वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, इस्लामाबाद
Published by: Amit Mandal
Updated Sat, 02 Apr 2022 06:52 PM IST
सार
नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव से एक दिन पहले पाक पीएम इमरान खान ने फिर विपक्ष को घेरा। साथ ही उस कथित दस्तावेज का हवाला दिया जिसे लेकर वह कह रहे हैं कि उनकी सरकार को गिराया जा रहा है।
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विस्तार
युवाओं से की हड़ताल करने की अपील
साथ ही इमरान ने शाहबाज शरीफ को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि अगर शाहबाज शरीफ ने पदभार संभाला, तो वे अमेरिका की गुलामी करेंगे। मैं पाकिस्तान के युवाओं से आज और कल आंदोलन करने का आग्रह करता हूं, बाहरी ताकतों की इस साजिश के खिलाफ और वर्तमान पाकिस्तान के ‘मीर सादिक और मीर जाफर’ के खिलाफ आवाज उठाएं।
इससे पहले इमरान ने शुक्रवार को कहा था कि बिना स्वतंत्र विदेश नीति के एक देश अपने लोगों के हितों की रक्षा नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा था कि विदेशी मदद के बदले में अन्य देशों की इच्छाओं का गुलाम बन जाने के मुकाबले अपने देश के हितों को सबसे ऊपर रखते हुए स्वतंत्र फैसले लिए जाना बहुत जरूरी है।
अमेरिका का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि एक ताकतवर देश ने मेरी हालिया रूस यात्रा को लेकर नाराजगी जताई। वो मेरी रूस यात्रा से नाराज है लेकिन वह भारत का सहयोग कर रहा है जो रूस से तेल आयात करता है।
24 फरवरी को पुतिन से मिलने मॉस्को गए थे इमरान खान
बता दें कि इमरान खान 24 फरवरी को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने मॉस्को गए थे। इसी दिन पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ हमले की शुरुआत की थी, जिसे वह एक विशेष सैन्य अभियान कहते हैं। रूस का यूक्रेन पर यह हमला अभी भी जारी है और संकट की स्थिति बनी हुई है।
इससे पहले बुधवार को ही पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका के कार्यवाहक दूत को समन किया था। उन्हें एक धमकी भरे पत्र और इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के खिलाफ विदेश से वित्तपोषित एक कथित साजिश को लेकर पेश होने के लिए कहा गया था।