कोरोना वायरस: जहां संक्रमण कम उन जिलों में खुल सकते हैं स्कूल, अंतिम फैसला लेंगी राज्य सरकारें


सार

मंत्रालय के मुताबिक सभी राज्यों में कम से कम 95 फीसदी शिक्षण व गैर शिक्षण स्टाफ को कोरोना टीका लग चुका है। कुछ राज्यों में 100 फीसदी स्टाफ का टीकाकरण पूरा हुआ है।

ख़बर सुनें

केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा, जिन जिलों में संक्रमण दर 5 फीसदी से कम है वहां स्कूल खोले जा सकते हैं। हालांकि इस संबंध में अंतिम फैसला राज्य सरकारों को लेना है।

नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा, महामारी के हालात सुधर रहे हैं। संक्रमण के मामले भी कम हो रहे हैं। ऐसे में हम अब स्कूल खोलने की दिशा में विचार कर सकते हैं।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने कहा, 11 राज्यों में स्कूल पूरी तरह खुल गए हैं। वहीं 16 राज्यों में बड़ी कक्षाओं के लिए स्कूल खोले जा चुके हैं। व्यापक टीकाकरण अभियान के मद्देनजर मंत्रालय ने दिसंबर में स्कूल खोलने के लिए दिशानिर्देश जारी किये थे। नौ राज्यों में स्कूल अभी पूरी तरह बंद हैं।

268 जिलों में संक्रमण दर 5 फीसदी से कम
नीति आयोग के वीके पॉल ने कहा, 268 जिलों में संक्रमण दर 5 फीसदी से कम है। ये जिले स्पष्ट रूप से अन्य आर्थिक गतिविधियों के साथ स्कूल खोलने की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। स्कूल खोलने का फैसला राज्य सरकारों को जिला प्रशासनों के साथ लेना है। लेकिन बोर्ड के तौर पर हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि स्कूल खुलें और प्रोटोकॉल का पूरा पालन किया जाए। महामारी अभी खत्म नहीं हुई है इसलिए मानक संचालन प्रक्रिया का गंभीरता से पालन किया जाए।

50 लाख कोविशील्ड की खुराक बर्बाद होने की जानकारी गलत : स्वास्थ्य मंत्रालय
केंद्र सरकार ने कहा है कि देश में 50 लाख कोविशील्ड की खुराक बर्बाद होने की जानकारी गलत है। यह तथ्यों से जुड़ी जानकारी नहीं है। बृहस्पतिवार को एक जारी बयान में सरकार ने राज्यों को मियाद खत्म होने से पहले सभी टीका प्रयोग करने की सलाह दी है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कोविशील्ड के 50 लाख खुराक बर्बाद होने की जानकारी पूरी तरह से भ्रामक है। यह चर्चा चल रही है कि इस फरवरी माह के अंत तक देश में 50 लाख कोविशील्ड की खुराक बर्बाद हो सकती हैं। यह तथ्यों के आधार पर नहीं है। राज्यों के पास अप्रयुक्त कोविड टीकों को वापस करने और उनके बदले में दूसरे टीके लेने का प्रावधान है, इसलिए कोई भी कोविड टीका मियाद के आधार पर नष्ट नहीं होगा।

मंत्रालय ने कहा कि इस संबंध में पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना, गुजरात और दिल्ली के साथ विचार विमर्श किया गया है। मंत्रालय ने कहा कि सरकार को टीकों के स्थानांतरण से भी आपत्ति नहीं है। एक अन्य स्पष्टीकरण में मंत्रालय ने कहा कि कोविन वेबसाइट पर प्रत्येक टीका लगाने का ब्योरा मौजूद है और बिना टीका लगाए प्रमाण पत्र जारी करने से संबंधित जानकारी भी गलत हैं।

विस्तार

केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा, जिन जिलों में संक्रमण दर 5 फीसदी से कम है वहां स्कूल खोले जा सकते हैं। हालांकि इस संबंध में अंतिम फैसला राज्य सरकारों को लेना है।

नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा, महामारी के हालात सुधर रहे हैं। संक्रमण के मामले भी कम हो रहे हैं। ऐसे में हम अब स्कूल खोलने की दिशा में विचार कर सकते हैं।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने कहा, 11 राज्यों में स्कूल पूरी तरह खुल गए हैं। वहीं 16 राज्यों में बड़ी कक्षाओं के लिए स्कूल खोले जा चुके हैं। व्यापक टीकाकरण अभियान के मद्देनजर मंत्रालय ने दिसंबर में स्कूल खोलने के लिए दिशानिर्देश जारी किये थे। नौ राज्यों में स्कूल अभी पूरी तरह बंद हैं।

268 जिलों में संक्रमण दर 5 फीसदी से कम

नीति आयोग के वीके पॉल ने कहा, 268 जिलों में संक्रमण दर 5 फीसदी से कम है। ये जिले स्पष्ट रूप से अन्य आर्थिक गतिविधियों के साथ स्कूल खोलने की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। स्कूल खोलने का फैसला राज्य सरकारों को जिला प्रशासनों के साथ लेना है। लेकिन बोर्ड के तौर पर हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि स्कूल खुलें और प्रोटोकॉल का पूरा पालन किया जाए। महामारी अभी खत्म नहीं हुई है इसलिए मानक संचालन प्रक्रिया का गंभीरता से पालन किया जाए।

50 लाख कोविशील्ड की खुराक बर्बाद होने की जानकारी गलत : स्वास्थ्य मंत्रालय

केंद्र सरकार ने कहा है कि देश में 50 लाख कोविशील्ड की खुराक बर्बाद होने की जानकारी गलत है। यह तथ्यों से जुड़ी जानकारी नहीं है। बृहस्पतिवार को एक जारी बयान में सरकार ने राज्यों को मियाद खत्म होने से पहले सभी टीका प्रयोग करने की सलाह दी है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कोविशील्ड के 50 लाख खुराक बर्बाद होने की जानकारी पूरी तरह से भ्रामक है। यह चर्चा चल रही है कि इस फरवरी माह के अंत तक देश में 50 लाख कोविशील्ड की खुराक बर्बाद हो सकती हैं। यह तथ्यों के आधार पर नहीं है। राज्यों के पास अप्रयुक्त कोविड टीकों को वापस करने और उनके बदले में दूसरे टीके लेने का प्रावधान है, इसलिए कोई भी कोविड टीका मियाद के आधार पर नष्ट नहीं होगा।

मंत्रालय ने कहा कि इस संबंध में पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना, गुजरात और दिल्ली के साथ विचार विमर्श किया गया है। मंत्रालय ने कहा कि सरकार को टीकों के स्थानांतरण से भी आपत्ति नहीं है। एक अन्य स्पष्टीकरण में मंत्रालय ने कहा कि कोविन वेबसाइट पर प्रत्येक टीका लगाने का ब्योरा मौजूद है और बिना टीका लगाए प्रमाण पत्र जारी करने से संबंधित जानकारी भी गलत हैं।

image Source

Enable Notifications OK No thanks