पिछले कुछ वर्षों में भारतीय टीम की कप्तानी को लेकर आईपीएल को भी पैमाने पर कसा जाता रहा है. धोनी के सन्यास के बाद विराट, रोहित, रहाणे और लोकेश राहुल को भारतीय टीम की कमान सौंपी गई, जिसमें आईपीएल में दिखाये गये प्रदर्शन की भी भूमिका रही है. अब हार्दिक ने भी इन सब के साथ अपना नाम जोड़ लिया है. टीम इंडिया के कप्तान के दावेदार के तौर पर उन्हें देखना शायद अभी जल्दी होगी, लेकिन आने वाले वक्त मे इसे इनकार नहाई किया जा सकता.
सप्ताह भर की क्रिकेट सरगर्मियों को समेटे इस पॉडकास्ट के साथ मै हाजिर हूँ, स्वीकार कीजिए संजय बैनर्जी का नमस्कार- सुनो दिल से
लगभग दो महीने व्यस्त रखने के बाद आईपीएल के 15वें संस्करण ने नए चैंपियन को जन्म दिया. गुजरात टाइटंस अब आईपीएल विजेता है और इसने यह कारनामा अपने पहले ही प्रयास में कर दिखाया. जाहिर है टीम सफल होगी तो कप्तान को श्रेय जाएगा ही. हार्दिक पंड्या कप्तानी के मामले में अंडर रेटेड प्लेयर थे, क्योंकि उनके पास कप्तानी का तजुर्बा न के बराबर था. अब चैंपियन टीम के कप्तान होने के नाते उनकी चर्चा लाजिमी है. कप्तान के तौर पर हार्दिक की लोकप्रियता ने इस बार भारतीय क्रिकेट के तीन बड़े कप्तानों को पीछे छोड़ दिया है. आरसीबी के कप्तान विराट कोहली तो सीजन से पहले ही कप्तानी छोड़ चुके थे, लेकिन खुद की अपेक्षाओं का दबाव महेन्द्र सिंह धोनी और रोहित शर्मा दोनों पर बढ़ सकता है. हार्दिक ने न सिर्फ ट्रॉफी जीती है, बल्कि करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों के दिल भी जीते हैं.
पिछले कुछ वर्षों में भारतीय टीम की कप्तानी को लेकर आईपीएल को भी पैमाने पर कसा जाता रहा है. धोनी के सन्यास के बाद विराट, रोहित, रहाणे और लोकेश राहुल को भारतीय टीम की कमान सौंपी गई जिसमें आईपीएल में दिखाये गये प्रदर्शन की भी भूमिका रही है. अब हार्दिक ने भी इन सब के साथ अपना नाम जोड़ लिया है. टीम इंडिया के कप्तान के दावेदार के तौर पर उन्हे देखना शायद अभी जल्दी होगी, लेकिन आने वाले वक्त मे इसे इनकार नहाई किया जा सकता.
बहरहाल, गुजरात टाइटंस ने अपने पदार्पण साल में आईपीएल जीतकर यह बताया है कि अगर सूझबूझ और समय पर कारगर तरीके से टीम उतारी जाए तो कामयाबी मिल सकती है. सीजन के पहले न तो गुजरात को, न ही हार्दिक को बतौर कप्तान और न ही आशीष नेहरा को बतौर हेड कोच कोई अच्छी रेटिंग दे रहा था. चैंपियन बनने के बाद अब सब कुछ शीशे की तरह साफ है.
अहमदाबाद में रिकॉर्ड संख्या में लगभग सवा लाख दर्शकों के सामने खेले गये फाइनल में गुजरात टाइटंस ने राजस्थान रॉयल्स को सात विकेट से हरा दिया. फाइनल बिलकुल ‘लो स्कोर’ वाला साबित हुआ. स्कोर कार्ड देखने से अनुमान लगाया जा सकता है कि फाइनल बिलकुल एकतरफा रहा. लेकिन जिसने भी मैच देखा, उसे अंदाजा है कि गुजरात की जीत आसान नहीं थी. टारगेट को पाने के लिए उनके बल्लेबाजों को भी संघर्ष करना पड़ा. फिर भी हार्दिक पंडया ने अपने खेल से मैच का रुख मोड़ दिया. फाइनल में हार्दिक ने तीन विकेट लेने के अलावा उपयोगी 34 रन भी बनाये और अंत में टीम चैंपियन बनी.
गुजरात को चैंपियन बनाने में पूरे सीजन कई खिलाड़ियों ने जबर्दस्त कंट्रीब्यूट किया है. हार्दिक ने सबसे ज्यादा 487 रन बनाये. इसके अलावा डेविड मिलर ने 481, शुभमन गिल ने 483 और रिद्धिमान साहा ने 317 रन का योगदान किया. राहुल तेवतिया और राशिद खान ने भी बेहतर स्ट्राइक रेट से बीच-बीच में रन बटोरे.
गेंदबाजी में मोहम्मद शमी ने 20, राशिद खान ने 19 , लॉकी फर्गुसन ने 12 और यश दयाल ने 11 विकेट लेकर गुजरात की जीत में अहम योगदान किया. राशिद ने एक मैच में कप्तानी भी की.
उपविजेता बने राजस्थान रॉयल्स का 14 साल बाद फिर से चैंपियन बनने का सपना पूरा नहीं हो सका, पर यह भी सच है कि गुजरात की तरह उसे भी शुरू में कोई भाव नहीं दे रहा था. संजू सैमसन की कप्तानी वाली इस टीम ने कुछ चौंकाने वाले परिणाम देते हुए फाइनल तक का सफर तय किया. पहले अंक तालिका में दूसरा स्थान हासिल किया और फिर दूसरे क्वालीफायर में रॉयल चैलेंसर्ज बेंगलुरू को हराया. यह भी संयोग है कि लीग मुकाबले के अंतिम तीन मैचों का परिणाम सात विकेट के अंतर से रहा तो प्लेआफ के चार में से तीन मैचों का रिजल्ट भी सात विकेट के अंतर से ही रहा.
राजस्थान रॉयल्स के इस सफर में जोस बटलर ने जमकर बल्लेबाजी की और चार शतक व चार अर्धशतक समेत 17 पारियों में सबसे ज्यादा 863 रन बनाये. बटलर आईपीएल 2022 में ‘शोमैन’ बने रहे. जब भी क्रीज पर आते निगाहें उसी ओर लगी होती थीं. कप्तान संजू सैमसन ने 458, देवदत्त पडिल ने 376, शिमरोन हेत्माएर ने 314 और यशस्वी जायसवाल ने 258 रन बनाकर राजस्थान के सफर को आसान किया.
इसी तरह गेंदबाजी में युजवेन्द्र चहल ने सबसे ज्यादा 27 विकेट लिये. इसके अलावा प्रसिद्ध कृष्णा ने 19, ट्रेंट बोल्ट ने 16, अश्विन ने 12 और ओबेद मैकॉय ने 11 विकेट लेकर अपनी ओर से राजस्थान को शीर्ष दो में पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी.
यह सही है कि शुरू से ही सीएसके और मुंबई इंडियंस प्लेआॅफ की दौड़ से बाहर थे लेकिन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू और दिल्ली कैपिटल्स को लेकर संशय बना रहा. दिल्ली तो अंतिम चार में भी जगह नहीं बना पाई, जबकि आरसीबी का आईपीएल में चैंपियन बनने का सपना फिर पूरा नहीं हो सका. कोहली को भारतीय टीम के कप्तान के तौर पर जिस तरह से कोई आईसीसी ट्रॉफी नसीब नहीं हो सकी, उसी तरह आईपीएल में न तो कप्तान और न ही खिलाड़ी के तौर पर चैंपियन का सेहरा बांधने का मौका मिला. जाहिर है विराट कोहली को सबसे ज्यादा निराशा हुई होगी.
वैसे सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में बटलर के बाद लोकेश राहुल और क्विंटन डिकॉक का नंबर आता है जिन्होंने क्रमशः 616 और 508 रन बनाये. जबकि गेंदबाजी में चहल के बाद वानिंदु हसरंगा के 26 और कैगिसो रबाडा के 23 विकेट का नंबर आता है. दिनेश कार्तिक की जरूर चर्चा की जानी चाहिए जिन्होंने अपने को सीरियस क्रिकेटर साबित किया है. 183 के स्ट्राइक रेट से उनके बल्ले से निकले 330 रन भी कम मायने नहीं रखते. संजू सैमसन विकेटकीपर के तौर पर सबसे ज्यादा 16 शिकार करने वाले बने तो रियान पराग ने 17 कैच लेकर खुद को बेहतरीन फील्डर साबित किया.
टी-20 फोर्मेट को हमेशा गेंदबाजों के विपरीत माना जाता है और इसी वजह से इस बार सबसे ज्यादा 1062 छक्के लगे जिसमें अकेले 45 छक्के बटलर ने नाम हैं.
आईपीएल के बाद भारतीय क्रिकेटरों के लिए अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना जौहर दिखाने का समय आ गया है. दक्षिण अफ्रीका की टीम कुछ दिन बाद भारत पहुंचने वाली है. दोनों देशों के खिलाड़ी पांच टी-20 मैचों की सीरीज में उतरेंगे. सीरीज की शुरुआत दिल्ली में गुरुवार को पहले मुकाबले से होगी. इसके बाद कटक, वाइजग, राजकोट और बेंगलुरू में भी मैच होंगे. भारतीय टीम के खिलाड़ी परसो दिल्ली में जुटेंगे और इसके बाद अभ्यास में समय गुजारकर अपनी तैयारी करेंगे. कोरोना से राहत मिलने के बाद अब इन मैचों को देखने के लिए दर्शकों पर प्रतिबंध नहीं होगा और वे स्टेडियम में आ सकेंगे. साथ ही खिलाड़ियों को बायो-बबल में नहीं रहना होगा. इस तरह अब खिलाड़ी और दर्शक-सभी बंदिशों में नहीं बंधे होंगे.
सीरीज में रोहित और विराट जैसे खिलाड़ियों को आराम दिया गया है जबकि कुछ नये खिलाड़ियों को मौका मिलने वाला है. यह महज संयोग है कि 18 सदस्यीय भारतीय टीम में आईपीएल में खेले सभी 10 फ्रेंचाइजीज का कोई न कोई खिलाड़ी जरूर शामिल है.
अंतरराष्ट्रीय सीरीज के क्रम में भारतीय टीम आयरलैंड और इंग्लैंड का दौरा पूरा करने के बाद अगले महीने वेस्टइंडीज के दौरे पर जाएगी. जारी कार्यक्रम के अनुसार वहां तीन वनडे और पांच टी-20 मैचों की सीरीज खेली जाएगी. इसके मैच पोर्ट ऑफ स्पेन और सेंट किट्स के अलावा दो अन्य मुकाबले अमेरिका के फ्लोरिडा में भी होंगे.
इस बीच बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के एक ट्विट से क्रिकेट गलियारे में तरह-तरह की बातें होने लगीं. गांगुली ने इसमें लिखा कि अब वो एक नया काम शुरू करने वाले हैं. इसका मतलब यह निकाला गया कि गांगुली ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. इस खबर को तेजी से फैलने के कुछ घंटे बाद ही बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कह दिया कि गांगुली ने इस्तीफा नहीं दिया है.
और अंत में घरेलू क्रिकेट. भारत की सबसे बड़ी प्रतियोगिता रणजी ट्रॉफी का दूसरा चरण सोमवार को शुरू हो रहा है. आईपीएल से पहले इसके प्री क्वार्टर फाइनल तक के मुकाबले खेले गये थे. अब क्वार्टर फाइनल से इसकी शुरुआत हो रही है. क्वार्टर फाइनल मैचों में बंगाल का झारखंड से, मुंबई का उत्तराखंड से, कर्नाटक का उत्तर प्रदेश से और पंजाब का मध्य प्रदेश से मुकाबला होगा. कर्नाटक की टीम में प्रसिद्ध कृष्णा शामिल नहीं है, उन्हे इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट टीम में रखा गया है. इस दल में टीम इंडिया से बाहर चल रहे मयंक अग्रवाल की वापसी हुई है. मनीष पांडे इस टीम के कप्तान होंगे. संभवतः रणजी ट्रॉफी के समापन के बाद भारतीय क्रिकेट का यह घरेलू सत्र भी समाप्त हो जाएगा.
तो यह था, हफ्ते भर की क्रिकेट सरगर्मियों पर आधारित हमारा पॉडकास्ट- सुनो दिल से- अगले हफ्ते तक के लिए संजय बैनर्जी को अनुमति दीजिए, नमस्कार.