न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मुंबई
Published by: कीर्तिवर्धन मिश्र
Updated Wed, 16 Feb 2022 11:19 PM IST
सार
गौरतलब है कि राणे ने अपना राजनीतिक करियर शिवसेना से शुरू किया था। उन्होंने 1995 से 1999 तक महाराष्ट्र में शिवसेना-भाजपा गठबंधन की सरकार के दौरान छोटे समय के लिए महाराष्ट्र के सीएम का पद संभाला था।
![शिवसेना का नारायण राणे पर तंज: कहा- ईडी ने बिठाई थी जांच, इसीलिए थाम लिया था भाजपा का दामन शिवसेना नेता विनायक राउत ने नारायण राणे पर बोला हमला।](https://spiderimg.amarujala.com/cdn-cgi/image/width=674,height=379.25,fit=cover,f=auto/assets/images/2022/02/16/750x506/narayan-rane-joined-bjp-after-ed-began-probe-against-him-claims-shiv-sena-leader_1645033755.jpeg)
शिवसेना नेता विनायक राउत ने नारायण राणे पर बोला हमला।
– फोटो : Social Media
ख़बर सुनें
विस्तार
शिवसेना के नेता विनायक राउत ने बुधवार को भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे पर निशाना साधा। राउत ने दावा किया कि ईडी की तरफ से जांच बिठाए जाने के बाद नारायण राणे भाजपा में शामिल हो गए थे। मुंबई में पत्रकारों से बातचीत के दौरान शिवसेना के लोकसभा सांसद ने पूछा कि राणे जब कांग्रेस पार्टी में थे, तब भाजपा के नेता किरीट सोमैया ने उन पर कई आरोप लगाए थे। आखिर अब उन आरोपों का क्या हुआ?
विनायक राउत ने कहा, ‘‘सोमैया ने राणे के विरूद्ध भ्रष्टाचार में लिप्त रहने एवं बिना लेखा जोखा वाली संपत्ति इकट्ठा करने समेत कई गंभीर आरोप लगाये थे। उसके बाद ईडी ने कुछ खोखा कंपनियों की जांच की। राणे डर गये और भाजपा में चल गए। मैं आशा करता हूं कि सोमैया उन सबूतों को फिर ईडी को देंगे जो उनके पास थे और अधिकारी उनके विरूद्ध कार्रवाई करेंगे। हम निश्चित ही इस पर ईडी का जवाब चाहेंगे।’’
गौरतलब है कि राणे ने अपना राजनीतिक करियर शिवसेना से शुरू किया था। उन्होंने 1995 से 1999 तक महाराष्ट्र में शिवसेना-भाजपा गठबंधन की सरकार के दौरान छोटे समय के लिए महाराष्ट्र के सीएम का पद संभाला था। राणे बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए थे और राज्य मंत्री बन गए थे। कुछ साल बाद ही उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी थी।
2018 में राणे ने महाराष्ट्र स्वाभिमानी पार्टी (एमएसपी) की स्थापना की थी। बाद में उन्होंने अपनी पार्टी का विलय भाजपा में करा लिया। भाजपा में शामिल होने के साथ ही राणे 2019 में राज्यसभा सांसद बन गए। उन्हें पिछले साल ही केंद्र सरकार में मंत्री बनाया गया।
विनायक राउत के इस बयान से एक दिन पहल शिवसेना के राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने भी कुछ भाजपा नेताओं एवं व्यापारियों पर भ्रष्टाचार में लिप्त रहने का आरोप लगाया था। हालांकि राणे ने बुधवार को कहा कि संजय राउत बिना किसी दस्तावेजी सबूत के भाजपा नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं।