संवाद न्यूज एजेंसी, मुबारिकपुर (ऊना)
Published by: अरविन्द ठाकुर
Updated Mon, 18 Apr 2022 09:10 AM IST
सार
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद सरस्वती ने एक संप्रदाय विशेष पर आपत्तिजनक शब्द कहे। वहीं, उन्होंने हिंदुओं से अधिक बच्चे पैदा करने, उन्हें अपने परिवार को सुरक्षित करने के लिए सक्षम बनाने और रक्षा के लिए हथियार उठाने को कहा है।
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विस्तार
अब सोमवार और मंगलवार को तीन बड़े पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में कड़े पहरे के बीच धर्म संसद का आयोजन होगा। डीसी राघव शर्मा ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के याचिकाकर्ता ने उनसे पत्राचार किया है। इसके बाद यह व्यवस्था की है। रविवार को अखिल भारतीय संत परिषद की तीन दिवसीय धर्म संसद के आगाज पर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद सरस्वती ने मीडिया से बातचीत में एक संप्रदाय विशेष पर आपत्तिजनक शब्द कहे। वहीं, उन्होंने हिंदुओं से अधिक बच्चे पैदा करने, उन्हें अपने परिवार को सुरक्षित करने के लिए सक्षम बनाने और रक्षा के लिए हथियार उठाने को कहा।
उन्होंने कहा कि अब देशभर में हिंदू शोभा यात्राओं पर पथराव हो रहा है। कोई भी सरकार इसे रोक नहीं पा रही है। धर्म संसद धर्म की रक्षा के लिए बुलाई जाती है, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि हिंदुओं ने धर्म की रक्षा को महत्वपूर्ण माना ही नहीं है। हिंदू असुरक्षित हो चुके हैं। चाहे कोई भी राजनीतिक दल हो, वह महत्वाकांक्षा के चलते हिंदू हितों को कुचलने में कोई कमी नहीं रख रहा।
बयानों पर विवाद होने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि केवल मात्र सच्चाई बयान करते हैं, लेकिन यह कुछ को चुभ जाती है। महामंडलेश्वर सरस्वती के शिष्य यति सत्देवानंद सरस्वती की ओर से धर्म संसद का आयोजन किया जा रहा है। इसमें अन्नपूर्णा भारती, अमृतानंद, बालयोगी ज्ञाननाथ, रामानंद सरस्वती व अन्य मौजूद रहे। उल्लेखनीय है कि इससे पहले हरिद्वार में भड़काऊ भाषण देने पर महामंडलेश्वर पर मामला दर्ज हो चुका है। उन्हें सशर्त जमानत मिली है। कोर्ट की गाइडलाइन न मानने को लेकर चर्चा छिड़ गई है।
क्या कहा है नोटिस में
नोटिस में पुलिस ने आयोजनकर्ता को धर्म संसद में कोई भी धार्मिक भावनाएं भड़काने वाली भाषा का इस्तेमाल न करने की हिदायत दी है। जाति व समुदाय विशेष के खिलाफ भी कोई भाषण या नारेबाजी न करने को कहा गया है। नोटिस से चेताया है कि निर्देशों का पालन न करने पर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने इस आयोजन पर रोक लगाने से इनकार कर याचिकाकर्ता को संबंधित जिला अधिकारियों से मिलकर पक्ष रखने की अनुमति दी है।
अंब की छात्रा का मामला भी उठाया
महामंडलेश्वर ने मीडिया से बातचीत में ऊना के अंब में हुई छात्रा की निर्मम हत्या का मामला भी उठाया। उन्होंने कहा कि अब पहाड़ों में भी इस तरह की आपराधिक घटनाएं बढ़ने लगी हैं।