Russia Ukraine War: यूक्रेन के कई इलाके खंडहर बने, खारकीव का फ्रीडम स्क्वायर तबाह, बुका में कई जगह लाशें


न्यूयॉर्क टाइम्स न्यूज सर्विस, खारकीव/बुका/इरपिन।
Published by: देव कश्यप
Updated Thu, 03 Mar 2022 01:59 AM IST

सार

रूस ने यूक्रेनी शहरों में बमबारी तेज कर दी है। कीव, खारकीव, बुका और इरपिन शहर में कई इमारतें खंडहर में तब्दील हो गई हैं। लोग खौफजदा होकर देश छोड़ रहे हैं। कीव के टीवी टॉवर पर हुए रूसी मिसाइल हमले में पांच की मौत हो गई और पांच घायल हो गए। खारकीव शहर के बीचोंबीच रूसी बलों ने फ्रीडम स्क्वायर पर मिसाइल हमला किया।

ख़बर सुनें

यूक्रेन पर रूसी हमले के सातवें दिन रूस की सेना ने कई शहरों के रिहाइशी इलाकों में बमबारी तेज कर दी है। कीव, खारकीव, बुका और इरपिन शहर में कई इमारतें खंडहर में तब्दील हो गई हैं। लोग खौफजदा होकर देश छोड़ रहे हैं। जबकि देश में रहकर जो स्थानीय लोग रूसी सैनिकों से मुकाबला कर रहे हैं वे खूनी संघर्ष में यूक्रेनी लिबास में आ रहे रूसियों के चलते अपनों पर भी शक कर रहे हैं।

कीव के टीवी टॉवर पर हुए रूसी मिसाइल हमले में पांच की मौत हो गई और पांच घायल हो गए, जबकि टीवी प्रसारण भी बाधित हो गया। खारकीव शहर के बीचोंबीच रूसी बलों ने फ्रीडम स्क्वायर पर मिसाइल हमला बोला। रूस ने खारकीव में सातवें दिन तड़के कई हवाई हमले किए और सैन्य अस्पताल के बाहर भी हमला किया। विदेश मंत्रालय ने कहा, रूस सरकारी इमारतों और नागरिक बुनियादी ढांचे को तबाह कर रहा है। कीव के पास बुका शहर पर भी रूसी हमला जारी है।

यहां कई इमारतें खंडहर बन चुकी हैं जबकि कई जगह रूसी सैन्य वाहनों के अवशेष देखे गए। बुका में कई जगह लाशें पड़ी हैं और हालात बिगड़ते ही हजारों लोग बेघर हो गए हैं। मारियुपोल शहर के रिहाइशी इलाके में गोलीबारी से कई घायल हैं। शहर के एक बेसमेंट को मेडिकल वार्ड में बदलकर इसे बम शेल्टर के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। उधर, इरपिन में यूक्रेन सेना स्थानीय लोगों के साथ संघर्षरत है। यहां रूसी पेराट्रूपर्स जंगलों में छिपकर यूक्रेनियों का वेश रखकर लोगों से बचने की कोशिश कर रहे हैं। इस कारण लोग एक दूसरे को सदेह की नजर से देख रहे हैं।

अजनबियों के संकेत भेज रहे स्थानीय लोग 
इरपिन में यूक्रेनी विशेष बल के कमांडर विक्टर चेलोवन ने बताया कि हमारे एजेंट स्थानीय लोगों के साथ रह रहे हैं। गांव में अजनबी के दिखते ही लोग हमें सिग्नल भेजकर बुलाते हैं। हम बाहर आकर वहां हालात देखकर परिस्थितियों से जूझ रहे हैं। रूसी पेराट्रूपर्स के आने से स्थानीय लोग भयभीत हैं। ये पेराट्रूपर्स स्थानीय नागरिकों की तरह कपड़े बदलकर सड़कों पर घूम रहे हैं। इसलिए उन पर नजर रखी जा रही है।

देश में रुके महिला-बच्चों ने पड़ोस में ली शरण
पूर्वी हंगरी के एक गांव के स्कूल मैदान में एकत्रित सैकड़ों शरणार्थियों में अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं जबकि उनके पति, पिता, भाई और बेटे देश की रक्षा करने के लिए यूक्रेन में ही रुके हैं। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने 18 से 60 साल के पुरुषों को देश में ही रुकने के आदेश दिए हैं। पश्चिमी यूक्रेनी शहर कलुश की इरिना यरिमचुक ने कहा, उन्हें हंगरी के तिजाबेक्स गांव पहुंचने के लिए पांच घंटे का सफर तय करना पड़ा। नम आंखों से उन्होंने बताया कि उनका भाई यूक्रेन सेना में शामिल हो गया है। उन्होंने अपने भाई को भावुक संदेश दिया, मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूं, हिम्मत बनाए रखना। हम यह लड़ाई जीतेंगे और जल्द मिलेंगे।

कोई तो रोके पुतिन का पागलपन
पश्चिमी यूक्रेन के खुस्त की रहने वाली इवान मुर्शा ने चेक गणराज्य के ग्रनो में शरण ली है। उन्होंने न केवल सात घंटे के सफर अपनी गाड़ी से तय किया बल्कि दूसरों को भी अपने साथ चलने की पेशकश की। मुर्शा की गाड़ी में ब्रनो शहर के लिए रवाना हुई स्क्लीरोवा ने कहा, मेरे एक रिश्तेदार के 15 साल के बेटे को रूसी सैनिकों ने कीव के बाहर ब्रोवरी में कार में जाते समय गोली मार दी। उसने कहा, कीव में सब कुछ बर्बाद हो गया। उन्होंने कहा, कम से कम दुनिया में कोई तो ऐसा शख्स होना चाहिए जो उसका (पुतिन का) पागलपन रोक सके।

विस्तार

यूक्रेन पर रूसी हमले के सातवें दिन रूस की सेना ने कई शहरों के रिहाइशी इलाकों में बमबारी तेज कर दी है। कीव, खारकीव, बुका और इरपिन शहर में कई इमारतें खंडहर में तब्दील हो गई हैं। लोग खौफजदा होकर देश छोड़ रहे हैं। जबकि देश में रहकर जो स्थानीय लोग रूसी सैनिकों से मुकाबला कर रहे हैं वे खूनी संघर्ष में यूक्रेनी लिबास में आ रहे रूसियों के चलते अपनों पर भी शक कर रहे हैं।

कीव के टीवी टॉवर पर हुए रूसी मिसाइल हमले में पांच की मौत हो गई और पांच घायल हो गए, जबकि टीवी प्रसारण भी बाधित हो गया। खारकीव शहर के बीचोंबीच रूसी बलों ने फ्रीडम स्क्वायर पर मिसाइल हमला बोला। रूस ने खारकीव में सातवें दिन तड़के कई हवाई हमले किए और सैन्य अस्पताल के बाहर भी हमला किया। विदेश मंत्रालय ने कहा, रूस सरकारी इमारतों और नागरिक बुनियादी ढांचे को तबाह कर रहा है। कीव के पास बुका शहर पर भी रूसी हमला जारी है।

यहां कई इमारतें खंडहर बन चुकी हैं जबकि कई जगह रूसी सैन्य वाहनों के अवशेष देखे गए। बुका में कई जगह लाशें पड़ी हैं और हालात बिगड़ते ही हजारों लोग बेघर हो गए हैं। मारियुपोल शहर के रिहाइशी इलाके में गोलीबारी से कई घायल हैं। शहर के एक बेसमेंट को मेडिकल वार्ड में बदलकर इसे बम शेल्टर के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। उधर, इरपिन में यूक्रेन सेना स्थानीय लोगों के साथ संघर्षरत है। यहां रूसी पेराट्रूपर्स जंगलों में छिपकर यूक्रेनियों का वेश रखकर लोगों से बचने की कोशिश कर रहे हैं। इस कारण लोग एक दूसरे को सदेह की नजर से देख रहे हैं।

अजनबियों के संकेत भेज रहे स्थानीय लोग 

इरपिन में यूक्रेनी विशेष बल के कमांडर विक्टर चेलोवन ने बताया कि हमारे एजेंट स्थानीय लोगों के साथ रह रहे हैं। गांव में अजनबी के दिखते ही लोग हमें सिग्नल भेजकर बुलाते हैं। हम बाहर आकर वहां हालात देखकर परिस्थितियों से जूझ रहे हैं। रूसी पेराट्रूपर्स के आने से स्थानीय लोग भयभीत हैं। ये पेराट्रूपर्स स्थानीय नागरिकों की तरह कपड़े बदलकर सड़कों पर घूम रहे हैं। इसलिए उन पर नजर रखी जा रही है।

देश में रुके महिला-बच्चों ने पड़ोस में ली शरण

पूर्वी हंगरी के एक गांव के स्कूल मैदान में एकत्रित सैकड़ों शरणार्थियों में अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं जबकि उनके पति, पिता, भाई और बेटे देश की रक्षा करने के लिए यूक्रेन में ही रुके हैं। राष्ट्रपति जेलेंस्की ने 18 से 60 साल के पुरुषों को देश में ही रुकने के आदेश दिए हैं। पश्चिमी यूक्रेनी शहर कलुश की इरिना यरिमचुक ने कहा, उन्हें हंगरी के तिजाबेक्स गांव पहुंचने के लिए पांच घंटे का सफर तय करना पड़ा। नम आंखों से उन्होंने बताया कि उनका भाई यूक्रेन सेना में शामिल हो गया है। उन्होंने अपने भाई को भावुक संदेश दिया, मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूं, हिम्मत बनाए रखना। हम यह लड़ाई जीतेंगे और जल्द मिलेंगे।

कोई तो रोके पुतिन का पागलपन

पश्चिमी यूक्रेन के खुस्त की रहने वाली इवान मुर्शा ने चेक गणराज्य के ग्रनो में शरण ली है। उन्होंने न केवल सात घंटे के सफर अपनी गाड़ी से तय किया बल्कि दूसरों को भी अपने साथ चलने की पेशकश की। मुर्शा की गाड़ी में ब्रनो शहर के लिए रवाना हुई स्क्लीरोवा ने कहा, मेरे एक रिश्तेदार के 15 साल के बेटे को रूसी सैनिकों ने कीव के बाहर ब्रोवरी में कार में जाते समय गोली मार दी। उसने कहा, कीव में सब कुछ बर्बाद हो गया। उन्होंने कहा, कम से कम दुनिया में कोई तो ऐसा शख्स होना चाहिए जो उसका (पुतिन का) पागलपन रोक सके।



Source link

Enable Notifications OK No thanks