Maharashtra: विधानसभा अध्यक्ष चुनाव में भाजपा की जीत के मायने क्या, जानें कितनी मुश्किल में उद्धव ठाकरे?


महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना (एकनाथ शिंदे) गुट की दूसरी बड़ी जीत हुई है। विधानसभा अध्यक्ष चुनाव में भाजपा प्रत्याशी राहुल नार्वेकर भारी मतों से जीत गए हैं। उन्होंने महा विकास अघाड़ी के उम्मीदवार राजन सालवी को मात दी। यूं तो नंबर गेम में भाजपा और शिंदे गुट का पक्ष पहले से ही मजबूत है, लेकिन इस जीत के मायने ही अलग हैं। कहा जा रहा है कि अब उद्धव ठाकरे गुट की मुश्किलें तेजी से बढ़ने वाली हैं। यहां तक कि उद्धव अगर शिंदे गुट के साथ समझौता नहीं करते हैं तो उनके हाथ से पार्टी भी जा सकती है।

आइए जानते हैं विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को मिली जीत के मायने क्या हैं और उद्धव ठाकरे की मुश्किलें कितनी बढ़ सकती हैं?

 

पहले जानिए आज विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में क्या हुआ? 

राज्यपाल के आदेश पर आज से दो दिन का विधानसभा विशेष सत्र बुलाया गया था। पहले ही दिन विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव तय था। भाजपा और शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट ने पहली बार विधायक चुने गए राहुल नार्वेकर को अपना उम्मीदवार बनाया। वहीं, महा विकास अघाड़ी ने शिवसेना (उद्धव गुट) के राजन सालवी मैदान में उतारा।

चुनाव शुरू होने से पहले ही विधानसभा स्थित शिवसेना के कार्यालय को सील कर दिया गया। कार्यालय पर नोटिस चस्पा हुआ कि इसे शिवसेना विधायक दल के निर्देशानुसार सील किया जा रहा है। कहा जा रहा है कि यह कार्रवाई एकनाथ शिंदे गुट की तरफ से हुई। मतलब अब विधानसभा में एकनाथ शिंदे गुट शिवसेना पर पूरी तरह कब्जा करने लगी है। इस दौरान एकनाथ शिंदे गुट ने व्हिप भी जारी किया, जिसमें सभी विधायकों से कहा गया कि वे भाजपा के उम्मीदवार राहुल नार्वेकर को ही वोट करें। यह व्हिप उद्धव ठाकरे गुट के विधायकों को भी दिया गया। राहुल नार्वेकर चुनाव जीत गए और विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी पर भाजपा का कब्जा हो गया। 

आगे जानिए भाजपा की जीत से कैसे बढ़ेंगी शिवसेना की मुश्किलें? 

 

1. फ्लोर टेस्ट में शिंदे सरकार पर लगेगी मुहर: विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में यह साफ हो चुका है कि भाजपा और एकनाथ शिंदे के पास बहुमत है। भाजपा उम्मीदवार राहुल नार्वेकर को 164 वोट मिले, जबकि विपक्ष के उम्मीदवार राजन साल्वी के पक्ष में केवल 107 वोट ही पड़े। अगर ये आंकड़े बने रहे तो साफ है कि विधानसभा में सोमवार को होने वाले फ्लोर टेस्ट में एकनाथ शिंदे को जीतने से कोई नहीं रोक सकता।

 

2. शिंदे गुट के विधायकों पर कार्रवाई नहीं होगी: विधानसभा अध्यक्ष चुनाव से साफ है कि एकनाथ शिंदे के साथ शिवसेना के ज्यादातर विधायक हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट में फूट बढ़ने का अनुमान ज्यादा है। ऐसे में शिंदे गुट के विधायकों पर चल रही अयोग्यता की कार्रवाई भी विधानसभा अध्यक्ष खारिज कर सकते हैं। 

 

3. शिवसेना पर पूरी तरह से शिंदे गुट का कब्जा : ज्यादातर विधायक और सांसद शिंदे गुट के साथ हैं। अब विधानसभा अध्यक्ष भी भाजपा का है। अब उद्धव गुट कमजोर पड़ने लगा है। ऐसे में संभव है कि आने वाले दिनों में शिंदे गुट शिवसेना पर पूरी तरह से कब्जा कर ले।



Source link

Enable Notifications OK No thanks