रोपवे हादसा : 100 फुट की ऊंचाई पर जागकर बिताई थी रात, बोले- बाबा बैद्यनाथ ने दिया दूसरा जीवन


सार

झारखंड के देवघर में त्रिकुट पहाड़ी पर रोपवे हादसे में दो पर्यटकों की मौत हो गई। वहीं, 26 घंटे से अधिक समय वहां फंसे कुल 48 में से 32 पर्यटकों को वायुुसेना ने सुरक्षित एयरलिफ्ट किया। 15 अब भी फंसे हैं। बचाव में वायुसेना के दो हेलिकॉप्टर मोर्चा संभाल रहे हैं। रोपवे पर रविवार शाम तकनीकी खामी से 12 केबल कारें टकरा गईं थीं।

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वायुसेना के हेलिकॉप्टर से सुरक्षित नीचे लाए गए संदीप ने कहा, बाबा बैद्यनाथ ने दूसरा जीवन दिया है। जिस तरह 100 फुट की ऊंचाई पर रातभर उस ट्रॉली में लटका रहा, जिंदा बचने की उम्मीद छोड़ दी थी। यह रात जीवन की सबसे भयानक रात थी। वायुसेना के जवानों का सुरक्षित निकाल लेने के लिए शुक्रिया। हालांकि, देर शाम तक बचाव अभियान चलने के बावजूद 15 लोग रोपवे पर ही फंसे हैं। 

हादसे की भयानक दास्तां बयां करते हुए संदीप ने कहा, अचानक ट्रॉली की बिजली गुल हो गई। हम चार लोग साथ यात्रा कर रहे थे, सब बीच रास्ते हवा में अटक गए। मैंने केबल कार रुकते ही हेल्पलाइन नंबर पर फोन किया तो पता चला कि तकनीकी खराबी हुई है। सात बजे दोबारा फोन मिलाया तो बताया गया कि रोपवे काम नहीं कर रहा, हमें अगले दिन यानी सोमवार को चॉपर की मदद से उतारा जाएगा। पूरी रात हमारी हवा में लटककर बीतने वाली थी यह सुनते ही सभी सहम गए। बंगाल के देवांग ने बताया कि पूरी रात जागकर बीती। 

ड्रोन के जरिये पहुंचाया खाना पानी
रात भर 48 लोग भूखे प्यासे हवा में लटके रहे। सोमवार को एनडीआरएफ ने ड्रोन के जरिये इन लोगों तक खाने का सामान और पानी भिजवाया। स्थानीय प्रशासन व एनडीआरएफ ने 11 लोगों को रात में ही उतार लिया गया था।

हेमंत सोरेन ने दुख जताया
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हादसे पर दुख जताया। कहा, बचाव व राहत कार्य युद्धस्तर पर जारी है। सरकार स्थिति पर बारीक नजर बनाए हुए है। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा, एक बार सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया जाए, सरकार इस घटना की जांच कराएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।

सरकार संवेदनहीन
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व प्रदेश के पूर्व सीएम रघुवर दास ने राज्य सरकार पर इतने बड़े हादसे के बाद भी सक्रिय नहीं होने का आरोप लगाया। कहा, सरकार में इस क्षेत्र का एक भी मंत्री मौके पर नहीं पहुंचा। यह दिखाता है कि सोरेन सरकार पूरी तरह संवेदनहीन हो गई है। 

देवघर में देवदूत बने वायुसेना के जवान
झारखंड के देवघर में त्रिकुट पहाड़ी पर रोपवे हादसे में दो पर्यटकों की मौत हो गई। वहीं, 26 घंटे से अधिक समय वहां फंसे कुल 48 में से 32 पर्यटकों को वायुुसेना ने सुरक्षित एयरलिफ्ट किया। 15 अब भी फंसे हैं। बचाव में वायुसेना के दो हेलिकॉप्टर मोर्चा संभाल रहे हैं। रोपवे पर रविवार शाम तकनीकी खामी से 12 केबल कारें टकरा गईं थीं। इस दौरान एक पर्यटक की मौत हो गई थी। वहीं, बचाव अभियान के दौरान एक की हेलिकॉप्टर से गिरकर मौत हुई।

मोदी-शाह बनाए हैं नजर
देवघर उपायुक्त मंजूनाथ भजंतरी के मुताबिक, पहाड़ों से घिरे होने से एयरलिफ्ट करने के अलावा दूसरा माध्यम कारगर नहीं हो पा रहा। पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पूरे राहत कार्य पर बराबर नजर बनाए हैं।

विस्तार

वायुसेना के हेलिकॉप्टर से सुरक्षित नीचे लाए गए संदीप ने कहा, बाबा बैद्यनाथ ने दूसरा जीवन दिया है। जिस तरह 100 फुट की ऊंचाई पर रातभर उस ट्रॉली में लटका रहा, जिंदा बचने की उम्मीद छोड़ दी थी। यह रात जीवन की सबसे भयानक रात थी। वायुसेना के जवानों का सुरक्षित निकाल लेने के लिए शुक्रिया। हालांकि, देर शाम तक बचाव अभियान चलने के बावजूद 15 लोग रोपवे पर ही फंसे हैं। 

हादसे की भयानक दास्तां बयां करते हुए संदीप ने कहा, अचानक ट्रॉली की बिजली गुल हो गई। हम चार लोग साथ यात्रा कर रहे थे, सब बीच रास्ते हवा में अटक गए। मैंने केबल कार रुकते ही हेल्पलाइन नंबर पर फोन किया तो पता चला कि तकनीकी खराबी हुई है। सात बजे दोबारा फोन मिलाया तो बताया गया कि रोपवे काम नहीं कर रहा, हमें अगले दिन यानी सोमवार को चॉपर की मदद से उतारा जाएगा। पूरी रात हमारी हवा में लटककर बीतने वाली थी यह सुनते ही सभी सहम गए। बंगाल के देवांग ने बताया कि पूरी रात जागकर बीती। 

ड्रोन के जरिये पहुंचाया खाना पानी

रात भर 48 लोग भूखे प्यासे हवा में लटके रहे। सोमवार को एनडीआरएफ ने ड्रोन के जरिये इन लोगों तक खाने का सामान और पानी भिजवाया। स्थानीय प्रशासन व एनडीआरएफ ने 11 लोगों को रात में ही उतार लिया गया था।

हेमंत सोरेन ने दुख जताया

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हादसे पर दुख जताया। कहा, बचाव व राहत कार्य युद्धस्तर पर जारी है। सरकार स्थिति पर बारीक नजर बनाए हुए है। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा, एक बार सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया जाए, सरकार इस घटना की जांच कराएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।

सरकार संवेदनहीन

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व प्रदेश के पूर्व सीएम रघुवर दास ने राज्य सरकार पर इतने बड़े हादसे के बाद भी सक्रिय नहीं होने का आरोप लगाया। कहा, सरकार में इस क्षेत्र का एक भी मंत्री मौके पर नहीं पहुंचा। यह दिखाता है कि सोरेन सरकार पूरी तरह संवेदनहीन हो गई है। 

देवघर में देवदूत बने वायुसेना के जवान

झारखंड के देवघर में त्रिकुट पहाड़ी पर रोपवे हादसे में दो पर्यटकों की मौत हो गई। वहीं, 26 घंटे से अधिक समय वहां फंसे कुल 48 में से 32 पर्यटकों को वायुुसेना ने सुरक्षित एयरलिफ्ट किया। 15 अब भी फंसे हैं। बचाव में वायुसेना के दो हेलिकॉप्टर मोर्चा संभाल रहे हैं। रोपवे पर रविवार शाम तकनीकी खामी से 12 केबल कारें टकरा गईं थीं। इस दौरान एक पर्यटक की मौत हो गई थी। वहीं, बचाव अभियान के दौरान एक की हेलिकॉप्टर से गिरकर मौत हुई।

मोदी-शाह बनाए हैं नजर

देवघर उपायुक्त मंजूनाथ भजंतरी के मुताबिक, पहाड़ों से घिरे होने से एयरलिफ्ट करने के अलावा दूसरा माध्यम कारगर नहीं हो पा रहा। पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पूरे राहत कार्य पर बराबर नजर बनाए हैं।



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