राजधानी में मंकीपॉक्स की दस्तक के बीच कोरोना संक्रमण भी पैर पसार रहा है। बीते सप्ताह भर में ही दिल्ली में दैनिक मामलों के साथ-साथ संक्रमण दर और अस्पताल में भर्ती मरीजों का आंकड़ा बढ़ गया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना नियमों में लगातार बनी हुई लापरवाही के कारण मरीजों की संख्या में उछाल आया है। हालांकि, किसी भी मरीज में गंभीर लक्षण नहीं हैं।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, बीती 20 जुलाई को दिल्ली में दैनिक मामलों की संख्या 686 थी। वहीं, संक्रमण दर 4.74 फीसदी और अस्पतालों में भर्ती मरीज 131 थे। सात दिनों में 26 जुलाई तक संक्रमण दर 1.66 फीसदी बढ़कर 6.40 फीसदी पर पहुंच गई है। वहीं, अस्पतालों में भर्ती मरीजों का आंकड़ा 188 है। मंगलवार तक नए मामलों की संख्या 781 तक पहुंच गई थी।
लोकनायक अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. सुरेश कुमार के मुताबिक, कोरोना नियमों के पालन को लेकर लोग लगातार लापवरवाही बरत रहे हैं। मास्क के उपयोग के साथ-साथ शारीरिक दूरी का पालन ठीक तरह से नहीं हो रहा है। इस वजह से संक्रमण को बढ़ने में मदद मिल रही है। डॉक्टर के मुताबिक, हालांकि अस्पताल में भर्ती किसी भी मरीज में गंभीर लक्षण नहीं हैं। वहीं, इनमें से ऐसे मरीजों की संख्या अधिक है, जो पहले से ही यहां अन्य बीमारियों के इलाज के लिए पहुंचे थे। इलाज के दौरान खांसी, जुकाम व हल्का बुखार होने पर जांच में मरीज संक्रमित मिले हैं।
वहीं, एम्स के एक डॉक्टर के मुताबिक, बीते दिनों के मुकाबले एम्स परिसर में भी कोरोना के मरीज देखने को मिले हैं। हालांकि, भर्ती मरीजों का आंकड़ा बहुत कम है। किसी भी मरीज में गंभीर लक्षण नहीं हैं। जिन मरीजों में कोरोना के लक्षण मिले हैं, उनका पहले से यहां इलाज चल रहा था। डॉक्टर ने कहा कि संक्रमण दर बढ़ने के साथ लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। कोरोना अभी गया नहीं है, बल्कि हमारे बीच में ही मौजूद है। ऐसे में लोगों को अधिक एहतियात बरतने की आवश्यकता है। खासतौर पर जो गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं, वे मास्क लगाने के साथ-साथ शारीरिक दूरी का अवश्य पालन करें।
जुलाई मामले संक्रमण दर अस्पताल में भर्ती
26 781 6.40 फीसदी 188
25 463 8.18 फीसदी 161
24 729 5.57 फीसदी 137
23 738 5.04 फीसदी 141
22 712 4.47 फीसदी 118
21 649 4.06 फीसदी 130
20 686 4.74 फीसदी 131