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सेना भर्ती को लेकर केंद्र सरकार द्वारा लाई गई अग्निपथ योजना का देश के कई राज्यों में विरोध तेज हो गया है। विरोध का सबसे ज्यादा असर बिहार में देखा जा रहा है। वहीं युवाओं ने हरियाणा में गुरुग्राम-जयपुर हाईवे को जाम कर दिया है। कई जगह युवा रेलवे ट्रैक पर भी उतरे हैं और ट्रेनों की आवाजाही को रोक दिया है। बिहार के कई स्टेशनों पर ट्रेन पर पथराव किया गया है।
बिहार के कैमूर में ट्रेन में लगाई आग
अग्निपथ योजना को लेकर आक्रोश इतना भड़क गया कि युवाओं ने कैमूर में एक ट्रेन में आग लगा दी है। हालांकि इस दौरान पुलिस सतर्क दिखी और आनन-फानन में आग को बुझाया गया नहीं तो कोई बड़ी घटना घट सकती थी।
गुरुग्राम में हाईवे जाम
अग्निपथ योजना का विरोध हरियाणा के गुरुग्राम में भी हो रहा है। गुरुग्राम में दिल्ली-जयपुर हाइवे को जाम किया गया है। वहीं युवाओं ने बिलासपुर थाना क्षेत्र से लगते एनएच 48 को भी जाम कर दिया है। युवाओं का कहना है कि पिछले तीन साल से फौज में भर्ती नहीं की गई है और अब सिर्फ 4 साल की भर्ती की जाएगी।
दिल्ली के नागलोई में भी प्रदर्शन
केंद्र सरकार द्वारा सेना में भर्ती के लिए हाल ही में पेश की गई अग्निपथ योजना का दिल्ली-एनसीआर में भारी विरोध हो रहा है। जहां गुरुवार को छात्रों ने सड़कों पर जाम लगा दिया वहीं दिल्ली के नागलोई इलाके में छात्रों ने रेलवे ट्रैक जाम कर दिया।
बिहार के जहानाबाद में एनएच 83 पर आगजनी
छात्रों ने जहानाबाद में एनएच 83 पर आगजनी करते हुए विराध जताया। इस कारण यहां थोड़ी देर के लिए यातायात व्यवस्था बाधित रही। छात्रों के विरोध के चलते गया-पटना मुख्य मार्ग पर आवागमन थोड़ी देर के लिए प्रभावित हुआ।
चार साल बाद हम कहां जाएंगे?
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि भर्ती पहले की तरह की जाए, टूर ऑफ ड्यूटी (टीओडी) को वापस लिया जाए और परीक्षा पहले की तरह आयोजित की जाए। कोई भी सेना में सिर्फ 4 साल के लिए नहीं जाएगा। वहीं जहानाबाद में प्रदर्शन कर रहे एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि केवल 4 साल काम करने के बाद हम कहां जाएंगे? 4 साल की सेवा के बाद हम बेघर हो जाएंगे। इसलिए हमने सड़कों को जाम कर दिया है, देश के नेताओं को अब पता चल जाएगा कि लोग जागरूक हैं। वहीं एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि हम सशस्त्र बलों में शामिल होने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। महीनों के प्रशिक्षण और छुट्टी के साथ 4 साल की सेवा कैसी होगी? सिर्फ 3 साल के प्रशिक्षण के बाद हम देश की रक्षा कैसे करेंगे? सरकार को वापस लेनी होगी यह योजना।
बिहार के मुंगेर में भी भारी विरोध
अग्निपथ योजना के विरोध में मुंगेर में भी प्रदर्शन देखने को मिला। यहां छात्रों ने साफियासराय चौक को जाम कर दिया। इतना ही नहीं प्रदर्शनकारियों ने आगजनी भी की। इससे एनएच और जमालपुर मुंगेर रोड पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया।
यहां देखें वीडियो
#WATCH | Bihar: Armed forces aspirants protest in Munger against #AgnipathRecruitmentScheme
A protester says “We demand that the recruitment be done as it used to be done earlier,Tour of Duty (ToD) be rolled back & exams be held as earlier. Nobody will go to Army just for 4 yrs” pic.twitter.com/b5dnSUYohW
— ANI (@ANI) June 16, 2022
सहरसा में रेलवे ट्रैक पर पहुंचे प्रदर्शनकारी
सहरसा जिला में तो प्रदर्शनकारी इस योजना को रद्द करने के लिए रेलवे ट्रैक पर पहुंच गए। इससे दो एक्सप्रेस ट्रेनें स्टेशन पर ही खड़ी रहीं। यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
अग्निपथ योजना क्या है?
‘अग्निपथ भर्ती योजना’ के तहत युवाओं को चार साल की अवधि के लिए सेना में शामिल होने का मौका मिलेगा। साढ़े 17 साल से 21 साल के युवा लड़के और लड़कियां इसके लिए पात्र होंगे। इसके लिए 10वीं से लेकर 12वीं तक के छात्र आवेदन कर सकेंगे। इसकी शुरुआत 90 दिन के भीतर हो जाएगी। इस साल 46 हजार अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी। पहली भर्ती प्रक्रिया में युवाओं को छह महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग का समय भी चार साल में शामिल होगा।
सेवानिधि पैकेज क्या है?
हर अग्निवीर को भर्ती के साल 30 हजार महीने तनख्वाह मिलेगी। इसमें से 70 फीसदी यानी 21 हजार रुपये उसे दिए जाएंगे। बाकी 30 फीसदी यानी नौ हजार रुपये अग्निवीर कॉर्प्स फंड में जमा होंगे। इस फंड में इतनी ही राशि सरकार भी डालेगी। दूसरे साल अग्निवीर की तनख्वाह बढ़कर 33 हजार, तीसरे साल 36.5 हजार तो चौथे साल 40 हजार रुपये हो जाएगी। चार साल में उसकी कुल बचत करीब 5.02 लाख रुपये होगी। वहीं सरकार की ओर से भी इतनी ही रकम जमा की जाएगी। नौकरी पूरी होने के बाद उसे ये रकम ब्याज सहित मिलेगी। जो करीब 11.71 लाख रुपये होगी। ये रकम टैक्स फ्री होगी।
सेवा के दौरान शहीद होने या दिव्यांग होने पर आर्थिक मदद का प्रावधान भी है। अगर कोई अग्निवीर देश सेवा के दौरान शहीद हो जाता है तो उसे सेवा निधि समेत एक करोड़ से ज्यादा की राशि ब्याज समेत दी जाएगी। इसके अलावा बची हुई नौकरी का वेतन भी दिया जाएगा। अगर कोई जवान ड्यूटी के दौरान डिसेबिल यानी दिव्यांग हो जाता है तो उसे 44 लाख रुपये तक की राशि दी जाएगी और बची हुई नौकरी का भी वेतन दिया जाएगा। चार साल की नौकरी के बाद युवाओं को सेवा निधि पैकेज दिया जाएगा। जो 11.71 लाख रुपए होगा।