Box Office: हिंदी इलाकों में फिल्मों की कमाई फिर से नंबर बन, पांच साल बाद फिर झूम के लहलहाया भारतीय सिनेमा


इस साल रिलीज हुई तीन मेगाबजट फिल्मों ‘आरआरआर’, ‘केजीएफ 2’ और ‘विक्रम’ ने भारतीय सिनेमा की कमाई वहां तक पहुंचा दी है, जहां इससे पहले पिछले पांच साल में ये कभी नहीं रही। साल 2022 के पहले छह महीनों में भारतीय फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार वापसी की है। हिंदी भाषी राज्यों में भी फिल्मी दर्शकों के सिनेमाघरों में लौटने से वहां कमाई बढ़ी है। हालांकि हिंदी फिल्मों का कलेक्शन इस दौरान खास नहीं रहा लेकिन हिंदी में रिलीज हुई दो बड़ी फिल्मों ‘आरआरआर’ और ‘केजीएफ 2’ ने साल के पहले छह महीनों में हुई कुल कमाई में हिंदी की हिस्सेदारी फिर से नंबर वन पर ला दी है।

पहली छमाही में शानदार कारोबार

कोरोना संक्रमण काल के दौरान लंबे समय तक बंद रहे सिनेमाघरों के चलते साल 2020 और साल 2021 में भारतीय सिनेमा की हालत बेहत खराब रही है। लेकिन इस साल की शुरुआत से ही इसने फिर से कमर कसी है और जून का महीना खत्म होते होते भारतीय फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर करीब 5550 करोड़ रुपये का कारोबार बॉक्स ऑफिस पर कर लिया है। इस कमाई में सैटेलाइट और ओटीटी अधिकारों से होने वाली कमाई शामिल नहीं है और समझा जाता है कि इस दौरान भारतीय मनोरंजन जगत ने करीब इतनी ही कमाई इन दोनों माध्यमों से भी की है।

पांच साल में सबसे ज्यादा कमाई

सिर्फ बॉक्स ऑफिस कमाई की बात करें तो भारतीय सिनेमा ने लगातार बढ़ोत्तरी करते हुए साल 2018 में शानदार 4715 करोड़ रुपये कमाए थे और इसके अगले साल की पहली छमाही में भारतीय फिल्मों की पहली छमाही में कमाई रही थी 5153 करोड़ रुपये। साल 2022 के पहले छह महीनों में हुई 5550 करोड़ रुपये की कमाई ने इस साल की पहली छमाही को बीते पांच साल में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली छमाही भी बना दिया है। दिलचस्प बात ये है कि इस पूरी कमाई में से करीब 35 फीसदी हिस्सा इस साल रिलीज हुई सिर्फ दो फिल्मों ‘केजीएफ 2’ और ‘आरआरआर’ से आया है।

सिर्फ दो फिल्मों का 35 फीसदी हिस्सा

‘केजीएफ 2’ और ‘आरआरआर’, इन दो फिल्मों ने मिलकर ही बॉक्स ऑफिस पर पहली छमाही में हुई कुल कमाई का करीब 35 फीसदी हिस्सा कमा लिया। इन दोनों फिल्मों की कुल कमाई करीब 1910 करोड़ रुपये रही है। इन फिल्मों के हिंदी संस्करणों ने उत्तर भारत में जबर्दस्त कमाई की और इसी का नतीजा रहा कि भारतीय सिनेमा के कुल कारोबार में हिंदी भाषी राज्यों में हुई कमाई का हिस्सा बीते साल के 27 प्रतिशत से बढ़कर 34 प्रतिशत हो गया है। हालांकि हिंदी भाषी राज्यों में हुई कुल कमाई का 44 फीसदी इन डब फिल्मों से ही आया है।

कुल कमाई में दक्षिण की आधी हिस्सेदारी

भारतीय सिनेमा के कारोबार में हिंदी भाषी राज्यों की भागीदारी साल 2019 में करीब 44 फीसदी और उसके पहले वाले साल में 54 फीसदी रही थी। 54 फीसदी की ये भागीदारी बीते दो साल में गिरकर 27 फीसदी तक आ गई थी। और, अब जाकर हिंदी भाषी राज्यों में हुई कमाई अलग अलग भाषाओं से होने वाली कमाई में फिर से पहले नंबर पर आ सकी है। लेकिन, अगर दक्षिण भारत की तीनों मुख्य भाषाओं तमिल, तेलुगू और कन्नड़ में हुई कमाई को मिला दिया जाए तो भारतीय सिनेमा की इस साल पहले छह महीनों में हुई कमाई में दक्षिण भारत की भागीदारी 50 फीसदी से ऊपर रही है। इस दौरान तेलुगू की हिस्सेदारी 26 फीसदी, तमिल की 16 फीसदी और कन्नड़ की करीब आठ फीसदी भागीदारी कुल कारोबार में रही है। इस दौरान हॉलीवुड फिल्मों ने कुल कमाई में करीब सात फीसदी हिस्सेदारी अपने पास रखी।



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