हाइलाइट्स
निफ्टी रियलिटी (Nifty Reality) पिछले एक महीने में सात फीसदी उछल चुका है.
रियल एस्टेट सेक्टर के कुछ शेयर तो इस अवधि में 30 फीसदी तक उछल चुके हैं.
होम लोन की बढ़ती ब्याज दरें इस सेक्टर की ग्रोथ में बाधा बन सकती है.
नई दिल्ली. हाल के दिनों में ऑटो सेक्टर (Auto Sector) के बाद रियल एस्टेट स्टॉक्स (Real Estate Stocks) में अच्छी तेजी आई है. निफ्टी रियलिटी (Nifty Reality) पिछले एक महीने में 7 फीसदी उछल चुका है. रियल एस्टेट सेक्टर के कुछ शेयर तो इस अवधि में 30 फीसदी तक उछल चुके हैं. रियल एस्टेट स्टॉक्स में आई इस तेजी के पीछे वित्त वर्ष 22-23 की पहली तिमाही में बिक्री में हुई भारी बढ़ोतरी का हाथ है.
बेंगलुरू, गुरुग्राम सहित देश के कई शहरों में आवासीय भवन बनाने वाली कंपनी शोभा (Sobha) ने पहली तिमाही में रिकॉर्ड सेल्स वॉल्यूम और कीमत वसूली हासिल की है. इसी तरह मुंबई बेस्ड प्रीमियम रियल एस्टेट डेवलेपर ओबेरॉय रियल्टी (Oberoi Realty) की यूनिट सेल भी पिछले साल के मुकाबले चार गुना बढ़ गई है.
मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, हेम सिक्योरिटी में पीएमएस हेड मोहित निगम का कहना है कि रियल एस्टेट सेक्टर में उछाल आवासीय भवनों की कीमतों में बढ़ोतरी होने और अनसोल्ड इन्वेंट्री के कम होने की वजह से आया है. कई शहरों में घरों की कीमतों में इतनी वृद्धि हुई है कि इसने कोरोना के पूर्व स्तर को भी पार कर दिया है. यही नहीं स्टील, आयरन ओर और सरकार द्वारा स्टॉम्प ड्यूटी में कमी करने से भी रियल एस्टेट कंपनियों के मुनाफे में वृद्धि हुई है.
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संभलकर करें निवेश
बाजार जानकारों का कहना है कि रियल एस्टेट फिलहाल उड़ान भर रहा है, लेकिन आगे आने वाले समय में इस तेजी पर ब्रेक लग सकता है. इसलिए वे निवेशकों से सावधानी से निवेश की सलाह दे रहे हैं. अगर हम शोभा के आंकड़ों को गौर से देखेंगे तो पाएंगे कि इसकी 9 लोकेशन्स में से चार लोकेशन्स पर बिक्री वित्त वर्ष 23 की पहली तिमाही में वित्त वर्ष 22 की चौथी तिमाही के मुकाबले गिरी है. इस तरह तिमाही आधार पर बिक्री में गिरावट आई है और यह अच्छा संकेत नहीं है. इसी तरह ओबेरॉय रियल्टी ने भी जून में समाप्त हुई तिमाही में 164 यूनिट्स बेची. जबकि, मार्च तिमाही में यह आंकड़ा 234 यूनिट्स था.
ब्याज दरों में बढ़ोतरी बड़ी बाधा
हेम सिक्योरिटी के निगम का कहना है कि रियल एस्टेट सेक्टर की तेजी में सबसे बड़ी बाधा होम लोन की ब्याज दरों का बढ़ना है. इसलिए निवेशकों को सर्तक रहना चाहिए. उनका कहना है कि ब्याज दरें बढ़ने से कर्ज महंगा हो जाएगा, जिससे मांग में कमी आएगी. लगभग सभी बैंकों ने रिजर्व बैंक के रेपो रेट में बढ़ोतरी करने के बाद ब्याज दरों में इजाफा कर दिया है. अंदाजा लगाया जा रहा है कि होम लोन की ब्याज दरें 9 फीसदी तक पहुंच जाएगी.
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एक्सिस सिक्योरिटीज के पोर्टफोलियो मैनेजर निशित मास्टर का कहना है कि वर्तमान परिस्थितियां तो रियल एस्टेट प्लेयर्स के लिए मजबूत दिख रही हैं, लेकिन अगर होम लोन ब्याज दरें बढ़ीं, तो फिर इसका असर बिक्री पर जरूर होगा.
इसके अलावा बहुत से स्टार्टअप ने कर्मचारियों की छंटनी की है. ज्यादातर स्टार्टअप दिल्ली, बेंगलुरू और मुंबई जैसे बड़े शहरों में है. इनके कर्मचारियों की छंटनी करने से भी घरों की मांग में कमी आएगी. मास्टर का कहना है कि ग्राहकों की आय का भी असर रियल एस्टेट सेक्टर पर होगा. अगर आगे वैश्विक मंदी के चलते कर्मचारियों की सैलरी कम होती है या सेल्फ इम्पलॉयड की आय घटती है तो इसका बहुत बड़ा असर रियल एस्टेट सेक्टर पर होगा.
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FIRST PUBLISHED : July 14, 2022, 14:24 IST