पाकिस्तान: गृह मंत्री शेख राशिद बोले, राजनीतिक अस्थिरता को खत्म करने के लिए जल्द कराए जा सकते हैं चुनाव


वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, इस्लामाबाद
Published by: गौरव पाण्डेय
Updated Thu, 24 Mar 2022 06:28 PM IST

सार

पाकिस्तान की 342 सदस्यों वाली नेशनल असेंबली में इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के पास केवल 155 सीटें हैं। अगर इमरान के सहयोगी दल उनका साथ छोड़ देते हैं तो उनके लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है।

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पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव की वजह से देश में बनी राजनीतिक अनिश्चितता को समाप्त करने के लिए समय पूर्व चुनाव कराए जा सकते हैं। इमरान खान इस समय अपनी सरकार बचाए रखने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इस्लामाबाद में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए राशिद ने सहयोगी पार्टियों को चेतावनी भी दी कि पाला बदलने से उन्हें कुछ लाभ नहीं मिलेगा। 

आठ मार्च को पाकिस्तान के विपक्षी दलों ने नेशनल असेंबली सचिवालय में एक अविश्वास प्रस्ताव जमा किया था। उन्होंने आरोप लगाया है कि इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार देश में आर्थिक संकट और तेजी से बढ़ती महंगाई के लिए जिम्मेदार है। 69 वर्षीय इमरान खान एक गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं और अगर उनके सहयोगी दल उनका साथ छोड़ देते हैं तो फिर उनकी सरकार गिर सकती है।

राशिद ने पीटीआई के सदस्यों से कहा कि प्रधानमंत्री के खिलाफ जाने से पहले इस बात को समझ लें कि देश में मध्यावधि चुनाव भी कराए जा सकते हैं। इस समय पाला बदलना उनके लिए कतई अच्छा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि जो लोग पार्टी बदलने की सोच रहे हैं और यह समझ रहे हैं कि उन्हें सम्मान मिलेगा, तो वह गलत सोच रहे हैं। प्रधानमंत्री इमरान खान के भारी संकट में फंसने के बीच राशिद ने यहां जल्द ही ‘अच्छी खबर’ आने का वादा भी किया।

कुछ ऐसा है पाकिस्तान की नेशनल असेंबली का गणित
पाकिस्तान की 342 सदस्यों वाली नेशनल असेंबली में इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के पास केवल 155 सीटें हैं। इसके अलावा उसके पास छह गठबंधन भागीदारों का समर्थन है, जिनके पास 23 सीटें हैं। इमरान खान को प्रधानमंत्री बने रहने के लिए 172 और उन्हें हटाने के लिए विपक्ष को 172 मतों की आवश्यकता है। अगर इमरान के सहयोगी दल उनका साथ छोड़ देते हैं तो उनके लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है।

इमरान खान के खिलाफ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के 100 से अधिक सांसदों ने अविश्वास प्रस्ताव जमा किया है। उधर, इमरान की अपनी पीटीआई में भी दरारें देखने को मिल रही हैं। गठबंधन के एक प्रमुख सहयोगी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद ने भी प्रधानमंत्री के रूप में इमरान खान का विरोध किया है। ये सब बातें इस ओर इशारा कर रहे हैं कि इमरान खान की राह आसान नहीं है।

इमरान के तीन सहयोगी दल मिला सकते हैं विपक्ष से हाथ
बता दें कि पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के स्पीकर ने 25 मार्च से निचले सदन का सत्र बुलाया है। विपक्ष इसमें इमरान खान की सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला रहा है। वहीं, खबर आई है कि इमरान खान के तीन बड़े सहयोगी दलों ने विपक्ष से हाथ मिलाने का फैसला किया है। ये दल हैं- मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान, पाकिस्तान मुस्लिम लीग (क्यू) और बलूचिस्तान अवामी पार्टी। तीनों पार्टियां जल्द विपक्ष के साथ जाने की घोषणा कर सकती हैं।

विस्तार

पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव की वजह से देश में बनी राजनीतिक अनिश्चितता को समाप्त करने के लिए समय पूर्व चुनाव कराए जा सकते हैं। इमरान खान इस समय अपनी सरकार बचाए रखने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इस्लामाबाद में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए राशिद ने सहयोगी पार्टियों को चेतावनी भी दी कि पाला बदलने से उन्हें कुछ लाभ नहीं मिलेगा। 

आठ मार्च को पाकिस्तान के विपक्षी दलों ने नेशनल असेंबली सचिवालय में एक अविश्वास प्रस्ताव जमा किया था। उन्होंने आरोप लगाया है कि इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार देश में आर्थिक संकट और तेजी से बढ़ती महंगाई के लिए जिम्मेदार है। 69 वर्षीय इमरान खान एक गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं और अगर उनके सहयोगी दल उनका साथ छोड़ देते हैं तो फिर उनकी सरकार गिर सकती है।

राशिद ने पीटीआई के सदस्यों से कहा कि प्रधानमंत्री के खिलाफ जाने से पहले इस बात को समझ लें कि देश में मध्यावधि चुनाव भी कराए जा सकते हैं। इस समय पाला बदलना उनके लिए कतई अच्छा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि जो लोग पार्टी बदलने की सोच रहे हैं और यह समझ रहे हैं कि उन्हें सम्मान मिलेगा, तो वह गलत सोच रहे हैं। प्रधानमंत्री इमरान खान के भारी संकट में फंसने के बीच राशिद ने यहां जल्द ही ‘अच्छी खबर’ आने का वादा भी किया।

कुछ ऐसा है पाकिस्तान की नेशनल असेंबली का गणित

पाकिस्तान की 342 सदस्यों वाली नेशनल असेंबली में इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के पास केवल 155 सीटें हैं। इसके अलावा उसके पास छह गठबंधन भागीदारों का समर्थन है, जिनके पास 23 सीटें हैं। इमरान खान को प्रधानमंत्री बने रहने के लिए 172 और उन्हें हटाने के लिए विपक्ष को 172 मतों की आवश्यकता है। अगर इमरान के सहयोगी दल उनका साथ छोड़ देते हैं तो उनके लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है।

इमरान खान के खिलाफ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के 100 से अधिक सांसदों ने अविश्वास प्रस्ताव जमा किया है। उधर, इमरान की अपनी पीटीआई में भी दरारें देखने को मिल रही हैं। गठबंधन के एक प्रमुख सहयोगी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद ने भी प्रधानमंत्री के रूप में इमरान खान का विरोध किया है। ये सब बातें इस ओर इशारा कर रहे हैं कि इमरान खान की राह आसान नहीं है।

इमरान के तीन सहयोगी दल मिला सकते हैं विपक्ष से हाथ

बता दें कि पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के स्पीकर ने 25 मार्च से निचले सदन का सत्र बुलाया है। विपक्ष इसमें इमरान खान की सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला रहा है। वहीं, खबर आई है कि इमरान खान के तीन बड़े सहयोगी दलों ने विपक्ष से हाथ मिलाने का फैसला किया है। ये दल हैं- मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान, पाकिस्तान मुस्लिम लीग (क्यू) और बलूचिस्तान अवामी पार्टी। तीनों पार्टियां जल्द विपक्ष के साथ जाने की घोषणा कर सकती हैं।



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