Retail Inflation: खुदरा महंगाई दर में हल्की गिरावट, पर RBI के कंफर्ट लेवल से अब भी ऊपर


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खुदरा महंगाई दर हल्की गिरावट के साथ 7.01 प्रतिशत पर आ गई है। खुदरा महंगाई दर में यह गिरावट खाद्य पदार्थों की कीमतों में थोड़ी राहत मिलने के कारण आई है। हालांकि खुदरा महंगाई अब भी रिजर्व बैंक के कंफर्ट लेवल के ऊपर है। 

कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) आधारित महंगाई दर मई महीने में 7.04 प्रतिशत रही थी वहीं पिछले साल जून में खुदरा महंगाई दर 6.26 प्रतिशत के स्तर पर थी। 

नेशनल स्टैटिसटिकल ऑफिस (NSO) के आंकड़ों के मुताबिक खाद्य पदार्थों की महंगाई दर जून 2022 में 7.75 प्रतिशत रही जो पिछले महीने 7.97 प्रतिशत के लेवल पर थी। 

आपको बता दें कि सरकार की ओर से देश के केंद्रीय बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को कहा गया है कि आरबीआई यह सुनिश्चित करे कि मुद्रास्फीति दोनों तरफ दो फीसदी के मार्जिन के साथ चार फीसदी पर बनी रहे।
 
आपको बता दें कि इस साल जनवरी से देश में खुदरा महंगाई दर आरबीआई के कंफर्ट लेवल (राहत के स्तर) छह प्रतिशत से ऊपर बनी हुई है।

फिर बढ़ सकता है रेपो रेट

ऐसे में इस बात की उम्मीद की जा रही है कि अगस्त की मौद्रिक नीति की बैठक में आरबीआई एक बार फिर रेपो रेट बढ़ा सकता है। बीते दो माह में दो बार रेपो रेट में वृद्धि की जा चुकी है। वर्तमान में रेपो रेट 4.90% है, कयास लगाए जा रहे हैं कि इस साल के अंत तक यह बढ़कर 5.50% या उससे अधिक भी हो सकती है।

मई में औद्यौगिक उत्पादन 19.6 प्रतिशत बढ़ा

वहीं, 2022 के इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन के आंकड़ों के अनुसार मई के महीने में इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन या औद्योगिक उत्पादन में 19.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। मई 2022 में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का उत्पादन 20.6 प्रतिशत बढ़ा है। वहीं, माइनिंग उत्पादन की बात करें तो 10.9 प्रतिशत और बिजली उत्पादन में 23.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

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खुदरा महंगाई दर हल्की गिरावट के साथ 7.01 प्रतिशत पर आ गई है। खुदरा महंगाई दर में यह गिरावट खाद्य पदार्थों की कीमतों में थोड़ी राहत मिलने के कारण आई है। हालांकि खुदरा महंगाई अब भी रिजर्व बैंक के कंफर्ट लेवल के ऊपर है। 

कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) आधारित महंगाई दर मई महीने में 7.04 प्रतिशत रही थी वहीं पिछले साल जून में खुदरा महंगाई दर 6.26 प्रतिशत के स्तर पर थी। 

नेशनल स्टैटिसटिकल ऑफिस (NSO) के आंकड़ों के मुताबिक खाद्य पदार्थों की महंगाई दर जून 2022 में 7.75 प्रतिशत रही जो पिछले महीने 7.97 प्रतिशत के लेवल पर थी। 

आपको बता दें कि सरकार की ओर से देश के केंद्रीय बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को कहा गया है कि आरबीआई यह सुनिश्चित करे कि मुद्रास्फीति दोनों तरफ दो फीसदी के मार्जिन के साथ चार फीसदी पर बनी रहे।

 

आपको बता दें कि इस साल जनवरी से देश में खुदरा महंगाई दर आरबीआई के कंफर्ट लेवल (राहत के स्तर) छह प्रतिशत से ऊपर बनी हुई है।

फिर बढ़ सकता है रेपो रेट

ऐसे में इस बात की उम्मीद की जा रही है कि अगस्त की मौद्रिक नीति की बैठक में आरबीआई एक बार फिर रेपो रेट बढ़ा सकता है। बीते दो माह में दो बार रेपो रेट में वृद्धि की जा चुकी है। वर्तमान में रेपो रेट 4.90% है, कयास लगाए जा रहे हैं कि इस साल के अंत तक यह बढ़कर 5.50% या उससे अधिक भी हो सकती है।

मई में औद्यौगिक उत्पादन 19.6 प्रतिशत बढ़ा

वहीं, 2022 के इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन के आंकड़ों के अनुसार मई के महीने में इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन या औद्योगिक उत्पादन में 19.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। मई 2022 में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का उत्पादन 20.6 प्रतिशत बढ़ा है। वहीं, माइनिंग उत्पादन की बात करें तो 10.9 प्रतिशत और बिजली उत्पादन में 23.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।



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