नेपाल ने भारत को अतिरिक्त 144 मेगावॉट बिजली का निर्यात शुरू किया


नई दिल्ली. भारत के कई राज्यों में बिजली संकट के बीच नेपाल ने अपनी कालीगंडकी नदी हाइड्रोपावर प्लांट से उत्पन्न अतिरिक्त 144 मेगावाट बिजली भारत को निर्यात करना शुरू किया है. इस साल अच्छी बारिश होने से नेपाल लगातार दूसरे साल अपने यहां की अतिरिक्त बिजली भारत को बेच रहा है. नेपाल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी (NEA) ने यह जानकारी दी है.

एनईए के डिप्टी चीफ प्रदीप ठिके के अनुसार, बिजली बेचने की औसत दर करीब 7 रुपये प्रति यूनिट है. नेपाल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी ने काली गंडकी नदी हाइड्रोपावर प्लांट से उत्पन्न अतिरिक्त बिजली की भारत को सप्लाई शनिवार देर रात से शुरू की है. थिके ने कहा कि नेपाल और भारत के बीच बिजली एक्सचेंज समझौते के तहत भारत को बिजली का निर्यात किया जा रहा है.

ये भी पढ़ें- कोल इंडिया ने पिछले महीने सीपीपी और सीमेंट सेक्टर्स को कोयले की सप्लाई घटाई, मैन्युफैक्चरर आफत में

सरप्लस प्रोडक्शन
दरअसल पिछले कुछ महीनों में नेपाल में अच्छी बारिश के कारण बिजली प्रोडक्शन बढ़ा है. इस वजह से नेपाल के पास आवश्यकता से अधिक बिजली हो गई है. ऐसी स्थिति में एनईए ने पहले भारतीय खरीदारों को 37.7 मेगावॉट बिजली बेचना शुरू किया. एनईए के प्रवक्ता सुरेश भट्टाराई के मुताबिक, त्रिशुली प्लांट से पैदा हुई 24 मेगावट बिजली और देवीघाट प्लांट से पैदा हुई 15 मेगावाट बिजली पिछले दिनों भारत को बेची गई. यह यह बिजली 6 रुपये प्रति यूनिट की दर पर बेची गई, जिससे नेपाल को करीब 1 करोड़ रुपये मिलने का अनुमान है.

ये भी पढ़ें- CPSE: प्राइवेटाइजेशन के लिए कैबिनेट की मंजूरी वाली कंपनियों को पब्लिक इंटरप्राइजेज ही बेचेंगे

325 मेगावाट बिजली सप्लाई की अनुमति
एनईए के डिप्टी चीफ प्रदीप ठिके ने कहा, “कालीगंडकी हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट से 144 मेगावाट अतिरिक्त बिजली उत्पन्न होने के बाद नेपाल अब इंडिया एनर्जी एक्सचेंज लिमिटेड (IEX) के जरिये भारत को कुल 178 मेगावाट बिजली बेचेगा.” इस साल अप्रैल में भारत ने एनईए को नेपाल के हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट से उत्पन्न 325 मेगावाट बिजली भारत को सप्लाई की आपूर्ति करने की मंजूरी दी थी. इसमें कालीगंडकी हाइड्रोपावर के अलावा तीन अन्य हाइड्रोपावर प्लांट में उत्पन्न अतिरिक्त बिजली शामिल है.

Tags: Business news in hindi, Electric, India nepal

image Source

Enable Notifications OK No thanks