रियल एस्टेट सेक्टर ने लोहा, स्टील के कच्चे माल पर सरकार के टैक्स कट की घोषणा का स्वागत किया


नई दिल्ली . रियल एस्टेट सेक्टर ने सरकार के लोहा, स्टील के कच्चे माल पर टैक्स कट का स्वागत किया है. इस सेक्टर के एक्सपर्ट ने कहा है कि सरकार का सही समय पर उठाया गया ये सही कदम है. इसका सकारात्मक असर होगा. सरकार ने एक दिन पहले ही कुछ स्टील प्रोडक्ट पर इम्पोर्ट ड्यूटी, स्टील व प्लास्टिक के कच्चे माल पर आयात शुल्क को कम किया था.

मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक, एक्सपर्ट्स ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में स्टील और सीमेंट का इनपुट कास्ट 40 से 45 फीसदी बढ़ा है. लिहाजा डेवलपर्स भी कीमतों में वृद्धि को बाध्य हो रहे हैं. रियल एस्टेट डेवलपर्स ने कहा कि लौह अयस्क और स्टील के कच्चे माल पर आयात शुल्क में कमी से घरेलू स्तर पर कच्चे माल की उपलब्धता बढ़ेगी. साथ ही स्टील उत्पादों की कीमतों में कमी आएगी और परियोजनाओं की कीमतों में वृद्धि को रोकने में मदद मिलेगी.

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वित्त मंत्री ने किया था ट्विट

”वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 21 मई को ट्वीट किया था कि “सीमेंट की उपलब्धता में सुधार और सीमेंट की लागत को कम करने के लिए बेहतर लॉजिस्टिक्स के माध्यम से उपाय किए जा रहे हैं. इसी तरह, हम लोहे और स्टील के लिए कच्चे माल और उनकी कीमतों को कम करने के लिए सीमा शुल्क को कम कर रहे हैं. स्टील के कुछ कच्चे माल पर आयात शुल्क कम किया जाएगा. कुछ स्टील उत्पादों पर निर्यात शुल्क लगाया जाएगा.” रियल एस्टेट डेवलपर्स ने सरकार के इस कदम का स्वागत किया है.

”सरकार के हस्तक्षेप से हम प्रसन्न”

क्रेडाई के अध्यक्ष हर्षवर्धन पटोदिया ने कहा कि हम कच्चे माल की लागत में वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए वित्त मंत्री और सरकार के हस्तक्षेप से प्रसन्न हैं. कच्चे माल की लागत में वृद्धि से पूरा सेक्टर जूझ रहा था. बढ़ती कीमतों और मुद्रास्फीति ने पिछले 18 महीने में रियल एस्टेट क्षेत्र के विकास को बाधित किया है.

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 कच्चे माल की उपलब्धता बढ़ेगी

इस्पात उत्पादों पर आयात शुल्क कम करने के सरकार के इस महत्वपूर्ण कदम से सभी हितधारकों को राहत मिलनी चाहिए. इसके अतिरिक्त, लौह अयस्क और इस्पात के कच्चे माल पर आयात शुल्क में कमी से घरेलू स्तर पर कच्चे माल की उपलब्धता को और बढ़ावा मिलेगा. इस्पात उत्पादों की कीमतों में कमी आएगी और परियोजनाओं की कीमतों में वृद्धि को रोकने में मदद मिलेगी, जिससे उपभोक्ता भावना मजबूत होगी.

उन्होंने कहा कि लॉजिस्टिक्स में सुधार और सीमेंट की घरेलू उपलब्धता में मदद करने और सीमेंट के उत्पादन में इस्तेमाल होने वाले कोयला उत्पादों पर कस्टम ड्यूटी कम करने के वित्त मंत्री के आश्वासन से कमोडिटी की लागत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.

Tags: FM Nirmala Sitharaman, Import-Export, Manufacturing and exports, Nirmala sitharaman

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