South China Sea : दक्षिण चीन सागर से गुजरा अमेरिकी गश्ती जहाज, चीन का दावा- मिसाइल गाइडेड पोत को पीछे धकेला


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अमेरिकी नौसेना ने बुधवार को विवादित दक्षिण सागर में चीन के कब्जे वाले द्वीपों के पास से एक विध्वंसक जहाज भेजा। उधर, चीन ने कहा कि उसने इस युद्धपोत को पीछे धकेल दिया है। इसे लेकर क्षेत्र में एक बार फिर तनाव बढ़ने की आशंका है।
 
अमेरिका ने कहा है कि उसने क्षेत्रीय आजादी के तहत मिसाइल गाइडेड विध्वंसक पोत यूएसएस बेनफोल्ड को रणनीतिक समुद्री मार्ग से रवाना किया। यह पोत पैरासेल द्वीप समूह को पार कर दक्षिण चीन सागर से होते हुए गुजरा। इस तरह के संचालन को अमेरिकी नौसेना के लिए हिंद-प्रशांत में अपनी मौजूदगी बनाए रखने के लिए अहम माना जाता है। यहां चीन ने बड़े पैमाने पर जहाजों के माध्यम से अपनी मौजूदगी बढ़ाई हुई है। इस जल क्षेत्र में अमेरिका चीन के बीच तनाव बढ़ गया है। चीन ने अमेरिकी पोत को पीछे धकेलने का दावा करते हुए कहा है कि अमेरिका को क्षेत्रीय तनाव भड़काने से बाज आना चाहिए।

एक दिन पूर्व ही ब्लिंकेन ने दी चेतावनी
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने 2016 के समझौते का पालन करने के लिए चीन को चेतावनी दी थी। दक्षिण चीन सागर में बीजिंग के दावों को अमान्य करते हुए ब्लिंकेन ने कहा, यदि विवादित जल में चीनी सेना के जहाज या हवाई हमले होते हैं तो वाशिंगटन फिलीपीन की रक्षा के लिए बाध्य है।

विवादित क्षेत्र में चीनी नौकाएं
चीन लगातार दक्षिण चीन सागर के विवादित जल क्षेत्र में अपने विमानवाहक जहाजों और नौसैन्य नौकाओं को भेजता रहा है। इसका फिलीपीन समेत ब्रुनेई, ताइवान, मलयेशिया और वियतनाम विरोध करते रहे हैं। सभी दावेदार देशों ने यह भी कहा है कि चीनी नौकाओं से उनके क्षेत्र के मछुआरों के साथ मारपीट करने की खबरें हैं। अमेरिका ने इसी मुद्दे पर चीन को चेतावनी दी है कि वह अपना आक्रामक बर्ताव छोड़े।

विस्तार

अमेरिकी नौसेना ने बुधवार को विवादित दक्षिण सागर में चीन के कब्जे वाले द्वीपों के पास से एक विध्वंसक जहाज भेजा। उधर, चीन ने कहा कि उसने इस युद्धपोत को पीछे धकेल दिया है। इसे लेकर क्षेत्र में एक बार फिर तनाव बढ़ने की आशंका है।

 

अमेरिका ने कहा है कि उसने क्षेत्रीय आजादी के तहत मिसाइल गाइडेड विध्वंसक पोत यूएसएस बेनफोल्ड को रणनीतिक समुद्री मार्ग से रवाना किया। यह पोत पैरासेल द्वीप समूह को पार कर दक्षिण चीन सागर से होते हुए गुजरा। इस तरह के संचालन को अमेरिकी नौसेना के लिए हिंद-प्रशांत में अपनी मौजूदगी बनाए रखने के लिए अहम माना जाता है। यहां चीन ने बड़े पैमाने पर जहाजों के माध्यम से अपनी मौजूदगी बढ़ाई हुई है। इस जल क्षेत्र में अमेरिका चीन के बीच तनाव बढ़ गया है। चीन ने अमेरिकी पोत को पीछे धकेलने का दावा करते हुए कहा है कि अमेरिका को क्षेत्रीय तनाव भड़काने से बाज आना चाहिए।

एक दिन पूर्व ही ब्लिंकेन ने दी चेतावनी

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने 2016 के समझौते का पालन करने के लिए चीन को चेतावनी दी थी। दक्षिण चीन सागर में बीजिंग के दावों को अमान्य करते हुए ब्लिंकेन ने कहा, यदि विवादित जल में चीनी सेना के जहाज या हवाई हमले होते हैं तो वाशिंगटन फिलीपीन की रक्षा के लिए बाध्य है।

विवादित क्षेत्र में चीनी नौकाएं

चीन लगातार दक्षिण चीन सागर के विवादित जल क्षेत्र में अपने विमानवाहक जहाजों और नौसैन्य नौकाओं को भेजता रहा है। इसका फिलीपीन समेत ब्रुनेई, ताइवान, मलयेशिया और वियतनाम विरोध करते रहे हैं। सभी दावेदार देशों ने यह भी कहा है कि चीनी नौकाओं से उनके क्षेत्र के मछुआरों के साथ मारपीट करने की खबरें हैं। अमेरिका ने इसी मुद्दे पर चीन को चेतावनी दी है कि वह अपना आक्रामक बर्ताव छोड़े।



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