मुंबई फिल्म जगत में इन दिनों बस रणबीर कपूर और आलिया भट्ट की शादी के ही चर्चे हैं। शादी की तैयारियों को लेकर गोपनीयता ऐसी है कि रिश्तेदारों को भी कुछ भी कहने की मनाही है। भला हो आलिया भट्ट के चाचा रॉबिन भट्ट और भाई राहुल भटट् का कि कम से कम दोनों की शादी की पक्की तारीख 14 अप्रैल लोगों को पता चल चुकी है। वैसे अपने हीरोइन बनने के दिनों में ड्रामा क्वीन के नाम से मशहूर रहीं रणबीर की मां नीतू कपूर अब भी सार्वजनिक में कमाल का अभिनय कर रही हैं। वह कहती है कि उन्हें खुद उस दिन सुबह पता चलेगा कि आज शाम को शादी है। नीतू कपूर इन दिनों कलर्स चैनल के शो डांस दीवाने जूनियर्स को लेकर उत्साहित हैं, जिसमे वह जज बनकर आ रही हैं। वह कहती हैं कि आज के बच्चे बहुत ही कॉन्फिडेंट हैं। अपने काम में इतना परफेक्ट हैं कि उन्हें एलिमिनेट करना बहुत मुश्किल होता है। नीतू कपूर की अगली फिल्म ‘जुग जुग जियो’ भी रिलीज के लिए तैयार हो रही है। बात उनकी अपनी शादी को लेकर छिड़ी तो उनका बरसों से छुपा दर्द आखिर छलक ही आया।
’21 में शादी हो गई और 22 में…’
नीतू कपूर ने चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में अपने करियर की शुरुआत की। उन्होंने अपने फ़िल्मी करियर में 70-80 फिल्मों में काम किया। नीतू कहती है कि उस समय मैं एक्टिंग अपना जॉब समझ कर काम करती थी लेकिन अब काम करने की इच्छा नहीं होती। 21 साल की थी तो मेरी शादी हो गई और 22 साल में तो मैं रिद्धिमा की मां बन गई थी। फिर बच्चों को पढ़ाने लिखाने और नोट्स बनाने में बिजी रही। रिद्धिमा की शादी हो गई। रणबीर भी सेटल हो गया। रूटीन लाइफ बहुत अच्छी चल रही थी। फिर ऋषि जी चले गए और मैं अकेली अकेली हो गई।
‘डिप्रेशन से उबरने के लिए कर रही हूं काम’
नीतू कपूर कहती हैं, ‘ऋषि जी के जाने के बाद मैं अकेली रहने लगी। वह थे तो मुझे काफी बिजी रखते थे। सारा दिन कुछ न कुछ करती रहती थी। मैंने एक्टिंग में वापसी की कभी नहीं सोची थी। उसी दौरान करण जौहर ने मुझे ‘जुग जुग जियो’ का ऑफर दिया। बच्चे भी कहने लगे कि मम्मा अच्छी फिल्म है कर लो। इसी बहाने बिजी रहोगी तो अच्छा रहेगा। मैंने भी सोचा डिप्रेशन से उबरने का यह अच्छा तरीका है। जब चंडीगढ़ में शूटिंग करने पहुंची तो मेरा कांफिडेंस लेबल एकदम जीरो था।
‘मेरे ज़माने में होती थी लाउड एक्टिंग’
नीतू कपूर बताती हैं, ‘मेर जमाने में एनर्जी से भरपूर लाउड एक्टिंग होती थी। एकदम धूम धड़ाके वाली। लेकिन, आज की फिल्मों में एकदम नेचुरल एक्टिंग होती है जैसी कि ऋषि जी नेचुरल एक्टिंग करते थे। आज बहुत सारे एक्टर्स उनको फॉलो करते हैं। जब मैंने ‘जुग जुग जियो’ की स्क्रिप्ट पढ़ी तो मुझे लगा कि जो लाइन्स बोल रही हूं। बड़ी बोरिंग लग रही है । मुझे लगा कि इसमें थोड़ी एनर्जी की जरूरत है। मैंने एक ट्यूटर रखा। वह घर पर आए और बताया कि लाइंस कैसे बोलनी है। शूटिंग के दौरान धीरे धीरे मेरी हिम्मत बढ़ती गई और ठीक से काम कर पाई।’
‘आज भी पुराने गाने ही याद रहते हैं’
अपने नए शो के बारे में चर्चा चलने पर नीतू कपूर कहती हैं, ‘डांस दीवाने जूनियर्स’ के सेट पर बच्चे ऐसे ऐसे डांस मूवमेंट्स कर रहे है जो हमने कभी देखे ही नहीं। हमें तो ठुमका, क्लासिकल और भगवान दादा के स्टाइल पता थे। आज तो डांस में काफी वरायटी आ गई है। जिन गानों के डांस पर ये परफॉर्म कर रहे हैं वे बहुत ही अच्छे हैं। आज के गाने बहुत अच्छे बन रहे हैं। लेकिन आज भी जब हम अंताक्षरी खेलते हैं कहीं, तो पुराने गाने ही याद आते हैं। जैसे ‘क’ शब्द से कोई गाना आये तो ‘कोरा कागज था ये दिल मेरा…’ ही जुबान पर सबसे पहले आएगा।’