Punjab News : डॉ. राज बहादुर के इस्तीफे पर सियासत गरमाई, विपक्षी दल और स्वास्थ्य संगठन सरकार के खिलाफ लामबंद


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बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. राज बहादुर के साथ सेहत मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा की ओर से दुर्व्यवहार किए जाने का मामला सामने आने के बाद प्रदेश में सियासत गरमा गई है। सभी विपक्षी दलों ने मामले पर सरकार को घेरते हुए सेहत मंत्री के इस्तीफे की मांग शुरू कर दी है। वहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) समेत डाक्टरों के विभिन्न संगठन लामबंद हो गए हैं और उन्होंने सेहत मंत्री को हटाने की मांग की है।

दूसरी ओर सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) अपने मंत्री के बचाव में आ गई है। हालांकि मुख्यमंत्री और सेहत मंत्री ने इस पूरे मामले में शनिवार देर शाम तक चुप्पी साधे रखी, जिससे सरकार बैकफुट पर दिखाई दे रही है। सूत्रों के अनुसार मामला पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल तक पहुंच गया है। इस मुद्दे पर पंजाब कांग्रेस, भाजपा, शिअद के नेताओं ने सेहत मंत्री जौड़ामाजरा के व्यवहार की कड़ी निंदा करते हुए मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की है।

पंजाब के पूर्व सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू, भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा, अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल, शिअद के सीनियर नेता डा. दलजीत सिंह चीमा ने सेहत मंत्री जौड़ामाजरा द्वारा डा. राज बहादुर को अपमानित करने की घटना की कड़ी निंदा की।

विवाद दुर्भाग्यपूर्ण, लेकिन सेहत सेवाओं में ढील बर्दाश्त नहीं : आप
आप के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने इस मामले में सरकार का बचाव करते हुए कहा कि बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर संबंधी विवाद दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन आप सरकार सेहत सेवाओं के मामले में ढील बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि वीसी को लेकर विपक्षी दलों द्वारा की जा रही राजनीति निंदनीय है। सेहत मंत्री जौड़ामाजरा का उद्देश्य सरकारी अस्पतालों में गरीबों के लिए बढ़िया सुविधाएं यकीनी बनाना है, इसके अलावा कुछ नहीं।

सेहत मंत्री को माफी मांगनी चाहिए थी : जाखड़
भाजपा नेता सुनील जाखड़ ने इस मामले में ट्वीट कर कहा कि डा. राज बहादुर से बदसलूकी करने पर सेहत मंत्री को माफी मांग लेनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके परिणामस्वरूप डा. राज बहादुर ने इस्तीफा दे दिया, जो बेहद दुखद है। जाखड़ ने आगे लिखा- डा. राजबहादुर की ओर से उठाया गया कदम आत्मसम्मान वाला व्यक्ति ही उठा सकता है। मुख्यमंत्री को चाहिए कि सेहत मंत्री को बर्खास्त करें।

मंत्री के व्यवहार में बुनियादी शालीनता नहीं : बाजवा
नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने कहा है कि सेहत मंत्री जौड़ामाजरा की ओर से डॉ. राज बहादुर के ‘अपमान’ की चौतरफा निंदा की जानी चाहिए, जो दर्शाता है कि मंत्री के व्यवहार में बुनियादी शालीनता का अभाव था। बाजवा ने आगे कहा कि आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल को आप वर्करों, विधायकों और मंत्रियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का प्रबंध करना चाहिए, ताकि वह लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करना सीख सकें।
 
सेहत मंत्री के पक्ष में अनमोल गगन और लालजीत भुल्लर
पंजाब से कैबिनेट मंत्री अनमोल गगन मान और लालजीत भुल्लर सूबे के सेहत मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा के बचाव में आगे आए हैं। दोनों मंत्रियों ने अपने-अपने ट्वीटर हैंडल पर सरकार का पक्ष लेते हुए विपक्ष पर सवाल उठाए।  उन्होंने लिखा- जो आज मान सरकार पर उंगली उठा रहे हैं, असल में उन अकाली-कांग्रेसियों ने ही पंजाब को लूटकर खाया है। हद से ज्यादा खराब सेहत सुविधाएं उन्हीं की देन हैं, लेकिन हम पंजाब में सेहत सुविधाओं की क्रांति लेकर आ रहे हैं। इसिलिए ही इन रिवायती सियासतदानों में डर पैदा हुआ है।

सेहत मंत्री का ऐसा बुरा व्यवहार निंदनीय : वड़िंग
पंजाब कांग्रेस के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंगने ट्वीट किया कि वह आज डा. राज बहादुर से मिले थे, लेकिन उनसे आंखों में आंखें डालकर बात नहीं कर सके, क्योंकि डा. राज बहादुर बहुत हताश नजर आ रहे थे। वड़िंगने कहा कि डा. राज बहादुर जैसी बड़ी शख्सियत के साथ सेहत मंत्री का ऐसा बुरा व्यवहार जहां निंदनीय है, वहीं मंत्री को तुरंत डा. राज बहादुर से माफी मांगनी चाहिए।

सीएम सेहत मंत्री को मंत्रिमंडल से बाहर करें : खैरा
कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा ने कहा कि डा. राज बहादुर ने सेहत मंत्री की ओर से अपमानित किए जाने के कारण ही इस्तीफा दिया है। अगर मुख्यमंत्री भगवंत मान ईमानदार हैं तो तुरंत सेहत मंत्री को अपने मंत्रिमंडल से बाहर करें और डा. राज बहादुर से माफी मांगी जाए। खैरा ने कहा कि डा. राज बहादुर अंतरराष्ट्रीय प्रसिद्धि प्राप्त डाक्टर हैं, जबकि सेहत मंत्री बारहवीं पास हैं।

सीएम माफी मांगें और इस्तीफा वापस कराएं : हरसिमरत
अकाली नेता हरसिमरत कौर बादल ने इस मुद्दे पर आप को कठघरे में खड़ा करते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की, जिसमें उन्होंने लिखा- सीएम भगवंत मान सत्ता के नशे में आए स्वास्थ्य मंत्री को बर्खास्त करें और डाक्टर से माफी मांग कर इस्तीफा वापस लेने को कहें। उन्होंने आगे लिखा- देरी करने से स्वास्थ्य विभाग में काम करने वालों पर बुरा असर पड़ेगा।

पूरी चिकित्सा बिरादरी का अपमान किया गया है : आईएमए
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने घटना की निंदा करते हुए कहा है कि यह न केवल डॉ. राज बहादुर का अपमान है, बल्कि पूरे भारत में चिकित्सा बिरादरी का अपमान किया गया है। एसोसिएशन ने कहा कि डॉ. राज बहादुर, एक विद्वान शिक्षाविद और सम्मानित चिकित्सक हैं, जिन्होंने बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के लिए बहुत अच्छा काम किया है। आईएमए ने बिना शर्त माफी और स्वास्थ्य मंत्री के तत्काल इस्तीफे की मांग की है। एसोसिएशन ने पंजाब के सीएम भगवंत मान से तत्काल हस्तक्षेप करने और मंत्री के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है।

विस्तार

बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. राज बहादुर के साथ सेहत मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा की ओर से दुर्व्यवहार किए जाने का मामला सामने आने के बाद प्रदेश में सियासत गरमा गई है। सभी विपक्षी दलों ने मामले पर सरकार को घेरते हुए सेहत मंत्री के इस्तीफे की मांग शुरू कर दी है। वहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) समेत डाक्टरों के विभिन्न संगठन लामबंद हो गए हैं और उन्होंने सेहत मंत्री को हटाने की मांग की है।

दूसरी ओर सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) अपने मंत्री के बचाव में आ गई है। हालांकि मुख्यमंत्री और सेहत मंत्री ने इस पूरे मामले में शनिवार देर शाम तक चुप्पी साधे रखी, जिससे सरकार बैकफुट पर दिखाई दे रही है। सूत्रों के अनुसार मामला पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल तक पहुंच गया है। इस मुद्दे पर पंजाब कांग्रेस, भाजपा, शिअद के नेताओं ने सेहत मंत्री जौड़ामाजरा के व्यवहार की कड़ी निंदा करते हुए मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की है।

पंजाब के पूर्व सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू, भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा, अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल, शिअद के सीनियर नेता डा. दलजीत सिंह चीमा ने सेहत मंत्री जौड़ामाजरा द्वारा डा. राज बहादुर को अपमानित करने की घटना की कड़ी निंदा की।

विवाद दुर्भाग्यपूर्ण, लेकिन सेहत सेवाओं में ढील बर्दाश्त नहीं : आप

आप के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने इस मामले में सरकार का बचाव करते हुए कहा कि बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर संबंधी विवाद दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन आप सरकार सेहत सेवाओं के मामले में ढील बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि वीसी को लेकर विपक्षी दलों द्वारा की जा रही राजनीति निंदनीय है। सेहत मंत्री जौड़ामाजरा का उद्देश्य सरकारी अस्पतालों में गरीबों के लिए बढ़िया सुविधाएं यकीनी बनाना है, इसके अलावा कुछ नहीं।

सेहत मंत्री को माफी मांगनी चाहिए थी : जाखड़

भाजपा नेता सुनील जाखड़ ने इस मामले में ट्वीट कर कहा कि डा. राज बहादुर से बदसलूकी करने पर सेहत मंत्री को माफी मांग लेनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके परिणामस्वरूप डा. राज बहादुर ने इस्तीफा दे दिया, जो बेहद दुखद है। जाखड़ ने आगे लिखा- डा. राजबहादुर की ओर से उठाया गया कदम आत्मसम्मान वाला व्यक्ति ही उठा सकता है। मुख्यमंत्री को चाहिए कि सेहत मंत्री को बर्खास्त करें।

मंत्री के व्यवहार में बुनियादी शालीनता नहीं : बाजवा

नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने कहा है कि सेहत मंत्री जौड़ामाजरा की ओर से डॉ. राज बहादुर के ‘अपमान’ की चौतरफा निंदा की जानी चाहिए, जो दर्शाता है कि मंत्री के व्यवहार में बुनियादी शालीनता का अभाव था। बाजवा ने आगे कहा कि आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल को आप वर्करों, विधायकों और मंत्रियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का प्रबंध करना चाहिए, ताकि वह लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करना सीख सकें।

 

सेहत मंत्री के पक्ष में अनमोल गगन और लालजीत भुल्लर

पंजाब से कैबिनेट मंत्री अनमोल गगन मान और लालजीत भुल्लर सूबे के सेहत मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा के बचाव में आगे आए हैं। दोनों मंत्रियों ने अपने-अपने ट्वीटर हैंडल पर सरकार का पक्ष लेते हुए विपक्ष पर सवाल उठाए।  उन्होंने लिखा- जो आज मान सरकार पर उंगली उठा रहे हैं, असल में उन अकाली-कांग्रेसियों ने ही पंजाब को लूटकर खाया है। हद से ज्यादा खराब सेहत सुविधाएं उन्हीं की देन हैं, लेकिन हम पंजाब में सेहत सुविधाओं की क्रांति लेकर आ रहे हैं। इसिलिए ही इन रिवायती सियासतदानों में डर पैदा हुआ है।

सेहत मंत्री का ऐसा बुरा व्यवहार निंदनीय : वड़िंग

पंजाब कांग्रेस के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंगने ट्वीट किया कि वह आज डा. राज बहादुर से मिले थे, लेकिन उनसे आंखों में आंखें डालकर बात नहीं कर सके, क्योंकि डा. राज बहादुर बहुत हताश नजर आ रहे थे। वड़िंगने कहा कि डा. राज बहादुर जैसी बड़ी शख्सियत के साथ सेहत मंत्री का ऐसा बुरा व्यवहार जहां निंदनीय है, वहीं मंत्री को तुरंत डा. राज बहादुर से माफी मांगनी चाहिए।

सीएम सेहत मंत्री को मंत्रिमंडल से बाहर करें : खैरा

कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा ने कहा कि डा. राज बहादुर ने सेहत मंत्री की ओर से अपमानित किए जाने के कारण ही इस्तीफा दिया है। अगर मुख्यमंत्री भगवंत मान ईमानदार हैं तो तुरंत सेहत मंत्री को अपने मंत्रिमंडल से बाहर करें और डा. राज बहादुर से माफी मांगी जाए। खैरा ने कहा कि डा. राज बहादुर अंतरराष्ट्रीय प्रसिद्धि प्राप्त डाक्टर हैं, जबकि सेहत मंत्री बारहवीं पास हैं।

सीएम माफी मांगें और इस्तीफा वापस कराएं : हरसिमरत

अकाली नेता हरसिमरत कौर बादल ने इस मुद्दे पर आप को कठघरे में खड़ा करते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की, जिसमें उन्होंने लिखा- सीएम भगवंत मान सत्ता के नशे में आए स्वास्थ्य मंत्री को बर्खास्त करें और डाक्टर से माफी मांग कर इस्तीफा वापस लेने को कहें। उन्होंने आगे लिखा- देरी करने से स्वास्थ्य विभाग में काम करने वालों पर बुरा असर पड़ेगा।

पूरी चिकित्सा बिरादरी का अपमान किया गया है : आईएमए

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने घटना की निंदा करते हुए कहा है कि यह न केवल डॉ. राज बहादुर का अपमान है, बल्कि पूरे भारत में चिकित्सा बिरादरी का अपमान किया गया है। एसोसिएशन ने कहा कि डॉ. राज बहादुर, एक विद्वान शिक्षाविद और सम्मानित चिकित्सक हैं, जिन्होंने बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के लिए बहुत अच्छा काम किया है। आईएमए ने बिना शर्त माफी और स्वास्थ्य मंत्री के तत्काल इस्तीफे की मांग की है। एसोसिएशन ने पंजाब के सीएम भगवंत मान से तत्काल हस्तक्षेप करने और मंत्री के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है।



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