भारत सरकार ने एक बार फिर ब्लॉक की 348 ऐप्स, बेहद गंभीर है वजह


नई दिल्ली। इस साल वैलेंटाइन डे यानि 14 फरवरी को भारत सरकार ने चीन की 54 एप्लीकेशन पर प्रतिबंध लगा दिया था। केंद्र सरकार ने साफ कहा था कि चीन की 54 से अधिक ऐप्स देश के नागरिकों की प्राइवेसी और सुरक्षा के लिए खतरा थी। इनमें से कई ऐप्स ऐसे थे जो अलीबाबा, टेसेंट और गेमिंग कंपनी नेटइज जैसी बड़ी चीनी कंपनियों के थे। इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने यह कहते हुए इन ऐप्स पर बैन लगाया है कि ये ऐप चीन जैसे विदेशी मुल्कों में भारतीय यूजर्स का संवेदनशील डेटा ट्रांसफर कर रहे थे।

अब भारत सरकार ने एक बार फिर 348 ऐप्स को देश में ब्लॉक कर दिया है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बुधवार को संसद में ये बात कही है। राजीव चंद्रशेखर ने लोकसभा सांसद रोडमल नागर के सवाल पर ये खुलासा किया है। रोडमल नागर ने राजीव चंद्रशेखर से पूछा था कि क्या सरकार ने देश के बाहर लोगों का डेटा भेजने वाले ऐप्स की पहचान की है और अगर ऐसे ऐप्लीकेशन हैं तो उन पर क्या एक्शन हुआ है? क्या उन पर बैन लगाया गया है?

इस सवाल के जवाब में राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि देश में 348 ऐसे ऐप्स को भारत में ब्लॉक किया गया है जो देश का डेटा भेजकर सुरक्षा का उल्लंघन कर रहे थे। ये ऐप्स ऐसे थे जो यूजर्स के डेटा को देश के बाहर भेज रहे थे। ये भारत की संप्रभुता और अखंडता के लिए सही नहीं है। राजीव ने ये भी कहा कि इन ऐप्स को चीन ही नहीं बाकि कई और देशों में भी बनाया गया है।

गौरतलब है कि कुछ समय पहले लोकप्रिय बैटल रॉयल गेम, बैटलग्राउंड मोबाइल इंडिया को भारत में बैन कर दिया गया था। भारत सरकार ने इस गेम पर प्रतिबंध लगाया था क्योंकि इस गेम को लेकर कहा जा रहा था कि ये गेम यूजर्स का डाटा देश के बाहर भेज रहा है। इसके बाद 28 जुलाई को इस गेम को गूगल प्ले स्टोर और आईओएस स्टोर से हटाने के निर्देश भी दिए गए थे। इस गेम को आईटी एक्ट के सेक्शन 69ए के तहत ब्लॉक किया गया है और इस गेम को दोनों प्लेटफॉर्म से हटा दिया गया है। इससे पहले भी बेहद मशहूर टिकटॉप एप को भारत सरकार बैन कर चुकी है।

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