एनालिसिस: रिव्यू नहीं लेकर राजस्थान ने गंवाया मैच, दिल्ली अभी भी टूर्नामेंट में जिंदा, जानें टर्निंग पॉइंट्स


सार

मार्कस स्टोइनिस के रिप्लेसमेंट के तौर पर मार्श को दिल्ली ने खरीदा था। उन्होंने इस मैच से पहले कोई ऐसा प्रदर्शन नहीं किया था जिस कारण उन्हें याद किया जाता। राजस्थान के खिलाफ अहम मुकाबले में उन्होंने ऑलराउंड प्रदर्शन करके टीम को जीत दिला दी।

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मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में बुधवार (11 मई) को ऑस्ट्रेलियाई तूफान आया। इस तूफान में राजस्थान रॉयल्स की टीम पूरी तरह उड़ गई। दिल्ली कैपिटल्स के मिचेल मार्श ने पहले गेंदबाजी फिर बल्लेबाजी में कमाल किया। पहली बार टूर्नामेंट में वो अपने पूरे रंग में दिखे। मार्कस स्टोइनिस के रिप्लेसमेंट के तौर पर मार्श को दिल्ली ने खरीदा था। उन्होंने इस मैच से पहले कोई ऐसा प्रदर्शन नहीं किया था जिस कारण उन्हें याद किया जाता। राजस्थान के खिलाफ अहम मुकाबले में उन्होंने ऑलराउंड प्रदर्शन करके टीम को जीत दिला दी।

मार्श के अलावा एक और ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज डेविड वॉर्नर ने कमाल का प्रदर्शन किया। उन्होंने अपने स्वभाव के विपरीत बल्लेबाजी की और एक छोर संभाले रखा। नाबाद अर्धशतक लगाया और मैच फिनिश किया। दिल्ली ने मैच में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। राजस्थान ने 20 ओवर में छह विकेट पर 160 रन बनाए। जवाब में दिल्ली की टीम ने 18.1 ओवर में दो विकेट पर 161 रन बनाकर मैच अपने नाम कर लिया।
 
मैच में टर्निंग पॉइंट्स
राजस्थान ने रिव्यू नहीं लिया:
दिल्ली को पहले ओवर में केएस भरत के रूप में झटका लगा। उनके बाद मिचेल मार्श क्रीज पर आए। ट्रेंट बोल्ट तीसरा ओवर लेकर आए। ओवर की तीसरी गेंद पर मार्श बाल-बाल बचे। बोल्ट ने एक इन-स्विंगर फेंकी। गेंद मार्श के पैड पर लगी। खिलाड़िओं ने अपील की, लेकिन अंपायर ने आउट नहीं दिया। राजस्थान के कप्तान संजू सैमसन ने रिव्यू नहीं लिया। बाद में रिप्ले में दिखा कि गेंद स्टंप को हिट करने वाली थी। मार्श ने इस जीवनदान का फायदा उठाया और 62 गेंद पर 89 रन ठोक दिए।

डेविड वॉर्नर को मिला जीवनदान: दिल्ली की पारी के नौवें ओवर में युजवेंद्र चहल गेंदबाजी कर रहे थे। सामने मिचेल मार्श थे। उन्होंने पहली गेंद पर एक रन ले लिया। अगली गेंद पर वॉर्नर ने छक्का मार दिया। इसके बाद तीसरी गेंद पर वॉर्नर ने लॉन्ग ऑफ की शॉट खेला। बटलर दौड़कर गेंद के पास तो पहुंचे, लेकिन कैच नहीं ले सके। उनके जैसे फील्डर से इस तरह कैच को छोड़ने की उम्मीद नहीं की जा सकती। वॉर्नर ने इस जीवनदान का फायदा उठाया और मार्श के साथ दूसरे विकेट के लिए 101 गेंदों पर 144 रन की साझेदारी की। वॉर्नर 41 गेंदों पर 52 रन बनाकर नाबाद रहे।


दोनों कप्तानों का कैसा रहा प्रदर्शन?
इस मैच में कप्तानी के मामले में संजू सैमसन पर ऋषभ पंत पर भारी पड़े। फील्डिंग के दौरान उन्होंने राजस्थान के बल्लेबाजों पर पूरा दबाव बनाया। उन्होंने विपक्षी टीम को बड़े स्कोर तक जाने से रोका। इसके बाद बल्लेबाजी में चार गेंदों पर 13 रन बनाकर नाबाद रहे। उन्होंने आते ही दो छक्के लगाए और टीम को जीत दिलाई। दूसरी ओर, संजू सैमसन छह रन ही बना सके। उनके आउट होने के कारण राजस्थान की टीम 20-25 रन कम बना सकी।

राजस्थान के लिए मैच में क्या-क्या हुआ?
सकारात्मक पक्ष:
बल्लेबाजी में रविचंद्रन अश्विन और देवदत्त पडिक्कल ने बेहतर प्रदर्शन किया। अश्विन ने अपने 179वें आईपीएल मैच में पहला अर्धशतक लगाया। पडिक्कल ने 38 गेंदों पर तेजी से 50 रन बनाए। उन्होंने छह चौके और दो छक्के लगाए। उनका स्ट्राइक रेट 160 का रहा। गेंदबाजी में ट्रेंट बोल्ट, प्रसिद्ध कृष्णा और अश्विन ने प्रभावित किया। बोल्ट ने चार ओवर में 32 रन देकर एक विकेट अपने नाम किया। कृष्णा ने तीन ओवर में सिर्फ 20 और अश्विन ने चार ओवर में 32 रन ही दिए।

नकारात्मक पक्ष: टीम के कई स्टार बल्लेबाज मुकाबले में नहीं चले। यशस्वी जायसवाल 19, जोस बटलर सात, संजू सैमसन छह, रियान पराग नौ और वान डर डुसेन ने नाबाद 12 रन ही बनाए। पांच स्टार बल्लेबाजों के नहीं चलने के कारण टीम बड़े स्कोर तक नहीं पहुंच सकी। गेंदबाजी में कुलदीप सेन और अनुभवी युजवेंद्र चहल काफी महंगे साबित हुए। कुलदीप ने 3.1 ओवर में 32 और चहल ने चार ओवर में 43 रन लुटाए।


दिल्ली के लिए मैच में क्या-क्या हुआ?
सकारात्मक पक्ष:
गेंदबाजी में टीम ने बेहतर का काम किया। चेतन साकरिया, शार्दुल ठाकुर, मिचेल मार्श और कुलदीप यादव ने शानदार प्रदर्शन किया। खलील अहमद की जगह टीम में शामिल हुए साकरिया ने चार ओवर में 23 रन देकर दो विकेट लिए। मार्श ने तीन ओवर में 25 रन देकर दो विकेट झटके। शार्दुल और कुलदीप को सफलता तो नहीं मिली, लेकिन दोनों ने रन कम दिए। शार्दुल ने चार ओवर में सिर्फ 27 और कुलदीप ने तीन ओवर में 20 रन ही दिए। बल्लेबाजी में मार्श और वॉर्नर ने कमाल किया। पंत ने भी अंत में दो छक्के लगाए।

नकारात्मक पक्ष: गेंदबाजी में एनरिच नोर्त्जे और अक्षर पटेल ज्यादा महंगे साबित हुए। नोर्त्जे ने दो विकेट भले ही लिए, लेकिन उन्होंने चार ओवर में 39 रन दे दिए। वहीं, अक्षर को एक भी सफलता नहीं मिली। उन्होंने दो ओवर में 25 रन लुटाए। बल्लेबाजी में दिल्ली के लिए ओपनिंग की समस्या हल नहीं हो रही। पृथ्वी शॉ की अनुपस्थिति में कई बल्लेबाजों को वॉर्नर का जोड़ीदार बनाया गया, लेकिन सभी फेल हो गए। इस मैच में भी केएस भरत खाता खोले बगैर आउट हो गए।

विस्तार

मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में बुधवार (11 मई) को ऑस्ट्रेलियाई तूफान आया। इस तूफान में राजस्थान रॉयल्स की टीम पूरी तरह उड़ गई। दिल्ली कैपिटल्स के मिचेल मार्श ने पहले गेंदबाजी फिर बल्लेबाजी में कमाल किया। पहली बार टूर्नामेंट में वो अपने पूरे रंग में दिखे। मार्कस स्टोइनिस के रिप्लेसमेंट के तौर पर मार्श को दिल्ली ने खरीदा था। उन्होंने इस मैच से पहले कोई ऐसा प्रदर्शन नहीं किया था जिस कारण उन्हें याद किया जाता। राजस्थान के खिलाफ अहम मुकाबले में उन्होंने ऑलराउंड प्रदर्शन करके टीम को जीत दिला दी।

मार्श के अलावा एक और ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज डेविड वॉर्नर ने कमाल का प्रदर्शन किया। उन्होंने अपने स्वभाव के विपरीत बल्लेबाजी की और एक छोर संभाले रखा। नाबाद अर्धशतक लगाया और मैच फिनिश किया। दिल्ली ने मैच में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। राजस्थान ने 20 ओवर में छह विकेट पर 160 रन बनाए। जवाब में दिल्ली की टीम ने 18.1 ओवर में दो विकेट पर 161 रन बनाकर मैच अपने नाम कर लिया।

 



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