वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, लंदन
Published by: गौरव पाण्डेय
Updated Mon, 18 Apr 2022 06:13 PM IST
सार
जॉनसन पर आरोप लगा है कि नवंबर 2020 में हुई एक पार्टी के आयोजन के लिए उन्होंने ही जोर दिया है। इसे लेकर विपक्ष ने उनके खिलाफ अपना हमला तेज किया है। उधर, जॉनसन के भारत दौरे की शुरुआत भी होने वाली है।
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विस्तार
जॉनसन पर ऐसी ही एक पार्टी के लिए जुर्माना लगाया जा चुका है। यह पार्टी जून 2020 में उनके जन्मदिन पर हुई थी जब उनकी पत्नी कैरी कैबिनेट कक्ष में एक केक लेकर आई थीं। इस मामले में कैरी और ब्रिटेन के वित्त मंत्री ऋषि सुनक पर भी जुर्माना लगाया गया था। हालांकि, ब्रिटिश मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पुलिस इस समय ऐसी 12 लॉकडाउन पार्टियों की जांच कर रही है और माना जा रहा है कि इनमें से लगभग छह पार्टियां बोरिस जॉनसन से जुड़ी हुई थीं।
‘द संडे टाइम्स’ ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि नवंबर 2020 में 10 डाउनिंग स्ट्रीट से संचार निदेशक ली केन की विदाई को लेकर की गई पार्टी कथित तौर पर जॉनसन की शह पर आयोजित की गई थी। पहले से ही जॉनसन के इस्तीफे की मांग कर रहे विपक्ष ने अपना विरोध तेज किया है। लेबर पार्टी की उप नेता एंजेला रेनर ने कहा है कि अगर नई रिपोर्ट सही है तो इसका अर्थ है कि पीएम न केवल पार्टियों में शामिल हुए बल्कि एक के आयोजन पर भी जोर दिया था।
ब्रिटिश नागरिकों को बेहतर नेतृत्व की आवश्यकता : एंजेला रेनर
रेनर ने जॉनसन पर आरोप लगाया कि उन्होंने हर मोड़ पर ब्रिटिश नागरिकों को भटकाया है। जब ब्रिटेन की जनता बड़ा बलिदान दे रही थी, तब जॉनसन कानून तोड़ रहे थे। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने अपने कार्यालय का अपमान किया है। ब्रिटिश नागरिकों को बेहतर नेतृत्व की आवश्यकता है। लेबर पार्टी के पास कॉस्ट ऑफ लिविंग के संकट से निपटने की एक ठोस योजना है। वहीं, टोरी सांसद पीएम बोरिस जॉनसन के कदमों का बचाव करने में व्यस्त हैं।’
गुजरात का दौरा करने वाले पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री होंगे जॉनसन
जॉनसन अगले सप्ताह दो दिवसीय भारत यात्रा पर अहमदाबाद जाएंगे। इस दौरान वह अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे और यूक्रेन संकट समेत आपती संबंधों पर विचार-विमर्श करेंगे। अपनी इस यात्रा के साथ ही गुजरात का दौरा करने वाले वह पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री बन जाएंगे। जॉनसन की पहली भारत यात्रा 21 अप्रैल को अहमदाबाद से शुरू होगी। इस दौरान भारत और ब्रिटेन, दोनों के प्रमुख उद्योगों में निवेश की अहम घोषणाएं की जाएंगी।
22 अप्रैल को जॉनसन मोदी से मुलाकात करने के लिए दिल्ली रवाना होंगे। यहां दोनों नेता भारत-ब्रिटेन के बीच रणनीतिक रक्षा, कूटनीतिक और आर्थिक साझेदारी पर गहन बातचीत करेंगे। जॉनसन इस दौरान साल की शुरुआत में भारत-ब्रिटेन के बीच शुरू हुई मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) वार्ता को आगे बढ़ाने का काम भी करेंगे। जॉनसन ने इसे लेकर कहा है कि मेरी यात्रा उन पक्षों पर खरी उतरेगी, जो दोनों देशों के लोगों के लिए असल में मायने रखती हैं।