्लंघनों का शिकार होने की अधिक संभावना होती है.

जबकि, ऑफिस का सेटिंग्स यह सुनिश्चित करता है कि ऑफिस में बैठा कर्मचारी और उसका डेटा सुरक्षित है, लेकिन ऑफिस से दूर बैठे कर्मचारियों के लिए सुरक्षा मुहैया कराना चुनौतीपूर्ण है.

5G की शुरूआत
पिछले कुछ समय से 5जी की शुरूआत हुई है. निश्चित ही 5G वायरलेस संचार की स्पीड और रिएक्शन को बढ़ाएगा. नई तकनीक के लिए भविष्य उज्ज्वल दिख रहा है. लेकिन हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि नई प्रौद्योगिकियां नए जोखिमों के साथ आती हैं, और साइबर सुरक्षा पेशेवरों को इन विकसित नेटवर्क के संभावित खतरों की तलाश करने की आवश्यकता है.

ब्लॉकचैन और क्रिप्टोकरेंसी 
ब्लॉकचेन और क्रिप्टोकरेंसी की मांग दुनिया तेजी से बढ़ रही है. चूंकि क्रिप्टो लेनदेन डिजिटल है, इसलिए यह स्वाभाविक है कि पहचान की चोरी, सुरक्षा उल्लंघनों और अन्य संभावित खतरों से बचाव के लिए साइबर सुरक्षा उपायों की आवश्यकता है.

Tags: Cyber Crime, Cyber security company, Online fraud, Tech news

image Source

Enable Notifications OK No thanks