क्या है RRB NTPC का मामला?
15 जनवरी 2022 को आरआरबी द्वारा जारी एनटीपीसी सीबीटी-1 रिजल्ट जारी होने के बाद उम्मीदवार, चयन प्रक्रिया को लेकर गुस्से में थे। पहले सोशल मीडिया और फिर रेल पटरियों पर परीक्षार्थियों ने हिंसक विरोध-प्रदर्शन किया। बिहार और उत्तर प्रदेश समेत कई जगहों पर उम्मीदवारों ने प्रदर्शन किए। बिहार में दो दिन में भारी हंगामा हुआ। यहां उम्मीदवारों ने रेल पटरी पर धरना दिया, ट्रेनें रोकी और रेलवे स्टेशनों पर भी कब्जा कर लिया। उम्मीदवारों की मांग है कि बोर्ड (RRB) एनटीपीसी रिजल्ट पर दोबारा विचार करें।
उम्मीदवारों का कहना है कि एक ही रोल नंबर को अलग-अलग लेवल के लिए सेलेक्ट किया गया था, जबकि रिजल्ट में यूनीक रोल नंबर होने चाहिए थे। उम्मीदवारों का कहना है कि रेलवे ने एक ही उम्मीदवार को 10 पोस्ट के लिए सेलेक्ट किया है। इससे आधे से ज्यादा उम्मीदवारों के साथ नाइंसाफी हुई है।
बता दें कि आरआरबी एनटीपीसी सीबीटी-1 की परीक्षाएं 7 चरणों में दिसंबर 2020 से जुलाई 2021 तक आयोजित की गई थीं। इस परीक्षा में लगभग 1 करोड़ 40 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे।
RRB Group D को लेकर क्या है विवाद?
ग्रुप डी के जरिए 1 लाख से ज्यादा पदों पर भर्तियां होनी हैं। पहले इसमें सिर्फ एक स्टेज की परीक्षा होनी थी, लेकिन रेलवे भर्ती बोर्ड ने 24 जनवरी को एक नोटिस जारी कर बताया कि अब सीबीटी 2 भी आयोजित की जाएगी। अचानक से दूसरे स्टेज को जोड़ने के कारण उम्मीदवार नाराज हो गए और उन्होंने एनटीपीसी के उम्मीदवारों के साथ ही आंदोलन करना शुरू कर दिया।
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