दो देशों को आपस में जोड़ेगी पहली भारत गौरव टूरिस्‍ट ट्रेन ‘श्री रामायण यात्रा’


नई दिल्‍ली. भारतीय रेल (Indian Railway) द्वारा चलाई जाने वाली देश की पहली भारत गौरव टूरिस्‍ट ट्रेन ‘श्री रामायण यात्रा’ (Shri Ramayana Yatra) दो देशों को आपस में जोड़ेगी. यह भारत गौरव (Bharat Gaurav Train) टूरिस्‍ट ट्रेन के तहत चलाई जाने वाली देश की पहली ट्रेन है, जिसका संचालन इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्‍म कॉरपोरेशन (Indian Railway Catering and Tourism Corporation) करेगा. इस ट्रेन का रूट तय हो चुका है, अगले माह यह ट्रेन रवाना होगी.

रेलवे मंत्रालय ने ट्रेनों को किराए पर देने के लिए नई योजना भारत गौरव शुरू की है. इसके तहत चलाई जाने वाली पहली ट्रेन भारत और नेपाल को आपस में जोड़ेगी. यह ट्रेन नेपाल के जनकपुर जाएगी, जहां पर रामजानकी मंदिर है.

ट्रेन पूरी यात्रा में 8000 किमी. का सफर तय करेगी. यह ट्रेन देश के 8 राज्‍यों का सफर करेगी. जिसमें उत्‍तर प्रदेश, बिहार, मध्‍य प्रदेश, महाराष्‍ट्र,कर्नाटका, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश शामिल हैं. ट्रेन 21 जून को सफदरजंग रेलवे स्‍टेशन दिल्‍ली से रवाना होगी. पूरी यात्रा 18 दिन की होगी. पूरी ट्रेन थर्ड एसी होगी. करीब 600 यात्री एक साथ सफर कर सकेंगे. ट्रेन में पेंट्री कार होगी, जिसमें पर्यटकों के लिए ताजा भोजन बनेगा. ट्रेन सीसीटीवी कैमरे से लैस होगी. सुरक्षा के लिए गार्ड भी मौजूद रहेंगे.

इन शहरों का सफर कराएगी ट्रेन

ट्रेन 12 प्रमुख शहरों से होकर गुजरेगी, जो भगवान श्रीराम से संबंधित हैं, यहां पर यात्री इन धार्मिक स्‍थानों के दर्शन कर सकेंगे. इनमें अयोध्‍या, बक्‍सर,जनकपुर, सीतामढ़ी, काशी, प्रयाग, चित्रकूट, नासिक,हम्‍पी, रामेश्‍वरम, कांचीपुरम और भद्रांचल शामिल हैं.

शहरों में भगवान राम से जुड़े ये हैं स्‍थान

अयोध्‍या- राम जन्‍मभूमि मंदिर,हनुमान गढ़ी, सरयू घाट, नंदीग्राम,भरत हनुमान मंदिर और भरत कुंड.
जनकपुर (नेपाल)- रामजाननकी मंदिर
सीतामढ़ी- जानकी मंदिर और पुराना धाम
बक्‍सर- राम रेखा घाट, रामेश्‍वरनाथ मंदिर
वाराणसी- तुलसी मानस मंदिर, संकट मोचन मंदिर, विश्‍वनाथ मंदिर और गंगा आरती.
प्रयागराज- सीता समाहित स्‍थल, सीतामढ़ी, भारद्वाज आश्रम, गंगा-यमुना संगम और हनुमान मंदिर .
श्रृंगवेरपुर- श्रिंगी ऋषि आश्रम, शांता देवी मंदिर, रामचौरा.
चित्रकूट-गुप्‍त गोदावरी, रामघाट, सती अनसुनिया मंदिर.
नासिक-ट्रयंबेकेश्‍वर मंदिर , पंचवटी, सीता गुफा, कालाराम मंदिर .
हंपी- अंजानाद्री पहाड़ी, विरुपक्षा मंदिर और विट्टल मंदिर.
रामेश्‍वरम- रामनाथस्‍वामी मंदिर और धनुषकोठी.
कांचीपुरम- विष्‍णु कांची, शिवा कांची और कामाक्षी अम्‍मान मंदिर.
भद्राचलम- श्री सीताराम स्‍वामी मंदिर, अंजनी स्‍वामी मंदिर

Tags: Indian railway, Indian Railway Catering and Tourism Corporation, Indian Railway news, Indian Railways, Irctc, Shri Ram Janmabhoomi

image Source

Enable Notifications OK No thanks