बीसीसीआई को सौरव गांगुली कहेंगे अलविदा? ये है वजह


सौरव गांगुली और जय शाह 2019 में बीसीसीआई के अध्यक्ष और सचिव बने थे। इससे पहले भी दोनों का कार्यकाल 2018 में खत्म हो गया था। लेकिन फिर बीसीसीआई ने कूलिंग ऑफ पीरियड नियम में संशोधन कर दोनों का कार्यकाल बढ़ाने की स्वीकृति दे दी।

विराट कोहली ने टीम इंडिया की टेस्ट कप्तानी से इस्तिफा देकर विश्व क्रिकेट को हैरत में डाल दिया। विराट कोहली के फैंस उनके इस्तीफे के पीछे सौरव गांगुली का हाथ बता रहे हैं। इसीलिए कोहली के कप्तानी छोड़ने के बाद  उनके फैंस ने सोशल मीडिया पर सौरव गांगुली पर जमकर निशाना साधा। कई फैंस ने उनसे बीसीसीआई के अध्यक्ष पद से इस्तीफे की मांग तक कर डाली।

खत्म हो रहा है गांगुली का कार्यकाल

बीसीसीआई के अध्यक्ष पद से सौरव गांगुली का कार्यकाल अक्टूबर में खत्म हो जाएगा। उनके अलावा बीसीसीआई के सचिव जय शाह का भी कार्यकाल अक्टूबर में इसी साल खत्म हो जाएगा। सौरव गांगुली और जय शाह 2019 में बीसीसीआई के अध्यक्ष और सचिव बने थे। इससे पहले भी दोनों का कार्यकाल 2018 में खत्म हो गया था। लेकिन फिर बीसीसीआई ने कूलिंग ऑफ पीरियड नियम में संशोधन कर दोनों का कार्यकाल बढ़ाने की स्वीकृति दे दी।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सौरव गांगुली बंगाल क्रिकेट संघ के संयुक्त सचिव और बाद में अध्यक्ष भी रह चुके थे। वहीं दूसरी ओर जय शाह भी गुजरात क्रिकेट संघ के सचिव रहे थे। अब देखना यह होगा कि इस साल अक्टूबर के बाद दोनों का कार्यकाल फिर आगे बढ़ाया जाएगा या नहीं। आपको बता दें कि बीसीसीआई के नए संविधान के मुताबिक कोई भी अगर राज्य संघ या बोर्ड में 6 साल से ज्यादा का कार्यकाल पूरा कर लेता है तो उसके बाद उसे 3 साल के कूलिंग ऑफ पीरियड पर जाना अनिवार्य है।

साल 2019 में सौरव गांगुली और जय शाह के अपना पद ग्रहण किया तो उस वक्त उनके राज्य और राष्ट्रीय इकाई में 6 साल का समय पूरा होने में महज 9 महीने का वक़्त ही बचा था। शीर्ष अदालत में एक याचिका में यह कहा गया कि बोर्ड ने 2 अगस्त 2018 से लागू कूलिंग ऑफ पीरियड में जाने के नियम में संशोधन कर दिया है। इससे उसने अपने पदाधिकारियों के कार्यकाल को बढ़ाने की स्वीकृति दी है।

वहीं, कुछ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस साल अक्टूबर में सौरव गांगुली और जय शाह का कार्यकाल खत्म हो जाएगा और बीसीसीआई को एक नया अध्यक्ष मिल सकता है। इन दोनों के कार्यकाल में कई पूर्व भारतीय क्रिकेटरों को जिम्मेदारियां दी गई। राहुल द्रविड़ भारतीय टीम के मुख्य कोच बने तो वहीं राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी का कार्यभार वीवीएस लक्ष्मण ने संभाला।

 सौरव गांगुली इस दौरान बड़े विवादों का हिस्सा भी बने। खास कर उनके और विराट के संबंधों पर भी खूब चर्चा हुई। आपको बता दें कि कोहली ने t20 की कप्तानी छोड़ने को लेकर कहा था कि बोर्ड की तरफ से किसी तरह की बातचीत उनसे नहीं की गई थी। वहीं गांगुली ने इस मामले में कहा था कि कोहली ने टी20 की कप्तानी छोड़ने की गुजारिश की थी।

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