Russia Ukraine War: रूस यूक्रेन युद्ध का भारत की महंगाई पर क्या होगा असर?


रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ रहा तनाव अब युद्ध का रूप ले चुका है। रिपोर्ट्स की मानें तो रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव समेत कुल 11 शहरों पर आक्रमण किया है। कई विशेषज्ञों का कहना है कि ये युद्ध एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की ओर हमें ले जा रहा है। इसके कई खतरनाक परिणाम विश्व को भुगतने पड़ सकते हैं। आज की इस वैश्विक दुनिया में हर देश दूसरे देश से परस्पर रूप से जुड़ा हुआ है। ऐसे में इस युद्ध का व्यापक प्रभाव भारत पर पड़ेगा। रूस यूक्रेन युद्ध भारत की राजनीतिक, सामरिक और आर्थिक स्थिति को बड़े स्तर पर प्रभावित करने वाला है। कई विशेषज्ञों का कहना है कि भारत इस समय बीच मझधार में फंस चुका है। उसके लिए ये तय कर पाना काफी मुश्किल हो गया है कि यूरोप या रूस किसके साथ जाना सही रहेगा। ऐसे में इस युद्ध ने आज दोबारा गुटनिरपेक्षता की नीति को प्रासंगिक कर दिया है। ये युद्ध अगर आने वाले समय में एक बड़ा रूप लेता है, तो इससे भारत की अर्थव्यवस्था बुरे तौर पर प्रभावित होगी। इसी कड़ी में आज हम जानेंगे कि रूस यूक्रेन युद्ध का भारत की महंगाई पर क्या असर होगा?

भारत और यूक्रेन के बीच एक मजबूत व्यापारिक संबंध है। यूक्रेन के लिए भारत 15वां सबसे बड़ा निर्यात बाजार है। वहीं दूसरी ओर भारत के लिए यूक्रेन 23वां सबसे बड़ा एक्सपोर्ट मार्केट है। ऐसे में ये युद्ध दोनों देशों के व्यापारिक हितों को बुरी तौर पर प्रभावित करने वाला है।

भारत बड़े पैमाने पर कुकिंग ऑयल (Sunflower Oil) यूक्रेन से आयात करता है। इसके अलावा लोहा, स्टील, प्लास्टिक, इनॉर्गनिक केमिकल्स, आदि कई वस्तुओं को यूक्रेन से इम्पोर्ट करता है। वहीं दूसरी तरफ यूक्रेन के अलावा कई यूरोपीय देशों में भारत दवा, बॉयलर मशीनरी, मैकेनिकल अपल्यांस आदि चीजों का निर्यात करता है।

ऐसे में इस युद्ध से दोनों देशों के बीच आयात-निर्यात होने वाली ये वस्तुएं बंद हो जाएंगी, जिसका सीधा असर देश की महंगाई पर पड़ेगा। इस युद्ध के कारण आने वाले समय में कई जरूरी वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि हो सकती है। भारत अब तक बड़े पैमाने पर कुकिंग ऑयल को यूक्रेन से इम्पोर्ट करता आ रहा था। युद्ध के चलते अब इसका आयात हम यूक्रेन से नहीं कर पाएंगे। ऐसे में भारत सरकार सनफ्लावर ऑयल के आयात के लिए दूसरे देशों के विकल्प की तलाश कर रही है। हालांकि, उन देशों पर इसके आयात के लिए इतनी जल्दी शिफ्ट होना आसान नहीं होगा। ऐसे में कुकिंग ऑयल की कीमतें आने वाले समय में बढ़ सकती हैं।

इसके अलावा यूक्रेन रूस युद्ध वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को बुरी तरह प्रभावित करने का काम करेगा। कोरोना महामारी के बाद ग्लोबल सप्लाई चेन पर वैसे ही बुरा असर पड़ा था। हालांकि महामारी थमने के बाद इसमें कुछ सुधार हुआ था। वहीं ये युद्ध फिर से वैश्विक आपूर्ति श्रंखला को बाधित करने वाला है। इससे भारत ही नहीं बल्कि विश्व के कई देशों में महंगाई बढ़ेगी।



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