बाबा साहब की 131 वीं जयंती : देश कर रहा अंबेडकर को नमन, पीएम बोले- उनके सपने पूरे करने को हम प्रतिबद्ध


सार

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस मौके पर अंबेडकर को आधुनिक भारत का निर्माता बताया। पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘बाबा साहब अंबेडकर ने भारत की प्रगति में अमिट योगदान दिया।

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देशभर में आज संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की 131 वीं जयंती मनाई जा रही है। उनकी जन्म स्थली मध्य प्रदेश के अंबेडकर नगर ‘महू’ समेत अनेक शहरों व कस्बों में उनकी स्मृति में कार्यक्रम रखे गए हैं। प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी जा रही है।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस मौके पर अंबेडकर को संविधान निर्माता के रूप में आधुनिक भारत का निर्माता बताया। पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘बाबा साहब अंबेडकर ने भारत की प्रगति में अमिट योगदान दिया। उनके सपनों को पूरा करने की हमारी प्रतिबद्धता को आज दोहराने का दिन है।’

इस अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ. भीमराव अंबेडकर को संसद परिसर में आयोजित कार्यक्रम में श्रद्धांजलि दी। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी बाबा साहब को श्रद्धासुमन अर्पित किए।

पीएम ने वीडियो साझा कर किया याद
पीएम मोदी ने अपने ट्वीट के साथ एक वीडियो भी साझा किया है। इसमें पीएम ने अंबेडकर के पूरे जीवनकाल में उनके द्वारा दी गई सीख का जिक्र किया है और उनके संदेशों के बारे में बताया है। पीएम ने कहा कि उनकी सरकार को बाबा साहब से जुड़े पांच स्थानों को ‘पंच तीर्थ’ के रूप में विकसित करने का सौभाग्य मिला है। अंबेडकर का सपना था कि हमारा देश समृद्ध व बच्चे शिक्षित बनें।
 

अंबेडकर जयंती को देश में समानता दिवस और ज्ञान दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में भी अंबेडकर समानता दिवस मनाया जाता है। अंबेडकर को भारतीय संविधान निर्माता भी कहा जाता है। उनकी अध्यक्षता वाली संविधान समिति ने ही दुनिया का लंबा लिखित संविधान तैयार किया। वह देश में जाति प्रथा के घोर विरोधी थे। उन्होंने दलितों के उत्थान के लिए भी कई कदम उठाए। उन्हें दलितों का मसीहा भी कहा जाता है। 

अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मप्र के महू में हुआ था। वह वकील, अर्थशास्त्री, नेता, समाज सुधारक थे। उन्होंने महिलाओं व दलितों के उत्थान के लिए काफी कार्य किए। उन्हें देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न प्रदान किया गया। उन्होंने 6 दिसंबर 1956 को अंतिम सांस ली। 

इस मौके पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अंबेडकर को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्होंने देश के पवित्र संविधान को सबसे मजबूत आधार प्रदान किया। लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ, बसपा प्रमुख मायावती ने डॉ. अंबेडकर को श्रद्धांजलि दी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर उन्हें मुंबई के दादर में श्रद्धांजलि दी। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भी पटना में आयोजित कार्यक्रम में बाबा साहब को याद किया। 
 

विस्तार

देशभर में आज संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की 131 वीं जयंती मनाई जा रही है। उनकी जन्म स्थली मध्य प्रदेश के अंबेडकर नगर ‘महू’ समेत अनेक शहरों व कस्बों में उनकी स्मृति में कार्यक्रम रखे गए हैं। प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी जा रही है।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस मौके पर अंबेडकर को संविधान निर्माता के रूप में आधुनिक भारत का निर्माता बताया। पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘बाबा साहब अंबेडकर ने भारत की प्रगति में अमिट योगदान दिया। उनके सपनों को पूरा करने की हमारी प्रतिबद्धता को आज दोहराने का दिन है।’

इस अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ. भीमराव अंबेडकर को संसद परिसर में आयोजित कार्यक्रम में श्रद्धांजलि दी। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी बाबा साहब को श्रद्धासुमन अर्पित किए।

पीएम ने वीडियो साझा कर किया याद

पीएम मोदी ने अपने ट्वीट के साथ एक वीडियो भी साझा किया है। इसमें पीएम ने अंबेडकर के पूरे जीवनकाल में उनके द्वारा दी गई सीख का जिक्र किया है और उनके संदेशों के बारे में बताया है। पीएम ने कहा कि उनकी सरकार को बाबा साहब से जुड़े पांच स्थानों को ‘पंच तीर्थ’ के रूप में विकसित करने का सौभाग्य मिला है। अंबेडकर का सपना था कि हमारा देश समृद्ध व बच्चे शिक्षित बनें।

 

अंबेडकर जयंती को देश में समानता दिवस और ज्ञान दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में भी अंबेडकर समानता दिवस मनाया जाता है। अंबेडकर को भारतीय संविधान निर्माता भी कहा जाता है। उनकी अध्यक्षता वाली संविधान समिति ने ही दुनिया का लंबा लिखित संविधान तैयार किया। वह देश में जाति प्रथा के घोर विरोधी थे। उन्होंने दलितों के उत्थान के लिए भी कई कदम उठाए। उन्हें दलितों का मसीहा भी कहा जाता है। 

अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मप्र के महू में हुआ था। वह वकील, अर्थशास्त्री, नेता, समाज सुधारक थे। उन्होंने महिलाओं व दलितों के उत्थान के लिए काफी कार्य किए। उन्हें देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न प्रदान किया गया। उन्होंने 6 दिसंबर 1956 को अंतिम सांस ली। 

इस मौके पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अंबेडकर को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्होंने देश के पवित्र संविधान को सबसे मजबूत आधार प्रदान किया। लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ, बसपा प्रमुख मायावती ने डॉ. अंबेडकर को श्रद्धांजलि दी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर उन्हें मुंबई के दादर में श्रद्धांजलि दी। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भी पटना में आयोजित कार्यक्रम में बाबा साहब को याद किया। 

 





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