Punjab election 2022: नवजोत सिंह सिद्धू के तेवर फिर कड़े, अगर चन्नी बने सीएम चेहरा तो उठा सकते हैं बड़ा कदम


न्यूज डेस्क, अमर उजाला, चंडीगढ़
Published by: ajay kumar
Updated Sat, 05 Feb 2022 12:36 AM IST

सार

छह फरवरी को पंजाब में कांग्रेस का सीएम चेहरा घोषित हो जाएगा। राहुल गांधी लुधियाना में इसका एलान करेंगे। इससे पहले ही नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने तेवर तल्ख कर लिए हैं। 

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पंजाब में मुख्यमंत्री चेहरे के लिए कांग्रेस हाईकमान के सर्वे का रुख भांपते ही प्रदेश प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू के तेवर कड़े हो गए हैं। सिद्धू ने यह कहकर हाईकमान के फैसले के प्रति अपने तेवर स्पष्ट कर दिए कि ‘शीर्ष पर बैठे लोग’ (हाईकमान) एक कमजोर मुख्यमंत्री चाहते हैं, जो उनके इशारे पर नाचता रहे। चूंकि कांग्रेस हाईकमान छह फरवरी को अगले मुख्यमंत्री चेहरे का एलान करने जा रहा है, इस बयान के साथ सिद्धू ने चन्नी को कमजोर मुख्यमंत्री साबित होने की ओर इशारा कर पार्टी के लिए मुश्किल खड़ी करने की कोशिश तेज कर दी है। 

उनका कहना है कि एक अच्छे मुख्यमंत्री का चुनाव करना केवल पंजाब के मतदाताओं के हाथ में है। सिद्धू ने शुक्रवार को अमृतसर में अपने समर्थकों के बीच कहा- ‘अगर नया पंजाब बनाना है तो सीएम के हाथ में है। आपको इस बार सीएम चुनना है। ऊपर वालों को एक कमजोर सीएम चाहिए, जो उनकी धुन पर नाच सके। क्या आपको ऐसा सीएम चाहिए?’ पार्टी और सियासी गलियारों में ये अटकलें तेज हो गईं हैं कि अगर हाईकमान ने चन्नी को अगला मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया तो संभव है कि सिद्धू कांग्रेस को अलविदा कह दें। ऐसे ही संकेत हाल ही में सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने भी दिए थे कि वे पति-पत्नी अपने पुराने प्रोफेशन में लौट सकते हैं।

दरअसल, मौजूदा समय में सिद्धू के लिए हाईकमान के फैसले के खिलाफ पार्टी के भीतर गुटबाजी को हवा दे पाना भी संभव नहीं होगा, क्योंकि पार्टी ने अधिकांश विधायकों और मंत्रियों को फिर से टिकट देकर चुनाव में उतार दिया गया है। ऐसे मौके पर सभी प्रत्याशियों को हाईकमान के सहयोग की दरकार है और सिद्धू के साथ शायद ही कोई नेता खुलकर सामने आए। इसके अलावा मुख्यमंत्री पद के तीन अन्य दावेदार- सुखजिंदर रंधावा, प्रताप बाजवा और सुनील जाखड़ भी हालात को देखते हुए चुप्पी साध गए हैं।

कांग्रेस चन्नी के साथ खड़ी है: हरीश चौधरी
कांग्रेस के पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश चौधरी ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी, उसके कार्यकर्ता और पंजाब के लोग मुख्यमंत्री चन्नी के साथ खड़े हैं और विधानसभा चुनाव में चन्नी को हतोत्साहित करने का प्रयास कर रहे लोगों को मुंहतोड़ जवाब देंगे। यदि कोई भी कांग्रेस का वरिष्ठ नेता या कार्यकर्ता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ काम करता हुआ मिलता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। नवजोत सिद्धू द्वारा चन्नी को लेकर की गई कमजोर सीएम वाली टिप्पणी पर चौधरी ने बचाव करते हुए कहा कि सिद्धू का यह बयान कांग्रेस के लिए नहीं बल्कि भाजपा के लिए था।

विस्तार

पंजाब में मुख्यमंत्री चेहरे के लिए कांग्रेस हाईकमान के सर्वे का रुख भांपते ही प्रदेश प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू के तेवर कड़े हो गए हैं। सिद्धू ने यह कहकर हाईकमान के फैसले के प्रति अपने तेवर स्पष्ट कर दिए कि ‘शीर्ष पर बैठे लोग’ (हाईकमान) एक कमजोर मुख्यमंत्री चाहते हैं, जो उनके इशारे पर नाचता रहे। चूंकि कांग्रेस हाईकमान छह फरवरी को अगले मुख्यमंत्री चेहरे का एलान करने जा रहा है, इस बयान के साथ सिद्धू ने चन्नी को कमजोर मुख्यमंत्री साबित होने की ओर इशारा कर पार्टी के लिए मुश्किल खड़ी करने की कोशिश तेज कर दी है। 

उनका कहना है कि एक अच्छे मुख्यमंत्री का चुनाव करना केवल पंजाब के मतदाताओं के हाथ में है। सिद्धू ने शुक्रवार को अमृतसर में अपने समर्थकों के बीच कहा- ‘अगर नया पंजाब बनाना है तो सीएम के हाथ में है। आपको इस बार सीएम चुनना है। ऊपर वालों को एक कमजोर सीएम चाहिए, जो उनकी धुन पर नाच सके। क्या आपको ऐसा सीएम चाहिए?’ पार्टी और सियासी गलियारों में ये अटकलें तेज हो गईं हैं कि अगर हाईकमान ने चन्नी को अगला मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया तो संभव है कि सिद्धू कांग्रेस को अलविदा कह दें। ऐसे ही संकेत हाल ही में सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने भी दिए थे कि वे पति-पत्नी अपने पुराने प्रोफेशन में लौट सकते हैं।

दरअसल, मौजूदा समय में सिद्धू के लिए हाईकमान के फैसले के खिलाफ पार्टी के भीतर गुटबाजी को हवा दे पाना भी संभव नहीं होगा, क्योंकि पार्टी ने अधिकांश विधायकों और मंत्रियों को फिर से टिकट देकर चुनाव में उतार दिया गया है। ऐसे मौके पर सभी प्रत्याशियों को हाईकमान के सहयोग की दरकार है और सिद्धू के साथ शायद ही कोई नेता खुलकर सामने आए। इसके अलावा मुख्यमंत्री पद के तीन अन्य दावेदार- सुखजिंदर रंधावा, प्रताप बाजवा और सुनील जाखड़ भी हालात को देखते हुए चुप्पी साध गए हैं।

कांग्रेस चन्नी के साथ खड़ी है: हरीश चौधरी

कांग्रेस के पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश चौधरी ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी, उसके कार्यकर्ता और पंजाब के लोग मुख्यमंत्री चन्नी के साथ खड़े हैं और विधानसभा चुनाव में चन्नी को हतोत्साहित करने का प्रयास कर रहे लोगों को मुंहतोड़ जवाब देंगे। यदि कोई भी कांग्रेस का वरिष्ठ नेता या कार्यकर्ता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ काम करता हुआ मिलता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। नवजोत सिद्धू द्वारा चन्नी को लेकर की गई कमजोर सीएम वाली टिप्पणी पर चौधरी ने बचाव करते हुए कहा कि सिद्धू का यह बयान कांग्रेस के लिए नहीं बल्कि भाजपा के लिए था।

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