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भारत में प्रचलित मोबाइल ब्रांड वीवो के निदेशक झेंगशेन ओउ और झां जी भारत छोड़कर पिछले साल ही भाग गए थे। यह जानकारी गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय की ओर से जारी की गई है। ईडी के अधिकारियों की ओर से यह जानकारी मीडिया में उन खबरों के आने के बाद दी गई हैं जिनमें कहा गया था कि मोबाइल निर्माता कंपनी के निदेशक ईडी (Enforcement Directorate) की कार्रवाई शुरू होने के बाद देश छोड़कर भाग गए हैं।
आपको बता दें कि ईडी ने बीते 5 जुलाई को देशभर में वीवो कंपनी के 40 ठिकानों पर छापेमारी की थी। छापेमारी की यह कार्रवाई पीएमएलए (Prevention of Money Laundering Act) के तहत की गई थी। ईडी एक अधिकारी ने नाम नाम छापने की शर्त पर समाचार एजेंसी एएनआई से कहा है कि झेंगशेंग आउ और झेंग जी मोबाइल निर्माता कंपनी वीवो से जुड़े फर्म GPICL के निदेशक थे और वे पिछले साल ही देश छोड़कर भाग चुके हैं। आपको बता दें कि बीते 5 जुलाई को स्मार्टफोन निर्माता कंपनी वीवो के देशभर के 44 ठिकानों पर मनी लाउंडरिंग के मामले में ईडी ने छापेमारी की थी।
सीबीआई भी कर रही है कंपनी के खिलाफ कार्रवाई
वीवो कंपनी के खिलाफ पीएमएलए (Prevention of Money Laundering Act) के उल्लंघन करने के आरोप में कार्रवाई की गई है। ईडी ने कार्रवाई करते हुए कंपनी के दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मेघालय और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में स्थित ठिकानों पर छापेमारी की है। आपको बता दें कि चाइनीज मोबाइल निर्माता कंपनी वीवो के खिलाफ सीबीआई पहले से ही कार्रवाई कर रही है। आयकर विभाग और कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्रालय भी चायनीज मोबाइल निर्माता कंपनियों के खिलाफ चल रही कार्रवाई पर नजर बनाए हुए है। वीवो के खिलाफ की गई ईडी कार्रवाई पूर्व से ही कंपनी के खिलाफ चल रहे जांच का विस्तार है।
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर थी चायनीज कंपनी
सूत्रों के अनुसार वीवो मोबाइल कम्यूनिकेशंस की भारत स्थित कंपनियां चीन की अन्य फर्मों की जांच के दौरान कथित वित्तीय अनियमितताओं के मामले में भारतीय एजेंसियों के रडार पर आ गई थी। कॉरपोरेट मामलों का मंत्रालय भी कंपनी की वित्तीय मामलों में अनियमितता को लेकर सतर्क था। इसी साल अप्रैल में मंत्रालय की ओर से वीवो कंपनी के खिलाफ स्वामित्व और वित्तीय रिपोर्टिंग में अनियमितताओं की जांच करने को कहा गया था।
चीन का विदेश मंत्रालय बोला- हमने अपनी कंपनियों को हमेशा कानूनों का पालन करने को कहा
वहीं, अब चीन की कंपनी वीवो के खिलाफ ईडी की कार्रवाई के बाद अब चीन के विदेश मंत्रालय की ओर से भी इस मामले में बयान जारी किया गया है। चीन के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि वे परे घटना क्रम पर नजर बनाए हुए हैं। चीन की सरकार ने हमेशा चीनी कंपनियों को विदेशों में व्यापार करते समय कानूनों और विनियमों का पालन करने के लिए कहा है। हम चीनी कंपनियों को उनके वैध अधिकारों और हितों की रक्षा करने में दृढ़ता से सहयोग भी करते हैं।
Chinese side is closely following developments (on ED raids on Vivo). Chinese govt has always asked Chinese companies to abide by laws & regulations when doing business overseas. We firmly support Chinese companies in safeguarding their lawful rights & interests:Chinese MoFA Spox https://t.co/5m1cShwjq4
— ANI (@ANI) July 7, 2022
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा है कि हमें उम्मीद है कि भारतीय एजेंसियां निष्पक्ष तरीके से मामले की जांच करेगी क्योंकि वे जांच और प्रवर्तन गतिविधियों को अंजाम देते हुए भारत में निवेश और संचालन करने वाली चीनी कंपनियों को निष्पक्ष, न्यायसंगत और गैर-भेदभावपूर्ण कारोबारी माहौल प्रदान करते हैं।