मानसून में बढ़ जाती है डायरिया की समस्‍या, आराम पाने के लिए इन चीजों का करें सेवन


हाइलाइट्स

डायरिया के लिए ‘BRAT’ यानी बनाना, राइस, एप्‍पल और टोस्‍ट का सेवन सबसे फायदेमंद होता है.
डायरिया होने पर सुपाच्‍य और घर का बना खाना खाएं.

Diet During Diarrhea: भले ही डायरिया एलर्जी, फूड प्‍वाइजनिंग या क्रोनिक कंडिशन में होता है लेकिन इसका संबंध हमेशा आपकी डाइट से होता है. डायरिया पाचन तंत्र संबंधित एक डिसऑर्डर है जिसका मुख्‍य लक्षण लूज़ मोशन है. डायरिया होने की मुख्‍य वजह वायरल या बैक्टीरियल इंफेक्शन होता है. इसकी वजह इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज, मालएब्जॉर्प्श, लैक्सेटिव्स और अन्य दवाएं जैसे एंटीबायोटिक्स का सेवन, हार्मोनल विकार आदि भी हो सकती है. डायरिया होने पर जी मिचलाना, पेट दर्द, लूज मोशन, सूजन, डिहाइड्रेशन, बुखार, मल में खून आना आदि लक्षण होते हैं. ऐसे में डायरिया में शरीर में इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस को बनाए रखना बहुत जरूरी है.

हेल्‍थलाइन के मुताबिक, डायरिया होने पर अपनी डाइट का खास ख्‍याल रखना सबसे जरूरी होता है. डायरिया का कंट्रोल करने के लिए कुछ अलग तरह का डाइट प्‍लान होना चाहिए और कुछ चीजों को खाने से बचना चाहिए. तो आइए आज हम आपको बताते हैं कि डायरिया होने पर आप क्‍या खाएं और क्‍या नहीं.

​डायरिया होने पर क्या खाएं

हेल्‍थलाइन के मुताबिक, डायरिया के लिए ‘BRAT’ यानी बनाना, राइस, एप्‍पल और टोस्‍ट का सेवन सबसे फायदेमंद होता है.
-डायरिया होने पर सुपाच्‍य और घर का बना खाना खाएं.
डायरिया होने पर लो डाइटरी फाइबर का सेवन करें.
सलाद यानी कच्‍ची फल सब्जियां खाने से बचें.
कम मसालेदार खाने का सेवन करें.

इसे भी पढ़ें: शरीर में खून की कमी होने पर दिखते हैं ये संकेत, इन फूड्स से मिलेगा फायदा

आप ओटमील, दलिया, उबले हुए आलू खा सकते हैं.
चावल और मूंग दाल की पतली खिचड़ी आप खा सकते हैं.
प्रोबोयाटिक चीजों यानी दही का अधिक से अधिक सेवन करें.
अधिक से अधिक लिक्विड चीजें और खूब सारा पानी पिएं.
पानी में ओआरएस डालकर या नमक चीनी का घोल बनाकर पी सकते हैं.
आप नारियल पानी, इलेक्‍ट्रोलाइट वॉटर और स्‍पोर्ट्स ड्रिंक्‍स भी पी सकते हैं.

क्‍या खाने से बचें

दूध या दूध के उत्‍पाद, फ्राई चीजें, मसालेदार फूड, प्रोसेस्‍ड फूड, कच्‍ची सब्जियां, प्‍याज, कॉर्न, खट्टे फल, अल्‍कोहल, कॉफी, सोडा, कार्बोनेटेड ड्रिंक, आर्टिफीशियल स्‍वीटनर.

ये भी पढ़ें: डायबिटीज में लापरवाही से बढ़ जाता है शुगर लेवल, इन बातों का रखें ध्यान

 कब जाएं डॉक्‍टर के पास
24 घंटे तक कंट्रोल ना हो.
हर 3 घंटे में टॉयलेट जा रहे हों.
102 डिग्री फारनहाइट फीवर हो.
बिना आंसू के रोना आए.
ब्‍लैक या खून के साथ स्‍टूल हो.

Tags: Food, Health, Lifestyle, Monsoon

image Source

Enable Notifications OK No thanks