यूपी चुनाव: कोई 92 साल की उम्र में चुनाव लड़ रहा, कोई 30 करोड़ का कर्जदार, जानें यूपी चुनाव की 10 रोचक बातें


सार

 उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया अब आखिरी चरण में है। सात मार्च को नौ जिलों की 54 सीटों पर आखिरी चरण के लिए वोटिंग होगी। सूबे की कुल 403 सीटों पर इस बार 4,442 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।

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चुनाव में कौन जीतेगा और कौन हारेगा इसका नतीजा तो दस मार्च को आपके सामने होगा, लेकिन कुछ ऐसी बातें हैं जिन्हें आपको जानना चाहिए। दस पॉइंट्स में हम आपको उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से जुड़ी बेहद रोचक बातें बता रहे हैं। तो शुरू करते हैं…
1. 26% प्रत्याशियों पर आपराधिक मुकदमे दर्ज : इस बार 403 सीटों पर कुल 4442 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें 26% यानी 1142 प्रत्याशी ऐसे हैं जिनपर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से कई प्रत्याशियों पर हत्या, लूट, दुष्कर्म, मारपीट, हत्या की कोशिश जैसे गंभीर आरोप भी हैं। 2017 के मुकाबले आपराधिक छवि वाले उम्मीदवारों की संख्या इस बार आठ फीसदी बढ़ी है। 2017 में चुनाव लड़ने वाले 18% प्रत्याशी दागी थे, जो इस बार बढ़कर 26% हो गए हैं। सबसे ज्यादा मुकदमे आजम खान और उनके परिवार पर दर्ज है। आजम पर कुल 87 मामले, उनके बेटे अब्दुल्ला आजम पर 43 और उनकी पत्नी तजीन फातिमा पर 35 मामले दर्ज हैं। तीनों पर मिलाकर कुल 165 केस दर्ज हैं। 
2. अमीर प्रत्याशियों की संख्या बढ़ी :  इस बार कुल 1733 यानी 39% प्रत्याशी करोड़पति हैं। 2017 में 30% उम्मीदवार करोड़पति थे। सबसे ज्यादा अमीर रामपुर से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे नवाब काजिम अली खान हैं। काजिम के पास कुल 296 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है।दूसरे नंबर पर आजमगढ़ के मुबारकपुर सीट से चुनाव लड़ रहे एआईएमआईएम के प्रत्याशी शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली हैं। जमाली के पास 195 करोड़ से ज्यादा की दौलत है। तीसरे नंबर पर बरेली कैंट से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी सुप्रिया ऐरन हैं। सुप्रिया के पास कुल 157 करोड़ रुपये की संपत्ति है।    
3. योगी के खिलाफ ज्यादा, अखिलेश के खिलाफ कम प्रत्याशी : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बार गोरखपुर शहरी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। योगी की सीट पर चुनावी मैदान में कुल 13 उम्मीदवारों ने ताल ठोकी है। वहीं, मैनपुरी की करहल सीट से चुनाव लड़ रहे समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश की सीट पर तीन प्रत्याशी हैं। इनमें अखिलेश के अलावा भाजपा से केंद्रीय मंत्री प्रो. एसपीएस बघेल और बसपा के कुलदीप नारायण शामिल हैं। 
 
4. 301 विधायक दोबारा चुनाव लड़ रहे : 2017 विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने वाले 403 में से 301 विधायक इस बार फिर से चुनावी मैदान में हैं। इनमें से 284 विधायकों की संपत्ति इन पांच साल में 0 से 22057% बढ़ गई है, वहीं 17 विधायकों की दौलत में -1 से -36% की गिरावट दर्ज की गई है। सबसे ज्यादा कांग्रेस के टिकट पर रायबरेली से जीतने वाली अदिति सिंह की संपत्ति में 22057% की बढ़ोतरी हुई है। अदिति के पास 2017 में केवल 13.98 लाख रुपये की संपत्ति थी, जो पांच साल में बढ़कर 30.84 करोड़ रुपये पहुंच गई है। वहीं, दिबियापुर से भाजपा विधायक और उम्मीदवार लाखन सिंह राजपूत की संपत्ति में सबसे ज्यादा गिरावट हुई है। 2017 में उनकी कुल संपत्ति 1.42 करोड़ रुपये थी, जो अब घटकर 91.76 लाख रुपये रह गई है। उनकी कुल संपत्ति में 36% की कमी आई है। 
 
5. कांग्रेस ने सबसे ज्यादा, बसपा ने सबसे कम महिलाओं को टिकट दिए : यूं तो वोटर्स में महिलाओं की संख्या करीब-करीब पुरुषों के बराबर है, लेकिन टिकट बंटवारे में महिलाओं की संख्या काफी कम है। इस बार कुल 4442 प्रत्याशियों में 560 ही महिलाएं हैं, बाकी पुरुष प्रत्याशी हैं। कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 39% महिलाओं को टिकट दिया है। भाजपा और समाजवादी पार्टी ने 12-12%, जबकि बहुजन समाज पार्टी और आम आदमी पार्टी ने नौ-नौ फीसदी महिलाओं को टिकट दिया है।
6. मोविन सबसे ज्यादा उम्र के प्रत्याशी: मऊ सीट से निर्दलीय प्रत्याशी मोविन अहमद उत्तर प्रदेश के सबसे बुजुर्ग प्रत्याशी हैं।  इनकी उम्र 92 साल है। वहीं, सबसे कम उम्र के 35 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। इन प्रत्याशियों ने अपनी उम्र 25 साल बताई है। इस बार चुनाव में 1346 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिनकी उम्र 41 से 50 साल के बीच है। 1582 प्रत्याशियों की उम्र 25 से 40 साल के बीच है। चार ऐसे भी प्रत्याशी हैं, जिनकी उम्र 81 से 92 साल के बीच है। 
 
7. पांच सीटों पर सबसे ज्यादा दागी उम्मीदवार: यूपी की पांच सीटों पर सबसे ज्यादा दागी उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें लखनऊ सेंट्रल, चायल, बांसडीह, अकबरपुर और सेवापुरी सीट शामिल हैं। इन सभी सीटों पर सात-सात प्रत्याशी ऐसे हैं जिनपर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। 
 
8. 30 करोड़ का कर्ज, फिर भी चुनावी मैदान में : बदायूं के सहसवान सीट से राष्ट्रीय परिर्वतन दल के प्रत्याशी कुणाल सिंह सबसे ज्यादा कर्ज में डूबे प्रत्याशी हैं। कुणाल पर कुल 30.12 करोड़ रुपये का कर्ज है।  

 
9. अशिक्षित प्रत्याशी भी मैदान में : चुनाव लड़ रहे 54 प्रत्याशी अशिक्षित हैं। 254 प्रत्याशियों ने खुद को केवल शिक्षित बताया है। 31 प्रत्याशियों ने अपनी शिक्षा से जुड़ी कोई जानकारी शेयर नहीं की है। 946 प्रत्याशी स्नातक हैं। 
 
10.  प्रयागराज की इस सीट पर सबसे ज्यादा प्रत्याशी : प्रयागराज के प्रतापपुर सीट पर सबसे ज्यादा 25 प्रत्याशियों ने ताल ठोकी है। दूसरे नंबर पर प्रयागराज की ही फाफामऊ सीट पर 21 प्रत्याशी मैदान में हैं। तीसरे नंबर पर कौशांबी के सिराथू सीट से 19 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा। इसी सीट से उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी चुनाव लड़ा है।

विस्तार

चुनाव में कौन जीतेगा और कौन हारेगा इसका नतीजा तो दस मार्च को आपके सामने होगा, लेकिन कुछ ऐसी बातें हैं जिन्हें आपको जानना चाहिए। दस पॉइंट्स में हम आपको उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से जुड़ी बेहद रोचक बातें बता रहे हैं। तो शुरू करते हैं…



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