एजेंसी, काठमांडो।
Published by: Jeet Kumar
Updated Sun, 13 Mar 2022 01:12 AM IST
सार
रिपोर्ट में सुरक्षा बढ़ाने के लिए क्षेत्र में नेपाली सुरक्षा बलों की तैनाती का भी सुझाव दिया गया है। हैरानी इस बात की है कि इसे नेपाल सरकार ने अब तक प्रकाशित नहीं किया और वह इस रिपोर्ट पर खामोश बैठ गई।
नेपाल सरकार की सितंबर 2021 की एक रिपोर्ट में चीन पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इसके मुताबिक, चीन ने नेपाल से साझा सीमा पर अतिक्रमण किया हुआ है। रिपोर्ट में इस दावे के बाद एक आयोग बिठाकर नेपाल के सुदूर पश्चिम में हुमला जिले में अतिक्रमण की जांच भी की गई। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीनी बलों ने नेपाल की सीमा पुलिस को धमकी भी दी थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी सुरक्षा बलों की निगरानी गतिविधियों ने नेपाल की सीमा पर लालुंगजोंग नामक स्थान पर धार्मिक गतिविधियों को प्रतिबंधित कर दिया था। इसमें आगे कहा गया है कि चीन नेपाली किसानों के मवेशी चराई को सीमित कर रहा है। साथ ही चीन सीमा स्तंभ के चारों ओर एक बाड़ का निर्माण कर रहा था और सीमा के नेपाली हिस्से में एक नहर और सड़क बनाने का प्रयास कर रहा था।
रिपोर्ट में सुरक्षा बढ़ाने के लिए क्षेत्र में नेपाली सुरक्षा बलों की तैनाती का भी सुझाव दिया गया है। हैरानी इस बात की है कि इसे नेपाल सरकार ने अब तक प्रकाशित नहीं किया और वह इस रिपोर्ट पर खामोश बैठ गई। हालांकि रिपोर्ट बाद में लीक होकर सार्वजनिक हो गई। जमीनी स्तर पर तमाम सबूतों के बावजूद रिपोर्ट अब विदेश मंत्रालय के पास लंबित है। चीन ने इस तरह की रिपोर्टों का खंडन किया है।
सीमा मुद्दे को कूटनीतिक ढंग से निपटाएंगे
रिपोर्ट लीक होने के बाद नेपाल के संचार मंत्री ज्ञानेंद्र बहादुर कार्की ने कहा कि अपने पड़ोसियों के साथ किसी भी सीमा मुद्दे को कूटनीतिक ढंग से निपटाया जाएगा। उन्होंने कहा, भारत या चीन के साथ, अगर हमारी सीमा पर कोई समस्या है तो हम उन्हें हल करेंगे। इस बीच, इसी मुद्दे पर देश भर में प्रदर्शन भी हुए
विस्तार
नेपाल सरकार की सितंबर 2021 की एक रिपोर्ट में चीन पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इसके मुताबिक, चीन ने नेपाल से साझा सीमा पर अतिक्रमण किया हुआ है। रिपोर्ट में इस दावे के बाद एक आयोग बिठाकर नेपाल के सुदूर पश्चिम में हुमला जिले में अतिक्रमण की जांच भी की गई। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीनी बलों ने नेपाल की सीमा पुलिस को धमकी भी दी थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी सुरक्षा बलों की निगरानी गतिविधियों ने नेपाल की सीमा पर लालुंगजोंग नामक स्थान पर धार्मिक गतिविधियों को प्रतिबंधित कर दिया था। इसमें आगे कहा गया है कि चीन नेपाली किसानों के मवेशी चराई को सीमित कर रहा है। साथ ही चीन सीमा स्तंभ के चारों ओर एक बाड़ का निर्माण कर रहा था और सीमा के नेपाली हिस्से में एक नहर और सड़क बनाने का प्रयास कर रहा था।
रिपोर्ट में सुरक्षा बढ़ाने के लिए क्षेत्र में नेपाली सुरक्षा बलों की तैनाती का भी सुझाव दिया गया है। हैरानी इस बात की है कि इसे नेपाल सरकार ने अब तक प्रकाशित नहीं किया और वह इस रिपोर्ट पर खामोश बैठ गई। हालांकि रिपोर्ट बाद में लीक होकर सार्वजनिक हो गई। जमीनी स्तर पर तमाम सबूतों के बावजूद रिपोर्ट अब विदेश मंत्रालय के पास लंबित है। चीन ने इस तरह की रिपोर्टों का खंडन किया है।
सीमा मुद्दे को कूटनीतिक ढंग से निपटाएंगे
रिपोर्ट लीक होने के बाद नेपाल के संचार मंत्री ज्ञानेंद्र बहादुर कार्की ने कहा कि अपने पड़ोसियों के साथ किसी भी सीमा मुद्दे को कूटनीतिक ढंग से निपटाया जाएगा। उन्होंने कहा, भारत या चीन के साथ, अगर हमारी सीमा पर कोई समस्या है तो हम उन्हें हल करेंगे। इस बीच, इसी मुद्दे पर देश भर में प्रदर्शन भी हुए
Source link