कभी खेत में करते थे गेंदबाजी की प्रैक्टिस, एक हफ्ते में बदल गई रवि बिश्नोई की जिंदगी


जयपुर. राजस्थान के युवा स्पिनिंग सेन्सेशन रवि बिश्नोई (Ravi Bishnoi) को पहली बार भारतीय टीम में मौका मिला है. उन्हें वेस्टइंडीज (IND vs WI Series 2022) के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए टीम इंडिया में चुना गया है. रोहित शर्मा की कप्तानी में जोधपुर का यह लेग स्पिनर अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत करने वाला है. रवि बिश्नोई के टैलेंट की असली पहचान इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2022) से हुई. आईपीएल-2022 के लिए उन्हें नई फ्रेंचाइजी लखनऊ सुपरजायंट्स (Lucknow Super Giants) ने खरीदा है.

रवि बिश्नोई की कहानी किसी बॉलीवुड मूवी से कम नहीं है. एक समय ऐसा था जब इस युवा खिलाड़ी को क्रिकेट के मैदान पर काम करना पड़ता था. उनका शुरुआती जीवन संघर्षों से भरा था. बचपन में रवि खेतों की उबड़खाबड़ जमीन पर पिच बनाकर प्रैक्टिस किया करते थे. फिर रवि जोधपुर में क्रिकेट एकेडमी से जुड़े. परिवार का कहना है कि रवि का सिलेक्शन अंडर-16 टीम में नहीं हुआ था, जिससे वह बहुत उदास रहने लगे और क्रिकेट तक छोड़ने की सोच रहे थे लेकिन अपने कोच के मार्गदर्शन पर रवि ने कड़ी मेहनत की और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.

क्रिकेट के क्रेज में छोड़ी बोर्ड परीक्षा
साल 2018 में रवि बिश्नोई के बोर्ड एग्जाम थे. इस बीच आईपीएल की भी शुरुआत हो चुकी थी. उन्हें राजस्थान रॉयल्स के लिए नेट बोलिंग करने का मौका मिला था. परिवार ने उन्हें क्रिकेट कैंप छोड़ परीक्षा पर ध्यान देने की सलाह दी. लेकिन रवि ने उनकी बात नहीं मानी और अपनी प्रैक्टिस जारी रखी.

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इस 21 साल के खिलाड़ी ने अपने पहले वीनू मांकड़ ट्रॉफी मैच में 5 विकेट लिए थे. शुरुआत में वह मीडियम पेसर तेज गेंदबाज बनना चाहते थे, लेकिन अपने कोच की सलाह पर बिश्नोई ने लेग-स्पिन पर स्विच किया. अंडर -19 विश्व कप 2020 में उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व किया. बिश्नोई ने टूर्नामेंट में 17 विकेट लिए. आईपीएल 2019 में उन्हें पंजाब किंग्स से लीग में डेब्यू किया था. इस सीजन में उन्होंने 12 विकेट लिए. इसके साथ ही रवि बिश्रोई को इमर्जिंग प्लेयर अवॉर्ड से भी नवाजा गया था.

Tags: Cricket news, Rajasthan news, Ravi Bishnoi

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