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ऊषा मंगेशकर ने मंगलवार को वाराणसी पहुंचकर पंडित श्रीकांत पाठक के साथ पूजा करने के बाद अस्थियां विसर्जित कीं। इसके बाद उन्होंने परिवार के साथ काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन किए और मुंबई लौट आईं। निधन से पहले लता मंगेशकर काफी बीमार चल रही थीं। वह करीब एक महीने तक मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती रहीं। डॉक्टरों के मुताबिक, लता मंगेशकर को कोरोना और निमोनिया हो गया था। लाख कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया न जा सका। लता मंगेशकर ने करीब 6 दशकों तक अपनी मखमली आवाज से दुनिया भर के लोगों के दिलों पर राज किया था।
बहन लता मंगेशकर के अस्थि विसर्जन के दौरान ऊषा मंगेशकर