बताया गया है कि अशोक जैसे ही आंगन में पहुंचा, तभी जमीन धंस गई और वह जमीन के अंदर समा गया। बेटे की आवाज सुनकर बंटू वहां दौड़कर पहुंचा। जमीन को धंसा देख उसके होश उड़ गए।
बच्चे के जमीन में समाने की खबर मिलते ही ग्रामीणों की भीड़ मौके पर जुट गई। परिजनों ने ग्रामीणों की मदद से बच्चे को बाहर निकालने के लिए एक प्लास्टिक की बाल्टी को साड़ी में बांधकर 15 फीट गहरे कुएं में डाल दिया। बच्चे को सावधानी के साथ उसके अंदर बैठने के लिए कहा गया।
बच्चा जैसे ही बाल्टी में बैठा, परिजनों ने उसे खींचकर बाहर निकाल लिया। कूंए में गिरने से घायल मासूम को उपचार के लिए परिजन अस्पताल ले गए।
बंटू ने बताया कि उनके पिता शोलीराम ने पानी के लिए कुएं को खुदवाया था, लेकिन कुएं में पानी खारा होने के कारण उसे बंद करा दिया गया था। बारिश का पानी अंदर जाने की वजह से बंद कुआं धंस गया तथा यह हादसा हो गया है।