Pakistan Defence Budget: पाकिस्तान के रक्षा बजट में 11 फीसदी का इजाफा, वित्तमंत्री ने संसद में पेश किया बजट


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पाकिस्तान के वित्त मंत्री मिफ्ता इस्माइल ने शुक्रवार को वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए संसद में 9,502 अरब रुपये का वार्षिक बजट पेश किया। इसके साथ पड़ोसी देश ने घोषणा की है कि वह रक्षा के लिए 1,523 अरब डॉलर आवंटित करेगा। पिछले साल की तुलना में पाकिस्तान के रक्षा बजट में यह 11 फीसदी की वृद्धि है। 

अनुमानों से पता चलता है कि ऋण भुगतान के बाद रक्षा व्यय वार्षिक व्यय का दूसरा सबसे बड़ा घटक था। बजट दस्तावेजों के मुताबिक, अगामी वर्ष के लिए कुल चालू व्यय 8,694 अरब रुपये होगा, जो पिछले वर्ष के बजटीय आंकड़े से 15.5 फीसदी अधिक है। 

बजट दस्तावेजों के मुताबिक, सरकार ने देश की रक्षा के लिए 1,523 अरब रुपये की प्रतिबद्धता जताई है जो पिछले साल के 1,370 अरब रुपये से अधिक है। रक्षा मंत्रालय की मांग पर संशोधित कर इसे 1,450 अरब डॉलर रुपये कर दिया गया।

पाकिस्तान के अस्तित्व में 75 साल हो गए हैं। देश में आधे से अधिक समय तक सैन्य शासन रहा है। इसलिए उसने सुरक्षा और विदेश नीति के मामालों पर काफी खर्च किया है। 

हाल ही में अप्रैल के महीने में इमरान खान को अविश्वास मत के जरिए सत्ता से बेदखल कर दिया गया थ। माना जाता है कि पाकिस्तानी की खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख की नियुक्ति का समर्थन करने से इनकार करने के बाद उन्होंने सेना का समर्थन खो दिया था।

इस साल 1,523 रुपये का रक्षा आवंटन पिछले साल के 1,370 अरब रुपये के आवंटन से 11.16 फीसदी अधिक है। रक्षा खर्च अक्सर वार्षिक बजट की घोषणा के समय जांच के दायरे में आता है जब विभिन्न क्षेत्रों के लिए आवंटन निर्धारित किया जाता है। 

पाकिस्तान का रक्षा व्यय कुल वर्तमान व्यय का 17.5 फीसदी है लेकिन यह बजट में एक लाइनर के रूप में दिखाई दिया क्योंकि सरकार ने रक्षा व्यय के विवरण को गुप्त रखने की परंपरा को बनाए रखा। वित्त मंत्री इस्माइल ने घोषणा की कि सरकार ने अगले वित्त वर्ष के लिए पांच फीसदी की वृद्धि दर का लक्ष्य निर्धारित किया है।

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पाकिस्तान के वित्त मंत्री मिफ्ता इस्माइल ने शुक्रवार को वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए संसद में 9,502 अरब रुपये का वार्षिक बजट पेश किया। इसके साथ पड़ोसी देश ने घोषणा की है कि वह रक्षा के लिए 1,523 अरब डॉलर आवंटित करेगा। पिछले साल की तुलना में पाकिस्तान के रक्षा बजट में यह 11 फीसदी की वृद्धि है। 

अनुमानों से पता चलता है कि ऋण भुगतान के बाद रक्षा व्यय वार्षिक व्यय का दूसरा सबसे बड़ा घटक था। बजट दस्तावेजों के मुताबिक, अगामी वर्ष के लिए कुल चालू व्यय 8,694 अरब रुपये होगा, जो पिछले वर्ष के बजटीय आंकड़े से 15.5 फीसदी अधिक है। 

बजट दस्तावेजों के मुताबिक, सरकार ने देश की रक्षा के लिए 1,523 अरब रुपये की प्रतिबद्धता जताई है जो पिछले साल के 1,370 अरब रुपये से अधिक है। रक्षा मंत्रालय की मांग पर संशोधित कर इसे 1,450 अरब डॉलर रुपये कर दिया गया।

पाकिस्तान के अस्तित्व में 75 साल हो गए हैं। देश में आधे से अधिक समय तक सैन्य शासन रहा है। इसलिए उसने सुरक्षा और विदेश नीति के मामालों पर काफी खर्च किया है। 

हाल ही में अप्रैल के महीने में इमरान खान को अविश्वास मत के जरिए सत्ता से बेदखल कर दिया गया थ। माना जाता है कि पाकिस्तानी की खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख की नियुक्ति का समर्थन करने से इनकार करने के बाद उन्होंने सेना का समर्थन खो दिया था।

इस साल 1,523 रुपये का रक्षा आवंटन पिछले साल के 1,370 अरब रुपये के आवंटन से 11.16 फीसदी अधिक है। रक्षा खर्च अक्सर वार्षिक बजट की घोषणा के समय जांच के दायरे में आता है जब विभिन्न क्षेत्रों के लिए आवंटन निर्धारित किया जाता है। 

पाकिस्तान का रक्षा व्यय कुल वर्तमान व्यय का 17.5 फीसदी है लेकिन यह बजट में एक लाइनर के रूप में दिखाई दिया क्योंकि सरकार ने रक्षा व्यय के विवरण को गुप्त रखने की परंपरा को बनाए रखा। वित्त मंत्री इस्माइल ने घोषणा की कि सरकार ने अगले वित्त वर्ष के लिए पांच फीसदी की वृद्धि दर का लक्ष्य निर्धारित किया है।



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